स्वस्थ जीवन शैली है आवश्यक, रोगियों को फोर्टिस अस्पताल ने फॉलो अप तकनीकों पर किया जागरूक
चंडीगढ़, अगस्त (ब्यूरो)
एक रोगी की भलाई के लिए रे गुलर मेडिकल फॉलो अप और किसी भी तरह की हृदय प्रक्रिया से गुजरने के बाद एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना नितांत आवश्यक है। इसके अलावा, रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को देखभाल और फॉलो अप तकनीकों के बारे में अच्छी तरह से मालूम होना चाहिए जो कार्डियक अरेस्ट को रोकने में मदद कर सकते हैं। कार्डियो वैस्कुलर हेल्थ को कैसे बनाए रखा जाए, इस बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के हेड ऑफ डिपार्टमेंट और डायरेक्टर कार्डियोलॉजी तथा कैथलैब्स के डायरेक्टर डॉ आरके जसवाल ने रविवार को यहां एक होटल न में पूरे उत्तर भारत से परक्यूटेनियस कोरोनरी एंड जियोग्राफ्री (पीटीसीए) स्टेंटिंग से गुजरने वाले कई रोगियों के लिए दिल के दौरे को रोकने के तरीकों पर एक पब्लिक हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम का आयो जन किया।
डॉ जसवाल द्वारा आयोजि त पेशेंट एडुकेशन पर यह सातवां ऐसा प्रोग्राम है जिसमें आम जनता को ‘पोस्ट पीटीसीए आफ्टर केयर’ के तहत टिप्स दिए जाते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, डॉ जसवाल ने कहा,चिकित्सा जांच ने स्थापित किया है कि यदि कोई रोगी, जो पक्र्यूटेनियस कोरोनरी एंजियोाफ्री (पीटीसीए) से गुजर चुका है , प्रॉपर मेडिकल फॉलो अप का पालन करता है और एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखता है, तो उसके होने की संभावना उसे दूसरा दिल का दौरा पडऩे या अचानक हृदय गति रुकने से 45 प्रतिशत की कमी हो जाती है।
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