टिंकरिंग लैब में कितना काम और खर्च

By: Jul 11th, 2022 12:01 am

सोनिया शर्मा — शिमला

प्रदेश के स्कूलों में केंद्र सरकार की मदद से खोली गई टिंकरिंग लैब में कितना कार्य हुआ है और इस पर कितना बजट खर्च किया गया है, इसके बारे में स्कूलों से ब्यौरा मांगा गया है। उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से इस बारे में सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए गए हैं। गौर रहे कि टिंकरिंग लैब के माध्यम से स्कूलों में बच्चों को किताबी ज्ञान के अलावा गणित, विज्ञान जैसे विषयों में उपकरण के जरिए प्रैक्टिकल नॉलेज दी जा रही है। इसके लिए नीति आयोग के इनोवेशन मिशन के तहत केन्द्र सरकार कक्षा 6 से 12वीं तक के स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब को स्थापित किया गया है। इसमें प्रदेश के ऐसे स्कूलों से भी जानकरी मांगी जा रही है, जो स्कूलों में टिंकरिंक लैब खोलना चाहते हैं। खास बात यह है कि लैब स्थापित करने में उन्हीं स्कूलों को प्राथमिकता मिलेगी, जिनके छात्रों और शिक्षकों की हाजिरी पिछले तीन वर्षों में 75 प्रतिशत रही है। साथ ही पिछले तीन साल का स्कूलों के रिजल्ट की स्थिति भी देखी जाएगी।

लैब में विद्यार्थियों को विज्ञान, प्रौद्योगिक, इंजीनियरिंग और गणित के विभिन्न पहलुओं को समझाने के साथ उपकरणों की मदद से क्रिएटिव प्रोडक्ट डिजाइन करना सिखाया जाता है। गौर रहे कि प्रदेश के अधिकतर स्कूल ऐसे हैं, जहां साइंस लैब की हालत खराब है। स्कूलों में फैकल्टी और लैब टेक्नीशियन नहीं हैं। इस वजह से साइंस के स्टूडेंट्स प्रयोगशाला मेंं नियमित प्रैक्टिकल नहीं कर पाते। कुछ स्कूल ऐसे हैं, जहां फैकल्टी होने के बावजूद लैब की सार-संभाल नहीं होती। कई साइंस लैब धूल फांक रही हैं, वहां उपकरण काम में नहीं लिए जाने से खराब हो रहे हैं। वहीं स्कूलों में साइंस फैकल्टी के बड़ी संख्या में पद रिक्त होने से लैब संचालन में दिक्कतें आ आती हैं। वहीं स्टूडेंट को पढ़ाई के साथ प्रैक्टिकल कराने में परेशानी आती है। (एचडीएम)

लैब में ये उपलब्ध होते हैं उपकरण

अटल लैब में आईआर सेंसर, थ्रीडी प्रिंटर्स, अल्ट्रासॉनिक सेंसर, रोबोटिक्स, माइक्रो कंट्रोलर बोर्ड, कम्प्यूटर्स तथा साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स के कई उपकरण स्थापित किए जाते हैं। इससे विद्यार्थियों को चैप्टर के विभिन्न पहलुओं के समझाने के साथ इनके इस्तेमाल करना भी सिखाया जाता है। बच्चों को आविष्कारक बनाने की यह अच्छी पहल है। इससे विज्ञान और इंजीनियर के क्षेत्र में इनोवेशन देखने का भी बच्चों को मौक मिलता है।


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