HRTC: ड्राइवर यूनियन के साथ विफल रही वार्ता, 30 को काम छोड़ो आंदोलन, नहीं चलेंगी बसें

By: May 24th, 2022 5:34 pm

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

शिमला। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन की धमकी के बाद निगम प्रबंधन ने यूनियन के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन ड्राइवर यूनियन के साथ निगम प्रबंधन की वार्ता विफल हो गई है। ऐसे में ड्राइवर यूनियन अभी भी अपने फैसले पर अडिग है और 30 मई को प्रदेश में काम छोड़ो आंदोलन का फैसला अभी भी बरकरार है।

30 मई को पूरे प्रदेश में एचआरटीसी की बसें नहीं चलेंगी इसके कारण प्रदेश के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ड्राइवर यूनियन और निगम प्रबंधन के बीच हुई बातचीत के दौरान एचआरटीसी के कर्मचारियों को छठा वेतन आयोग देने पर सहमति तो बनी लेकिन अन्य भत्तों की अदायगी पर सहमति नहीं बन पाई। 36 महीनों से एचआरटीसी ड्राइवर कंडक्टर को नाइट ओवर टाइम नहीं मिल पाया है।

ड्राइवर यूनियन मांग कर रही थी कि सरकार व निगम प्रबंधन जल्द से जल्द कर्मचारियों को 36 महीने पुराना नाइट ओवरटाइम प्रदान करें, लेकिन बैठक में नाइट ओवरटाइम को देने पर सहमति नहीं बन पाई। निगम प्रबंधन ने अपना पक्ष रखा की पैसों की कमी के कारण एचआरटीसी अभी कर्मचारियों को 36 महीने पुराना नाइट ओवर टाइम देने में समर्थ नहीं है, वहीं 2006 से लंबित एरियर का भुगतान भी नहीं किया जा सकता है। हालांकि नाइट टाइम के भुगतान के लिए एक कमेटी के गठन का प्रस्ताव निगम प्रबंधन के समक्ष रखा था, लेकिन यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रबंधन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और अपने फैसले पर अभी भी अड़े हुए हैं।

एचआरटीसी मुख्यालय में हुई इस वार्ता के बाद ड्राइवर यूनियन ने शिमला में एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं उन्होंने चेताया है कि अगर 29 मई से पहले उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा तो फिर 30 मई को बसें न चलाने का फैसला टाला नहीं जाएगा। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सरकार व निगम प्रबंधन की ओर से एचआरटीसी के कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। प्रदेश के अन्य विभागों में जहां छठे वित्तायोग की सिफारिशों को लागू कर दिया गया है, तो वहीं एचआरटीसी कर्मचारियों के लिए अभी तक छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया गया है।

वहीं पिछले कई वर्षों से लंबित वित्तीय मांगों को भी पूरा नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में कई बार एचआरटीसी प्रबंधन व परिवहन मंत्री से मुलाकात की जा चुकी है। सरकार व प्रबंधन की ओर से हर बार मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया जाता हैं, लेकिन मांगें पूरी नहीं की जा रही है। ऐसे में अब एचआरटीसी ड्राइवर्स यूनियन ने सरकार व निगम प्रबंधन को अंतिम चेतावनी दे दी है।


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