पीएफआई के निशाने पर थे मोदी, कोर्ट में ईडी बोली; केरल में बनी प्लानिंग, बिहार में मारने की थी साजिश

By: Sep 25th, 2022 12:07 am

एजेंसियां— तिरुवनंतपुरम

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 15 राज्यों के 93 ठिकानों पर 22 सितंबर को एनआईए-ईडी ने ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत छापामारी की थी। अब इस मामले में जांच एजेंसी ने बड़ा दावा किया है। कोझिकोड से गिरफ्तार पीएफआई वर्कर शफीक पायथे के रिमांड नोट में ईडी ने कहा कि पटना में 12 जुलाई को प्रधानमंत्री की रैली में हमले की साजिश की गई थी, जिसके फंडिंग में शफीक पायथे भी शामिल थे। रिपोर्ट के मुताबिक जांच एजेंसी ने कहा संगठन ने उन पर हमला करने के लिए बकायदा एक ट्रेनिंग कैंप भी लगाया था, जिससे 2013 जैसी घटना को अंजाम दिया जा सके। अक्तूबर, 2013 में पटना गांधी मैदान में तत्कालीन भाजपा के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी की रैली में सिलसिलेवार बम ब्लास्ट हुए थे। ईडी ने कहा कि पीएफआई को खाड़ी देश से फंडिंग होती है। सभी पैसे हवाला के जरिए आता है। हमने इस साल पीएफआई के 120 करोड़ रुपए जब्त किए हैं। पायथे ने भी 40 लाख रुपए कतर से ट्रांसफर किए थे, जो गैर-कानूनी तरीके से भेजा गया था।

वहीं कोच्चि में एनआईए की ओर से दाखिल एफिडेविट में कहा गया है कि इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए पीएफआई ने युवाओं को लश्कर और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन ज्वॉइन करने के लिए प्रोत्साहित किया। एजेंसी ने कोर्ट में कहा कि हवाला के जरिए पैसे जुटाकर पीएफआई के सदस्य ट्रेनिंग कैंप लगाते हैं। साथ ही इनके मेंबर्स देशभर में कई आपराधिक साजिशों में शामिल रहे हैं। अप्रैल से ही इसकी जांच चल रही थी। सीएए कानून और हाथरस जैसी घटनाओं में भी सरकार के खिलाफ लोगों को भडक़ाने में इन संगठनों का हाथ रहा है।

पुणे में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

पुणे। देश के विवादित संगठन पॉपुलर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 15 राज्यों के 93 ठिकानों पर 22 सितंबर को एनआईए-ईडी ने ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत छापामारी की थी। ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े विवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहे। ताजा मामला पुणे का है। बताया जा रहा है कि पुणे में प्रदर्शन कर रहे पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस नारे से जुड़ा कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बीजेपी ने यह नारे लगाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मामले को लेकर उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि भारत देश में अगर किसी ने भी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए, तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं।

वाराणसी में पीएफआई के दो सदस्य धरे

वाराणसी। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के दो सदस्यों को एनआईए और एटीएस की टीम ने शनिवार सुबह वाराणसी के कज्जाकपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार किया। दोनों पर ज्ञानवापी प्रकरण में दंगे भडक़ाने की साजिश और फंड जुटाने, देश विरोधी कृत्य समेत अन्य कई आरोप हैं। एनआईए और एटीएस की टीम ने घंटे भर से अधिक समय तक दोनों से पूछताछ की। देर शाम रिमांड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में आरोपियों को पेश किया गया, जहां से 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। दोनों को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने कोर्ट में आवेदन किया। एटीएस के अनुसार गिरफ्तार जैतपुरा थाना अंतर्गत कच्चीबाग निवासी रिजवान अहमद और आदमपुर के आलमबाग निवासी मोहम्मद शाहिद है। दोनों के कब्जे से दस्तावेजी दो किताबें और अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामद हुए। अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि दोनों आरोपी साड़ी बनाने के कारोबार से जुड़े थे।


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