धर्मशाला जोनल अस्पताल में एक्सपर्ट देना भूली सरकार

By: May 31st, 2023 12:11 am

धर्मशाला अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम, पर एमडी-साईकेट्रिस नहीं, ईएनटी ऑन लीव; जनता मायूस

नरेन कुमार-धर्मशाला
जिला कांगड़ा के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान जोनल अस्पताल धर्मशाला में ऑर्थो संग एमडी-साईकेट्रिस डाक्टर भी नहीं है। इतना ही नहीं एकमात्र ईएनटी विशेषज्ञ भी तीन माह के लिए ऑन लीव हो गए हैं। ऐसे में हर दिन सैकड़ों मरीज मायूस होकर लौटने को मजबूर हो रहे हैं। राष्ट्रीय मानकों में खरा उतरने वाले हिमाचल के पहले अस्पताल से भी अधिकतर मरीजों को रैफर ही किया जा रहा है। रोगों से संबंधित विशेषज्ञ डाक्टर न होने से ओपीडी सहित आईपीडी में भी इलाज करने की बड़ी समस्या बनी हुई। ऐसे में कई ओपीडी में सामान्य डाक्टरों के सहारे ही काम चलाया जा रहा है, जिससे मरीज भी ठगा सा महसूस कर रहे हैं। वहीं स्मार्ट सिटी धर्मशाला के अस्पताल में मौजूदा समय में इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट पर तो काम हो रहा है, लेकिन विशेषज्ञ न मिलने से समस्याएं अधिक बढ़ रही हैं। ऐसे में सरकार व स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी बड़े सवाल उठ रहे हैं। जोनल अस्पताल धर्मशाला में डाक्टर ऑफ मेडिसिन, ऑर्थो, मनोविज्ञान विशेषज्ञ के पद पूरी तरह से खाली चल रहे हैं। जबकि ईएनटी डाक्टर लंबी छूट्टी पर चले गए हैं, ऐसे में चार ओपीडी बंद होने की कगार पर पहुंच गई हैं। हालांकि जनरल डाक्टरों के सहारे काम चलाया जा रहा है।

वहीं धर्मशाला अस्पताल में मौजूदा समय में विशेषज्ञ डाक्टरों की जरूरत है, जबकि सामान्य डाक्टरों की अधिक भर्ती कर दी गई है। इतना ही नहीं जिन विभागों में स्पेशलिस्ट पहले से ही दो मौजूद हैं, वहां पर तीन भी कर दिए गए हैं। लेकिन जिन विभागों में एक भी विशेषज्ञ का पद नहीं भरा गया है, उन्हें पूरी तरह से खाली ही कर दिया गया है। ऐसे में जिला मुख्यालय व स्मार्ट सिटी के अस्पताल पहुंचने पर मरीजों व तामीरदारों को परेशानियां ही झेलनी पड़ रही है। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी के लिहाज से भी काफी लोग यहां पहुंचते हैं, ऐसे में इलाज करवाने सहित एडवेंचर स्पोट्र्स व अन्य पर्यटन गतिविधियों में हड्डी रोग विशेषज्ञ का पद एक साल से रिक्त होने पर भी बड़ी परेशानियां हो रही हैं। -एचडीएम

अस्पताल के एमएस डा. राजेश गुलेरी के बोल
क्षेत्रीय अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश गुलेरी ने बताया कि एमडी, मनोविज्ञान व आर्थों के पद रिक्त हैं, ईएनटी विशेषज्ञ छूट्टी पर हैं। इन्हें भरने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय से पत्राचार किया जा रहा है। मौजूदा समय में व्यवस्था करके ओपीडी को चलाया जा रहा है।

जोनल अस्पताल धर्मशाला का हाल
जोनल अस्पताल धर्मशाला में ओपीडी सहित आईपीडी में 300 बेड है, जिसमें 245 पूर्ण रूप से कार्य कर रहे हैं। डाक्टरों के 37 विशेषज्ञ पदों संग तीन डेंटल के पद स्वीकृत है, जिसमें विशेषज्ञ के 11 व 21 जनरल डाक्टर है। वहीं अस्पताल में मेडिसिन, ऑर्थो, मनोविज्ञान का पद खाली चल रहा है। हालांकि क्षेत्रीय अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों पर खरा पाया गया है।
एमडी-ऑर्थो न होने से बढ़ी परेशानी
धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त क्षेत्र बन चुका है। हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक वीआईपी मूवमेंट धर्मशाला क्षेत्र में रहती है। इतना ही नहीं एडवेंचर स्पोर्टस व पर्यटन की दृष्टि से भी अति महत्त्वपूर्ण स्थल है। ऐसे में स्मार्ट सिटी के अस्पताल में ऑर्थो व एमडी डाक्टर के न होने से कई बड़े सवाल सरकार व स्वास्थ्य विभाग पर भी उठ रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App