तीन हजार स्कूलों में एक शिक्षक, मंडी जिला में ही 562 पाठशालाओं में मात्र एक अध्यापक

यूडाइस रिपोर्ट में खुलासा, मंडी जिला में ही 562 पाठशालाओं में मात्र एक अध्यापक
स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
हिमाचल में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा विभाग को अभी कड़ी मशक्कत करनी होगी। कुल छात्रों पर शिक्षकों की संख्या पर बात की जाए तो आंकड़ों के बीच का अंतर काफी ज्यादा है। वहीं प्रदेश के 3026 स्कूल एक-एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। इनमें 2969 प्राइमरी व 57 मिडल स्कूल हैं। 12 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं जिनमें एक भी शिक्षक नहीं है। समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) की ओर से 2021-22 की यू-डाइस रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में सबसे अधिक 562 स्कूल एक-एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं।
इसके अलावा 6149 स्कूल ऐसे हैं जिनमें 2-2 शिक्षक हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों का नामांकन लगातार घट रहा है। दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में हालत सबसे अधिक खराब है। विभाग का कहना है कि जेबीटी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पिछले काफी समय से कानूनी प्रक्रिया में उलझी हुई है। इसके चलते स्कूलों में नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। वहीं प्रदेश में विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात का भी सही तरीके से पालन नहीं हो रहा है। इसके चलते प्रदेश के अधिकांश सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जिला प्राइमरी स्कूल
बिलासपुर 183
चंबा 284
हमीरपुर 169
कांगड़ा 510
किन्नौर 28
कुल्लू 204
लाहुल स्पीति 30
मंडी 562
शिमला 379
सिरमौर 307
सोलन 228
ऊना 83