जहरीली शराब पीने वाले दो और की मौत, पंचायत के पूर्व प्रधान संग दारू के चार सेल्समैन हिरासत में

By: Jan 21st, 2022 12:02 am

अमन अग्निहोत्री — मंडी

सुंदरनगर उपमंडल में जहरीली शराब मामले में दो और लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा सात पहुंच गया है, जबकि अभी भी नौ लोग अस्पताल में भर्ती हैं। जहरीली शराब के 11 नए मरीज सामने आए हैं, जिनमें से दो की मौत हो गई। इनमें से एक ने अस्पताल में दम तोड़ा है, तो एक व्यक्ति की मौत अस्पताल ले जाते समय हो गई है। दो लोगों को चंडीगढ़, एक को आईजीएमसी शिमला और छह को नेरचौक मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया है। वहीं लोगों जहरीली शराब परोसने वाले सौदागरों के सेल्समैन पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं और अब पुलिस इस सारे रैकेट के मुख्य सरगना शराब माफिया की तलाश में आगे बढ़ गई है। इस मामले में पुलिस ने अवैध शराब बेचने के आरोप में सलापड़ पंचायत केपूर्व प्रधान सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि कई सारे आरोपी और शराब माफिया का मुख्य सरगना अंडरग्राउंड हो गया है। गुरुवार को दिन भी पुलिस की एसआईटी जांच में लगी रही और कई जगहों से पुलिस को संतरा फूलस शराब की खाली बोतलें मिली हैं। पुलिस द्वारा पकड़े गए दो लोगों की दुकानें डैहर पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर हैं। पकड़े गए चारों आरोपी अवैध शराब बेचने का धंधा करते थे। इन लोगों ने होम डिलीवरी सिस्टम भी चलाया हुआ था।

वहीं कितने लंबे समय से क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा चल रहा था और कौन-कौन लोग इसमें शराब बेचने का काम करते थे, इनमें से ज्यादातर लोगों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है। इन लोगों के सहारे अब पुलिस शराब माफिया तक पहुंचने की कोशिश में है। सभी आरोपियों को न्यायालय ने 26 जनवरी तक रिमांड पर भेज दिया है। अब तक जहरीली शराब 14 लोगों को अपना शिकार बना चुकी है, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई है, जबकि एक व्यक्ति पीजीआई में भर्ती है और शेष का उपचार नेरचौक मेडिकल कालेज में चल रहा है। डीजीपी संजय कुंडू ने भी गुरुवार को सलापड़ क्षेत्र और सुंदरनगर का दौरा कर अधिकारियों से मामले की फीडबैक ली। इस मामल में अब कांग्रेस भी फं्रट फुट पर उतर आई है। गुरुवार को पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर ने पत्रकार वार्ता कर कई सवाल उठाए हैं। वहीं एसपी मंडी ने बताया कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी अवैध शराब बेचा करते थे। इनके पास से शराब भी मिली है। मुख्य सरगना की तलाश पुलिस अब कर रही है। पुलिस ने फोरेंसिक लैब से एक दो दिनों के भीतर बिसरा रिपोर्ट देने का आग्रह किया है। इसके बाद जांच और तेजी से आगे बढ़ेगी। (एचडीएम)

ये गिरफ्तार ऐसे बनाई नकली शराब

पुलिस ने सलापड़ पंचायत के पूर्व प्रधान जगदीश चंद को गिरफ्तार किया है। इसके साथ सलापड़ पंचायत के वर्तमान पंचायत प्रधान के ससुर अच्छर सिंह पुत्र बहादुर सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अभी तक इस मामले में कई और संदिग्धों की गिरफ्तारी होने की उम्मीद है। छज्वार गांव से गिरफ्तार तीसरे आरोपी सोहन लाल उर्फ रवि से पुलिस ने संतरा ब्रांड की नकली शराब की 12 बोतल बरामद की हैं। चौथा आरोपी प्रदीप कुमार उर्फ दीप सलापड़ के सरोह गांव का रहने वाला हैं। चारों आरोपी करीब एक साल से देसी व अंग्रेजी शराब अवैध रूप से दुकानों व घरों में सप्लाई करते थे। चारों की ऊंची राजनीतिक पहुंच भी बताई जा रही है। आरोपियों में दो की एनएच पर दुकानें भी हैं।

शराब माफिया ने असली सतंरा शराब की बोतल की तरह ही अवैध सतंरा शराब बनाई थी। माफिया ने शराब की बोतल पर संसारपुल टैरैस की कंपनी के ही नाम पते और फोन नंबर सहित लेबर चिपकाया हुआ था। इसमें वीआरवी फूड्स लिमिटेड की जगह वीआरवी फूलस लिमिटेड लिखा गया था, ताकि किसी को पता न चल सके।

एक आरोपी की करोड़ों की संपत्ति

सुंदरनगर। जहरीली शराब कांड के मामले में पकड़े गए चार आरोपियों ने इस धंधे में खूब चांदी कूटी है। चार आरोपियों में से एक आरोपी की करोड़ों की संपंत्ति पुलिस को जांच में मिली है। सुंदरनगर पहुंचे डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक आरोपी की संपंति करोड़ों रुपए में है। इस मामले में ईडी इन्र्फोस डिर्पाटमेंट अलग से जांच करेगा। इसकी प्रकिया शुरू कर दी गई है। बता दें कि पकड़े गए सभी आरोपियों की संपत्ति व बैंक खातों का भी पुलिस अब खंगाल रही है।

एनआईए से लौटे अरविंद दिग्विजय एसआईटी में

टीम — शिमला, मंडी

एनआईए से लौटे आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय सिहं नेगी को शराब मामले की जांच के लिए एसआईटी में शामिल किया गया है। गुरुवार को पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू पुलिस अधिकारियों के साथ शराब मामले की जांच के लिए सुंदरनगर पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ एनआईए से लौटे आईपीएस अधिकारी अरीविंद दिग्विजय सिंह नेगी भी मौजूद रहे। एनआईए से लौटे आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय सिंह नेगी एक होनहार अधिकारी हैं, उन्होंने इससे पहले कई आतंकी घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच की है। केंद्र के एनआईए के डेपुटेशन से हिमाचल लौटने पर आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय सिंह नेगी को शराब मामले की जांच के लिए एसआईटी में शामिल किया गया। गौर हो कि बुधवार पुलिस मुख्यालय शिमला ने मंडी जिला के सलापर में शराब पीने से लोगों की मौत के मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। एसआईटी में डीआईजी सेंट्रल रेंज मधु सूदन को हैड और एसपी कांगड़ा कुशाल चंद शर्मा, एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री एवं एसपी क्राइम ब्रांच स्टेट सीआईडी वीरेंद्र कालिया को शामिल किया गया है। पुलिस महानिदेश संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस शराब मामले की जांच कर रही है। शराब माफिया से जुड़े लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App