शिमला में मैदान पर…बड़ा सियासी खेल

By: Apr 26th, 2023 12:11 am

पंकज चौहान—शिमला
राजधानी शिमला में खेल मैदान के नाम पर सिर्फ पार्क ही हैं। यहां बच्चों को खेलने की इच्छा तो होतीे है, लेकिन खेल के मैदान नहीं हैं। वहीं, नगर निगम शिमला के चुनावों के दौरान कई बड़े नेता और पार्टियों खेल मैदानों के निर्माण की बात तो करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं होता। शहर में जहां खेल के मैदान बन सकते थे, वहां पर छोटे छोटे पार्क बना दिए हैं। शहर में तो कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां खेल के मैदान ही नहीं हैं। एक ओर तो सरकार और प्रशासन कहता है कि युवाओं को खेलों में ज्यादा भाग लेना चाहिए और इसके लिए कई अभियान भी चलाए जाते हैं। बावजूद इसके शिमला में खेल के मैदानों का अभाव है। नगर निगम शिमला में कई पार्टियां बदली हैं और कई ने घोषणाएं तक की हैं, लेकिन शिमला नगर निगम के अंडर किसी भी क्षेत्र में कोई खेल मैदान का निर्माण नहीं हो पाया हैं। वहीं, कांग्रेस और भाजपा हमेशा कहती है कि युवाओं के लिए सरकार और उनकी पार्टियां मुख्य तौर पर कार्य कर रही हैं, लेकिन युवाओं के लिए जो बहुत महत्त्वपूर्ण हैं, उसके नाम पर तो सभी पार्टियां और नेता ठेंगा ही दिखा रहे हैं।

ऐसे में शहर में खेल के मैदान न होने के कारण बच्चों को सडक़ों पर ही खेलना पड़ता है। युवाओं को कसरत करने के लिए भी हजारों रुपए खर्च कर स्थानीय निजी जिमों में जाना पड़ता है। हालांकि शिमला शहर में चार खेल मैदान हैं, लेकिन इनमें खेलने के लिए एडवांस बुकिंग करवानी पड़ती है, जिसके लिए भी युवाओं को अपने थोड़े से जेब खर्चे को इक्ट्ठा कर बुक करवाना पड़ता है। बीसीएस, भराड़ी के मैदान, सेंट एडवर्ड स्कूल व समरहित में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का खेल का मैदान है, लेकिन उनका इस्तेमाल करने के लिए भी युवाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं, हमेशा से ही शहर के युवाओं की मांग रहती है कि शहर में खेलों के मैदानों का निर्माण किया जाए, लेकिन युवाओं की मांग को हमेशा से ही नगर निगम प्रशासन नजरअंदाज करता है, जब युवा मिलकर बात करते हैं तो निगम प्रशासन का एक ही जबाव रहता है कि जगह ही नहीं है तो कहां बनाएं ग्राउंड बावजूद इसके भी पार्टियां युवाओं को गुमराह करके उनके लिए घोषणाएं करते रहते हैं और कई युवा तो इसके लिए पार्टियों के साथ चुनावों में भी कार्य करते हैं, इस उम्मीद से कि उनके कहने पर पार्टियां या सरकार शिमला में खेल मैदानों का निर्माण किया जाएगा। (एचडीएम)

कई वार्डों में पार्क भी नहीं
नगर निगम शिमला के कई वार्ड ऐसे हैं कि जहां पर पार्क भी नहीं हैं और यदि है भी तो उसका फायदा भी कुछ ही लोगों को मिलता है। शहर के समरहील, संजौली के समीप सांगटी वार्ड और अन्य कई वार्ड हैं, जहां जिम और पार्कों की ज्यादा सुविधा नहीं है और जो बने हैं उनका लाभ भी दो चार घरों के लोगों को ही होता है। ऐसे में युवाओं को कसरत करने में भी कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। वहीं, सेना में भर्ती होने के लिए कसरत बहुत जरूरी है, ऐसे में पार्क और जिम का अभाव न होने के कारण युवाओं को काफी परेशानी हो रही है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App