मां नयना के दर धार्मिक पर्यटन विकास के लिए मास्टर प्लान
नामी संस्थान से हायर किया जा रहा कंसलटेंट, सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्रारूप को देंगे अंतिम रूप
अश्वनी पंडित-बिलासपुर
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी में धार्मिक पर्यटन विकास के लिए एक बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इस संदर्भ में देश के किसी नामी संस्थान से कंसलटेंट हायर किया जाएगा जिसके लिए मंदिर न्यास प्रबंधन ने तलाश शुरू कर दी है। कंसलटेंट के जरिए पूरे मंदिर क्षेत्र को सुनियोजित तरीके से विकसित करने को लेकर सर्वेक्षण करवाकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी, जिसके आधार पर धार्मिक पर्यटन विकास की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। यह नया इनिशियटिव मंदिर न्यास के आयुक्त एवं उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने लिया है।
मंदिर के धार्मिक पर्यटन विकास के लिए तैयार की जा रही योजनाओं की निगरानी वह खुद कर रहे हैं। दरअसल, पिछले काफी समय से नयनादेवी में विकास को लेकर योजनाएं तो बनीं लेकिन विकास योजनाओं में कहीं न कहीं तकनीकी अड़चनों की वजह से उन्हें धरातल पर उतारने के तमाम प्रयास भलीभूत नहीं हो पाए हैं। स्थानीय लोगों के विरोधस्वरूप मंदिर के विकास को लेकर पिछली भाजपा सरकार के समय तैयार किए गए प्रोजैक्ट मजबूरन मंदिर न्यास प्रशासन को निरस्त करने पड़े हैं। चाहे पांच करोड़ रुपए की लागत के स्काई ग्लास ब्रिज के निर्माण की बात हो या फिर मंदिर के लिए लिफ्ट और लगभग सात आठ सौ लोगों की कैपेसिटी के अराईवल हॉल की। न्यास प्रशासन की मीटिंग में सर्वसम्मति से इन सभी प्रोजेक्टों को निरस्त किया गया है, जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है। नयना के दर का धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से नियोजित विकास कैसे संभव हो, इस पर मंथन करते हुए न्यास प्रशासन ने अब किसी नामी संस्थान का अनुभवी कंसलटेंट हायर कर मास्टर प्लान तैयार करने का निर्णय लिया है। बिलासपुर के उपायुक्त एवं मंदिर न्यास के आयुक्त आबिद हुसैन सादिक ने खबर की पुष्टि की है। उनका कहना है कि जल्द ही कंसलटेंट हायर कर नयनादेवी एरिया के नियोजित विकास का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। -एचडीएम
लंगर भवन में बनेगा हाईटेक किचन
श्रीनयनादेवी मंदिर न्यास के आयुक्त एवं बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक के अनुसार नयनादेवी में पुराने लंगर की जगह अब देश के नामी शक्तिपीठों, मॉल या बड़े व नामी गिरामी होटलों की तर्ज पर स्टेंडर्ड का मॉडर्न लंगर विकसित किया जाएगा। इस संदर्भ में जल्द ही विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। लंगर में हाईटेक किचन व श्रद्धालुओं को बिठाकर भोजन करवाने की एक सही व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी और ब्रेकफास्ट, लंच और डीनर तक की पूरी व्यवस्था रहेगी। पंजाब राज्य से सटा होने की वजह से नयनादेवी शक्तिपीठ की अपनी एक अलग धार्मिक महता है ।