ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को लगेंगे पंख

By: Feb 20th, 2023 12:02 am

राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार कर रही प्रयास

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

प्रदेश सरकार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दृढ़ प्रयास कर रही है। राज्य में धार्मिक, स्वास्थ्य और धरोहर पर्यटन को व्यापक प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। जनसंख्या की दृष्टि से कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है और इसे प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में पहचान दिलाने के सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। हर जिला मुख्यालय के समीप हेलिपैड बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इन हेलिपैड के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है। प्रदेश के मौजूदा हवाई अड्डों को विस्तार प्रदान करने की भी योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। प्रदेश का कांगड़ा जिला प्राचीन मंदिरों, बौद्ध मठों, गिरिजाघरों, जलाशयों, विश्व प्रसिद्ध बिलिंग पैराग्लाइडिंग स्थल और झीलों के लिए प्रसिद्ध है।

इन्हें पर्यटन की दृष्टि से और विकसित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम के माध्यम से कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रदेश में गतिविधि आधारित पर्यटन को विशेष प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा, जिससे राज्य के युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे तथा यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मील पत्थर साबित होगा। प्रदेश सरकार कांगड़ा के देहरा में अंतरराष्ट्रीय मापदंडों वाले चिडिय़ाघर तथा गोल्फ कोर्स स्थापित करने पर भी विचार कर रही है।

विकसित होंगे 25 पर्यटक स्थल

प्रदेश सरकार वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत 25 स्थलों को पर्यटक आकर्षण स्थलों के रूप में विकसित करने पर भी विचार कर रही है। इसके अतिरिक्त राज्य में जलाशय पर आधारित पर्यटन को विशेष रूप से प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। चंबा स्थित चमेरा डैम, रामसर आद्र्रभूमि स्थल तथा बिलासपुर की गोविंदसागर झील को जल क्रीड़ा गतिविधियों पर आधारित स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। भविष्य में सरकार युवाओं को पेडल बोट या हाइड्रोफायल बाइक खरीदने के लिए उपदान की सुविधा दी जाएगी।


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