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Himachal News: अब लेक्चरर आसानी से कर सकेंगे PHD, HPU ने नियमों में किया बदलाव

By: Feb 12th, 2023 9:42 pm

एचपीयू ने नियमों में किया बदलाव, नेट क्वालिफाई होना जरूरी नहीं

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

हिमाचल में अब स्कूल लेक्चरर भी यूजीसी में एनरोल होने के लिए एंट्रेंस टेस्ट दे सकेंगे। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी ने नए नियमों के तहत कालेज के बाद स्कूल लेक्चरर्ज को भी यह सुविधा दी है। इसके लिए नेट क्वालिफाई होना जरूरी नहीं होगा। पीजी डिग्री वाले स्कूल लेक्चरर पीएचडी का एंट्रेंस टेस्ट क्वालिफाई करके एडमिशन ले सकेंगे। पूर्व वीसी प्रो. सिकंदर कुमार के कार्यकाल में पीएचडी अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों को बिना प्रवेश परीक्षा कोर्स में दाखिला दे दिया गया था। ऐसे में अब तय हुआ है कि कालेज और यूनिवर्सिटी में शिक्षकों से भरी जाने वाली सीटों पर तभी प्रवेश मिलेगा, जब विभाग में सीट खाली होगी। वहीं स्कूल लेक्चरर्ज को एंट्रेंस बेस पर एडमिशन दिया जाएगा। साथ ही शिक्षकों और स्कूल लेक्चररों को राहत दी गई है। पीएचडी में में दाखिले के लिए 80 नंबर प्रवेश परीक्षा के, 20 नंबर नेट परीक्षा के चाहिए। ऐसे में अब कोई भी स्कूल लेक्चरर पीएचडी कर सकेगा। इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। यूजीसी नियमों के तहत यह एडमिशन होगा। गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश विवि में इन दिनों पीएचडी के लिए परीक्षा फार्म भरे जा रहे हैं। स्टूडेंट के साथ स्कूल लेक्चरर भी पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

गाइड बन सकते हैं कालेज टीचर

यूजीसी के नियमों के मुताबिक, कालेज के टीचर अब गाइड बन सकते हैं। वे अपने तहत आठ रिसर्च स्कॉलर को एनरोल करके उनसे पीएचडी करवा सकते हैं। पहले सिर्फ हिमाचल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ही छात्रों को करवाने के लिए पात्र थे।


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