खिलाडिय़ों ने सडक़ पर बिखेरे मेडल; दिव्यांग खिलाडिय़ों का मांगों को लेकर प्रदर्शन, ट्रॉफियां भी तोड़ीं

मुख्यमंत्री भगवंत मान के निवास के बाहर दिव्यांग खिलाडिय़ों का मांगों को लेकर प्रदर्शन, ट्रॉफियां भी तोड़ीं
चंडीगढ़, २८ नवंबर (ब्यूरो)
सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निवास के बाहर दिव्यांग खिलाडिय़ों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। खिलाडिय़ों ने अपने जीते हुए मेडल सडक़ पर बिखेर दिए और ट्रॉफियां तोड़ दी। वल्र्ड के नंबर तीन और इंडिया के नंबर एक पैराबैडमिंटन खिलाड़ी संजीव ने बताया कि पंजाब के तीन मुख्यमंत्री बदल गए, लेकिन दिव्यांग बेरोजगार खिलाडिय़ों की किसी ने नहीं सुनी। पहले कैप्टन अमरेंदर सिंह, फिर चरणजीत सिंह और अब मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार में अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि हमने दिव्यांग होने के बावजूद दिन-रात मेहनत कर देश व राज्य के लिए मेडल जीते। उपलब्धियों के लिए राज्य सरकार ने हमें महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड देकर सम्मानित किया, लेकिन रोजगार नहीं दिया। उनके साथ खेलने वाले रैंकिंग में उनसे काफी पीछे अन्य राज्यों के खिलाडिय़ों को उनके राज्यों की सरकार ने नौकरी देकर उनके भविष्य को सुरक्षित किया है। हमें हर बार आश्वासन देकर टाल दिया जाता है, इसलिए हम विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। संजीव ने बताया कि पिछले वर्ष 24 जून को बाकायदा उनके साथ पंजाब के मौजूदा खेलमंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भी धरना दिया, तब वह विधायक थे। आज वह खुद खेलमंत्री हैं, तो उनकी मांग की अनेदखी कर रहे हैं। इससे पहले वह 3 दिसंबर, 2019 को चंडीगढ़ में प्रदर्शन कर चुके हैं।
पुलिस जबरस्ती कर ले गई थाने
प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग खिलाडिय़ों के साथ एनएसयूआई के पंजाब प्रधान इशरप्रीत सिंह भी मौजूद रहे। इन सभी खिलाडिय़ों को पुलिस जबरस्ती उठाकर पुलिस स्टेशन ले गई। जहां इन्हें काफी देकर बिठाकर छोड़ दिया गया। पैराबैडमिंटन खिलाड़ी संजीव ने बताया कि उन्हें मंगलवार सुबह 11 बजे सीएम के ओएसडी नवराज बराड़ ने मिलने के लिए बुलाया है। आगे की रणनीति वह इस मुलाकात के बाद ही बनाएंगे।