हिमाचल में और बढ़ेंगी बंदिशें; सीएम बोले, कोरोना संक्रमण के चलते दो-चार दिन में लेंगे फैसला

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, कोरोना संक्रमण के चलते दो-चार दिन में लेंगे फैसला
राज्य ब्यूरो प्रमुख — शिमला
हिमाचल सरकार कोरोना की बंदिशें बढ़ाने जा रही है। ये संकेत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को विधायक प्राथमिकता बैठकों के बाद दिए हैं। होटल पीटरहाफ में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए दो-चार दिनों में कुछ और बंदिशों पर फैसला होगा। बार्डर पर सख्ती करने की इस बार परिस्थिति नहीं है। चिंता सिर्फ इस बात की है कि सोमवार को मौत का आंकड़ा बढ़ा है। छह लोगों की मौत हुई है। इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। राज्य में संक्रमण दर बढ़ रही है। हालांकि यह ट्रेंड भी पूरे देश में एक जैसा है। इसलिए कुछ नई बंदिशों पर विचार हो सकता है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को कोरोना को लेकर अलग से कोई स्टडी करने की जरूरत नहीं है। कोरोना की स्पीड सभी राज्यों में एक जैसी है। जहां तक ओमिक्रॉन की रिपोर्टिंग की बात है, तो ये बात सही है कि हिमाचल के पास भी टेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए।
इस बारे में केंद्र सरकार के समक्ष बात रखेंगे। राज्य में वर्तमान में सिर्फ वीकेंड कर्फ्यू और फाइव-डे वीक का फैसला पहले हुआ था। इसके बाद शादियों और अन्य समारोहों 100 और 300 लोगों की शर्त लगी। हालांकि वीकेंड कर्फ्यू भी पूरी तरह लागू नहीं हो पाया था, क्योंकि जिलाधीशों ने धारा 144 का इस्तेमाल भी नहीं किया। लेकिन अब अचानक कोविड केस बढ़ने पर दोबारा से बंदिशों पर फैसला होने वाला है। वर्तमान में बंदिशों के आदेश 24 जनवरी तक हैं। ऐसे में अब सरकार आगे के लिए तारीख को बढ़ा सकती है। शादियों पर और कड़े प्रावधान लागू होंगे और साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी 50 फीसदी आक्युपेंसी के आर्डर हो सकते हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि बार्डर बंद करने पर कोई फैसला नहीं होगा। यह परिस्थिति अब बार्डर बंद करने की नहीं है।
शिक्षण संस्थान खोलने के लिए समय सही नहीं
हिमाचल में स्कूल और कालेजों समेत सभी शिक्षण संस्थान अभी बंद रहेंगे। 26 जनवरी के बाद भी इनके खुलने की उम्मीद नहीं है। वजह यह है कि कोरोन केस राज्य में बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। संक्रमण दर के साथ कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी से अभी स्कूलों को खोलना संभव नहीं है। शिक्षा विभाग सरकार को इस बारे में प्रस्ताव भेज रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि राज्य में पांच फरवरी तक कालेजों में छुट्टियां हैं, तो इतने समय के लिए स्कूलों को भी बंद ही रखा जाए। हालांकि सरकार इस बारे में फैसला लेने से पहले स्कूल शिक्षा बोर्ड से भी चर्चा करेगी। इतना तय है कि 26 जनवरी के बाद भी स्कूल नहीं खुल रहे हैं। बच्चों के लिए ऑनलाइन एजुकेशन की प्रक्रिया जारी रहेगी।