जहरीली शराब कांड से एक दिन पहले दबिश

By: Feb 4th, 2022 12:01 am

सुंदरनगर में आबकारी विभाग की टीम ने 18 जनवरी को डाली थी रेड

विशेष संवाददाता — शिमला

जहरीली शराब मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है। मंडी में सुंदरनगर के जिस बॉटलिंग प्लांट से निकली शराब को पीने से सात लोगों की मौत हुई थी, उस प्लांट पर आबकारी विभाग की टीम ने दो दिन पहले रेड डाली थी। इस रेड में अनियमितताओं का खुलासा हुआ था और विभाग ने कागजी कार्रवाई संचालकों के खिलाफ शुरू कर दी थी। आबकारी विभाग ने यह दबिश गुप्त सूचना के आधार पर 18 जनवरी को दी थी, जबकि 19 जनवरी को यह पूरा घटनाक्रम सामने आ गया और शराब को पीने से सात लोगों की मौत हो गई। इस पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है और मामले से जुड़े तमाम लोगों से पूछताछ की जा रही है। आबकारी विभाग में भी इस मामले को प्रवर्तन निदेशालय को सौंपने की तैयारी चल रही है।

मामले में अब तक हुए खुलासों के बाद तमाम कडिय़ों को जोड़ते हुए आबकारी विभाग ने यह कदम उठाने का फैसला किया है। आबकारी विभाग में तीन बॉटलिंग प्लांट का लाइसेंस रद्द किया है। इसके अलावा 6400 लीटर अवैध स्पिरिट बरामद किया जा चुका है। विभाग ने अब तक तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं आबकारी विभाग ने एनडीपीएस एक्ट के तहत सिरमौर जिला में चल रही फार्मा कंपनी को भी सील किया है। इस कंपनी का लाइसेंस रद्द किया गया है। इसके साथ ही हमीरपुर में एक बार का भी लाइसेंस सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा पालमपुर में 6200 शराब की पेटियां पकड़ी गई हैं। इन पेटियों की जांच विभाग कर रहा है।

160 मामले पकड़ चुका है विभाग

आबकारी एवं कराधान विभाग के राज्य आयुक्त युनुस ने बताया कि आबकारी विभाग का दबिश अभियान पूरा साल ही चलता रहता है। विभाग नियमित और गुप्त रूप से कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। अब तक की बात करें, तो पूरे प्रदेश भर में अनियमितताओं के 160 मामले पंजीकृत किए जा चुके हैं और इन मामलों में संबंधित आरोपियों को करीब नौ करोड़ रुपए का जुर्माना किया गया है। यह कार्रवाई प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में की गई है। जहरीली शराब मामले में भी विभाग की टीम ने घटना से ठीक एक दिन पहले दबिश दी थी।


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