राष्ट्रमंडल खेलों में हिमाचल की हाजिरी

By: Jul 29th, 2022 12:05 am

राष्ट्रमंडल खेलों में पिछले दो बार के रजत पदक विजेता हमीरपुर के विकास ठाकुर इस तीसरी राष्ट्रमंडल खेलों में अब देश को स्वर्ण पदक जीतने के लिए कृतसंकल्प हैं। राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्थान पटियाला में राष्ट्रमंडल खेलों के लिए हुए क्वालीफाई ट्रायल में हिमाचल प्रदेश के ओलंपियन आशीष चौधरी ने अपने प्रतिभागियों को एक तरफा पछाड़ते हुए अपना टिकट पक्का कर लिया है। टोक्यो ओलंपिक हाकी में कांस्य पदक विजेता भारत की टीम के सदस्य चंबा के वरुण इस बार बर्मिंघम में भारत को स्वर्ण पदक जीतने में सहयोग करेंगे। हिमाचल प्रदेश की दो बेटियां हरलीन व किरण ठाकुर क्रिकेट टीम में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। भारत महिला क्रिकेट में पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में शिरकत कर रहा है। हिमाचल प्रदेश की खेलों के इतिहास पर नजरें जाती हैं तो साफ पता चलता है कि हिमाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों की तैयारी में प्रदेश का योगदान न के बराबर है…

जहां खेलों का सीधा संबंध मानव के स्वास्थ्य से जुड़ा है वहीं पर खेल हमें किसी भी राष्ट्र की तरक्की व खुशहाली का राज भी आसानी से बता देते हैं। ओलंपिक खेलों की पदक तालिका से साफ पता चलता है कि कौन कौन देश क्रम में ऊपर से नीचे हैं और वहां प्रौद्योगिकी व चिकित्सा के क्षेत्र में कितनी उन्नति हुई है। विश्व के जो जो देश जितने विकसित हैं वे ओलंपिक की पदक तालिका में उतने ही ऊपर हैं। अमेरिका अधिकतर पदक तालिका में सबसे ऊपर होता है और वह संसार का सबसे विकसित देश भी है। यही हाल किसी भी देश में उसके राज्यों का होता है। हिमाचल प्रदेश भी खेलों में तरक्की कर रहा है, मगर उसकी गति अभी बहुत धीमी है। फिर भी कुछ हिमाचली देश की खेलों में बहुत बड़ा नाम हैं, वहीं भारत को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरव दिलाते रहे हैं। हिमाचल प्रदेश से खिलाड़ी ही नहीं, खेल प्रशासक व टीम सहायक भी अपने क्षेत्रों में महारत हासिल कर राष्ट्रमंडल खेलों में भाग ले रहे हैं। पिछले कल 28 जुलाई से शुरू हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल की अगुवाई चीफ डिमिशन बनकर हिमाचल प्रदेश के खेल प्रशासक राजेश भंडारी कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में मुक्केबाजी को प्रबंधन देते भारतीय मुक्केबाजी के अच्छे प्रशासक रहे राजेश भंडारी हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव भी हैं। हिमाचल प्रदेश मुक्केबाजी संघ के साथ लंबे अरसे तक काम करते हुए राजेश ने हिमाचल प्रदेश की मुक्केबाजी को एक सम्मानजनक स्थान दिलाया है। प्रदेश भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा बर्मिंघम खेलों में भारतीय भारोत्तोलन दल के प्रबंधक के रूप में भाग ले रहे हैं। प्रदीप शर्मा हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में स्कूली प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं।

हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉक्टर कर्ण भी खेल चिकित्सक के रूप में भारतीय मुक्केबाजी दल के साथ शिरकत कर रहे हैं। डॉक्टर कर्ण टोक्यो ओलंपिक सहित कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। हर चार वर्षों के बाद जहां ओलंपिक खेलों का आयोजन होता है, वहीं पर ओलंपिक के दो वर्षों बाद एशियाई व राष्ट्रमंडल खेलों का भी आयोजन होता है। कोरोना के कारण 2020 टोक्यो में आयोजित होने वाला ओलंपिक ठीक एक वर्ष बाद आयोजित करना पड़ा था। अब इस वर्ष चीन में होने जा रहे एशियाई खेलों को भी कोरोना के कारण अनिश्चित समय के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब अगले साल सितंबर में होने की आशा है। 28 जुलाई से आठ अगस्त तक राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन इंग्लैंड के बर्मिंघम व मिडलैंड्स में चल रहा है। इससे पहले भी दो बार इंग्लैंड 1934 में लंदन व 2002 में मेनचैस्टर में राष्ट्रमंडल का आयोजन कर चुका है। भारत ने भी अपना दल चुनने के लिए विभिन्न खेलों के लिए क्वालीफाई आयोजनों के बाद राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर लगाए थे। कुछ चुनिंदा हिमाचली खिलाडिय़ों ने भी इस प्रक्रिया में हिस्सा लेकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। हिमाचल प्रदेश की संतानों ने भी पहाड़ की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को पार पाते हुए विभिन्न क्षेत्रों सहित खेलों में भी विश्व स्तर तक सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है।

राष्ट्रमंडल खेलों में पिछले दो बार के रजत पदक विजेता हमीरपुर के विकास ठाकुर इस तीसरी राष्ट्रमंडल खेलों में अब देश को स्वर्ण पदक जीतने के लिए कृतसंकल्प हैं। राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्थान पटियाला में राष्ट्रमंडल खेलों के लिए हुए क्वालीफाई ट्रायल में हिमाचल प्रदेश के ओलंपियन आशीष चौधरी ने अपने प्रतिभागियों को एक तरफा पछाड़ते हुए अपना टिकट पक्का कर लिया है। टोक्यो ओलंपिक हाकी में कांस्य पदक विजेता भारत की टीम के सदस्य चंबा के वरुण इस बार बर्मिंघम में भारत को स्वर्ण पदक जीतने में सहयोग करेंगे। हिमाचल प्रदेश की दो बेटियां हरलीन व किरण ठाकुर क्रिकेट टीम में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। भारत महिला क्रिकेट में पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में शिरकत कर रहा है। हिमाचल प्रदेश की खेलों के इतिहास पर नजरें जाती हैं तो साफ पता चलता है कि हिमाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों की तैयारी में प्रदेश का योगदान न के बराबर है। इसलिए हिमाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों को राज्य से पलायन करना पड़ता है या असमय ही खेल को अलविदा कह कर गुमनामी के अंधेरे में खो जाना होता है। हिमाचल प्रदेश सरकार को इस विषय में विचार करना होगा। राष्ट्रमंडल खेलों के लिए चयनित इन खिलाडिय़ों से अपेक्षा रहेगी कि वे बर्मिंघम में स्वर्ण पदक विजेता बनकर तिरंगे को सबसे ऊपर लहरा कर जन गण मन की धुन पूरे विश्व को सुनाएंगे। हिमाचल प्रदेश अपनी लाडली संतानों को राष्ट्रमंडल खेलों में प्रतिनिधित्व करने पर बधाई देता है। साथ ही स्वर्णिम सफलता के लिए शुभकामनाएं भी देता है। आशा है इस बार हमारे खिलाड़ी कोई न कोई पदक लेकर ही लौटेंगे। अन्य खिलाडिय़ों को भी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए चयनित इन खिलाडिय़ों से प्रेरणा लेकर आगे बढऩे की सोच रखनी चाहिए।

भूपिंद्र सिंह

अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक

ईमेल: bhupindersinghhmr@gmail.com


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App