जलेब… जलसा, जनसैलाब, स्वर्गलोक में बदली छोटी काशी मंडी

By: Feb 20th, 2023 12:22 am

 हजारों श्रद्धालुओं ने किए देवी-देवताओं के दर्शन, देवलुओं ने खूब डाली नाटी

अजय रांगड़ा — मंडी
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का रविवार को विधिवत आगाज हुआ। सात दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव में देवी-देवताओं की पहली शाही जलेब के दर्शन करने के लिए जन सैलाब उमड़ आया। शाही जलेब करीब साढ़े तीन बजे के बाद शुरु हुई। रविवार (छुट्टी वाला) का दिन होने के कारण छोटी काशी मंडी में हजारों लोगों ने एक वर्ष बाद देवी-देवताओं के दर्शन किए। शाही जलेब में समस्त देवी-देवता द्वारा नाचते झूमने नजारा देखने को मिला। वहीं देवलूओं ने अलग-अलग अदंाज में खूब नाटी डालकर जलेब की शोभा बढ़ाई। जलेब में मंडी जिला की अलग-अलग संस्कृति की झलक देखने को मिली। इसमें मुखौटा नृत्य, रंग-बिरंगी परिधानों के साथ पहुंची महिलाओं ने भी नाचते-गाते जलेब की शान बढ़ाई। मंडी शहर से लेकर पड्डल मैदान तक लोगों को इतना हुजूम था कि कहीं भी तिल भर जगह नहीं बची थी।

इतना ही नहीं शाही जलेब को देखने के लिए लोगों ने घरों की छतों से भी पूरा नजारा देखा। इस बार जलेब का दौर काफी धीमा रहा, जिसके चलते पड्डल मैदान तक जलेब को पहुंचने में करीब डेढ़ से दो घंटो तक का समय लग गया, लेकिन जैसे ही जलेब का दौर शुरू हुआ, वैसे ही मंडी शहर कुछ समय के लिए थम गई। लोगों ने सेरी मंच, गांधी चौक, इंदिरा मार्केट, महामृत्युंजय मंदिर चौक के अलावा लोगों ने अपने-अपने घरों की छत से देवी-देवताओं के दर्शन किए, जिसके चलते शहर की सडक़ों पर खूब भीड़ रही। नौजवानों के साथ ही बुजुर्ग और बच्चे भी शिवरात्रि महोत्सव की पहली शाही जलेब में बड़ी संख्या में पहुंचे।

सेरी मंच की सीढिय़ों पर जलेब देखने में रही दिक्कत

इस बार सेरी मंच की सीढिय़ों से लोग जलेब का नजारा खुल कर नहीं देख सके। क्योंकि सेरी मंच पर सांकृतिक कार्यक्रम होने के कारण सीढिय़ों और सडक़ को दोनों तरफ से बंद कर दिया है, जिससे लोग खुले में नहीं खड़े हो पाए, वहीं सडक़ कुछ संकरी होने के कारण जलेब को निकलने में समय लगता रहा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का दिया संदेश

मंडी । अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की पारंपरिक शोभा यात्रा (जलेब) में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा रथ यात्रा निकाली गई। जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पोषण अभियान और प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजना की जानकारी दी गई। बाल विकास परियोजना अधिकारी बंदना शर्मा ने बताया कि विभाग की ओर से 25 फरवरी तक आम नागरिकों को जागरूक करने के लिए पड्डल मैदान में स्टॉल भी स्थापित किया गया है। इसके अलावा आर्ट ऑफ लिविंग, प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सदभावना भवन भ्यूली मंडी, जागृति महिला मंडल दौल बालू स्नोरघाटी, टमक, मुखौटा नृत्य, पुलिस बैंड सहित अन्य ने जलेब में भाग लिया।

देवी-देवताओं का महाकुंभ कैमरों में कैद

पहली शाही जलेब में देवी-देवताओं के महाकुंभ को देखने के लिए लोग करीब दो घंटे पहले ही अपने-अपने स्थान पर बैठ गए थे, जैसे ही जलेब का आगाज हुआ तो लोगों ने मोबाइल के कैमरे में जलेब को यादगार बनाने के लिए कैद किया।

ये देवी-देवता जलेब में हुए शामिल

शिवरात्रि महोत्सव की पहली जलेब में करीब 27 देवी-देवता ने भाग लिया। जलेब में श्री देव माधोराय, छमाहूं नाग, छांजणू, महाऋषि मार्केंडय कोटलू, विष्णु देव मतलोड़ा (बड़ा देव सराज), श्रीदेवी अंबिका, देव शैटीनाग इलाका डाहर, मगरु महादेव, बायला, नागचपलांदू, विष्णु नारायण, श्रीदेव लक्ष्मी नारायण, श्रीदेव घडौनी नारायण, श्रीदेव पशाकोट, देव पेखरा , हुरंग नारायण, माता महामाया, देवश्री तुंगासी सहित अन्य देवी-देवता जलेब में शामिल हुए।

देवी-देवताओं के आने का दौर

शिवरात्रि महोत्सव मंडी में विभिन्न क्षेत्रों से देवी-देवताओं का दौरा जारी रहा। कुछ देवी-देवता देर शाम तक मीलों चलकर शिवरात्रि में पहुंचे और माधो राय के दर हाजिरी भरी।

सीएम के साथ सेल्फी को युवा क्रेजी

शाही जलेब में सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ युवाओं सहित अन्य लोगों ने खूब सेल्फी ली। सीएम का काफिला अभी कुछ कदम चलता ही था कि कोई न कोई भीड़ से निकलकर सीएम के साथ सेल्फी लेते देखा गया। यह दृश्य मंडी आईटीआई चौक के पास ज्यादा देखा गया। इस स्थान पर सीएम का काफिला बड़ी समय तक रुका रहा, जबकि इससे पहले ऐसा नहीं हुआ है। सीएम का काफिला हमेशा जलेब के साथ-साथ ही पड्डल मैदान तक पहुंचता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App