Himachal News : प्रदेश के बिजली कर्मियों को पंजाब की तर्ज पर पे-बैंड

By: Jul 2nd, 2022 12:04 am

निदेशक मंडल की बैठक में अहम फैसला, मुलाजिमों को 2012 से मिलेगा लाभ

अब 10 की जगह सात साल में होगी नॉन आईटीआई की प्रोमोशन
विद्युत उपकेंद्र हाटकोटी, आंध्रा और नोगली में 30 नए पद सृजित

राकेश शर्मा – शिमला
बिजली बोर्ड में कर्मचारियों को अब पंजाब की तर्ज पर पे-बैंड मिलेगा। हिमाचल में बिजली बोर्ड कर्मचारियों के वेतनमान में 2012 से बढ़ोतरी कर दी है। निदेशक मंडल (बीओडी) ने कर्मचारियों की इस सबसे बड़ी मांग को पूरा कर दिया है। बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने प्रबंधन के समक्ष मांगों से जुड़ा जो एजेंडा सौंपा था, उसमें मुख्य तौर पर चार मांगें शामिल थीं और इसमें सबसे प्रमुखता से पंजाब पे-बैंड को ही उठाया गया था। गुरुवार को बीओडी ने चर्चा के बाद इसे स्वीकृति दे दी। इसके अलावा बिजली बोर्ड निदेशक मंडल ने नॉन आईटीआई को भी पदोन्नति में तीन साल की कटौती कर दी है। अब इस कैडर में भर्ती हुए तमाम कर्मचारियों को सात साल में पदोन्नति मिल जाएगी। सब स्टेशन अटेेेडैंट (नॉन आईटीआई) का फोरमेन और जूनियर इंजीनियर सब स्टेशन के पदों पर पदोन्नति होने का सर्विस क्राइटरिया 10 वर्ष से घटाकर सात वर्ष किया गया है। इस छूट की घोषणा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पिछले दिनों बिजली बोर्ड के तकनीकी कर्मचारियों के वार्षिक अधिवेशन में की थी। इसके साथ ही बिजली बोर्ड में अब 30 नए पद भी सृजित किए गए हैं।

इन पदों को 66/22 केवी विद्युत उपकेंद्र हाटकोटी, आंध्रा और नोगली में तैनात किया जाएगा। ताकि इन उपकेंद्रों में कार्य सुचारू रूप से चल सके। अब एचटी और एलटी संचार लाईनों का रखरखाव और बेहतर हो सकेगा। इन कार्यालयों का कार्यक्षेत्र कम होने से उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण भी कम समय में संभव हो सकेगा। हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड से संबंधित निदेशक मंडल की बैठक का आयोजन सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव विद्युत हिमाचल प्रदेश सरकार आरडी धीमान की अध्यक्षता में किया गया था। बीओडी के फैसले पर कर्मचारियों में मिलाजुला असर देखने को मिला है। कर्मचारी यूनियन ने जूनियर शब्द न हटाए जाने पर आपत्ति जाहिर की है। यूनियन का कहना है कि जूनियर टीमेट और हेल्पर को टीमेट या हेल्पर के बराबर ही करीब 18 हजार वेतनमान दिया जा रहा है। ऐसे में एक समान वेतनमान होने के बावजूद दो श्रेणियों में इन कर्मचारियों को विभाजित किया गया है। इस श्रेणी में अब जूनियर पदनाम को खत्म किया जाना चाहिए था। फिलहाल, बीओडी के फैसलों पर दिन भर बिजली बोर्ड के कर्मचारियों की नजर बनी रही और प्रदेश भर में बैठे कर्मचारी पल-पल का अपडेट लेते रहे। (एचडीएम)

प्रदेश में यहां खुले नए डिवीजन और सर्किल
इन प्रमुख निर्णयों में हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड के अंतर्गत एक विद्युत वृत्त, 11 विद्युत मंडलों और 13 विद्युत उपमंडलों को खोलने की घोषणाओं को अमलीजामा पहनाया गया है। इस निर्णय से कांगडा़ के नूरपुर में विद्युत वृत्त, सिरमौर के सराहंा, संगडा़ह, शिलाई, मंडी के थुनाग, नेरचौक, ऊना के हरोली, थानाकलां, हमीरपुर के सुजानपुर, कांगडा के देवीमुराहमुड़ी, किन्नौर के भावानगर, चंबा के तीसा में विद्युत मंडल खोले गए हैं। इसके साथ ही जिला सिरमौर के हरिपुरधार, कफोटा, संतोषगढ़, चडोल, संगडाह, जिला शिमला के क्वार, निरथ, शोघी, जिला सोलन के चायल, जिला हमीरपुर के चबूतरा, जंगलबैरी, कांगडा के धीरा और चंबा के नकरोड़ में विद्युत उप-मंडल खोले गए हंै।

हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड इन निर्णयों से प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को और अधिक प्रभावी गुणवत्तापूर्ण और सुनिश्चित विद्युत आपूर्ति कर पाने में सक्षम रहेगा। इस फैसले से हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड के अधिकारियों और कर्मचारियों को राहत मिली है
आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव, ऊर्जा

सर्विस कमेटी और निदेशक मंडल में लिए गए जनहित के निर्णयों से विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा की सुविधा मिलेंगी। विद्युत उपकेंद्रों में नए पदों के सृजन से विद्युत आपूर्ति और अन्य रख रखाव के कार्यों में कुशलता आएगी। उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति और नियमित सेवाएं मिल सकें।
पंकज डढवाल, प्रबंध निदेशक, बिजली

निदेशक मंडल के मंडल के फैसले का कर्मचारी यूनियन स्वागत करती है। लेकिन इन फैसलों में जूनियर टी मेट और जूनियर हेल्पर को कोई राहत नहीं मिली है। करीब पांच हजार कर्मचारी इस वर्ग से आते हैं। बीओडी में इस मसले पर भी फैसला आना चाहिए था। कर्मचारी यूनियन प्रबंधन से इस बारे में मुलाकात करेगी
कुलदीप खरबाड़ा, अध्यक्ष, बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App