काफल के औषधीय गुण

By: Jul 15th, 2023 12:14 am

कई तरह के फलों का सेवन आप करते होंगे, लेकिन क्या आपने कभी काफल का नाम सुना है या इस फल को खाया है। अगर नहीं खाया तो बता दें कि काफल एक पहाड़ी फल है, जो मुख्य रूप से उत्तराखंड में मिलता है। कभी उत्तराखंड जाएं तो इसका स्वाद जरूर चख कर देखें।
इस राज्य का यह प्रसिद्ध फल है, जिसे यहां के लोग बेहद चाव से खाते हैं। काफल एक छोटे आकार का बेरी जैसा फल है, जो गोल और लाल, गुलाबी रंग का होता है। इसका स्वाद मीठा और बहुत ही रसीला होता है। इस फल में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। गर्मी के मौसम में पहाड़ी लोग काफल का सेवन खूब करते हैं। आइए जानते हैं काफल खाने के फायदों के बारे में।
काफल में कई औषधीय गुण होते हैं और उत्तराखंड में इस फल का इस्तेमाल आयुर्वेद में कई तरह की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है। इसमें एंटी अस्थमा से भरपूर प्रॉपर्टीज होती हैं, जो अस्थमा से ग्रस्त लोगों को बेहद लाभ पहुंचाता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण यह कई तरह की समस्याओं जैसे डायरिया, अल्सर, जलन, सूजन, गले में खराश, अपच, एनीमिया, बुखार आदि को दूर कर सकता है। यहां तक कि इसके पेड़ की छाल, फूल, बीज आदि भी बेहद फायदेमंद होते हैं।
छाल एंटी एलर्जिक होती है, जो कई तरह की एलर्जी का इलाज करने में इस्तेमाल होती है। पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए आप काफल का सेवन कर सकते हैं। काफल के पेड़ की छाल दांतों के दर्द को भी दूर
करने में कारगर है। छाल को दांतों से 2-3 मिनट चबाने से दर्द कम हो सकता है। ऐसे में आपको दांतों से संबंधित समस्या है तो ये फल लाभदायक हो सकता है। यदि आपको स्ट्रेस, चिंता की समस्या लगातार बनी रहती है तो इसके लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए भी काफल का सेवन करना फायदेमंद है।
इसमें तनाव को कम करने वाले तत्त्व मौजूद होते हैं, जो मानसिक समस्याएं जैसे अवसाद, चिंता, तनाव आदि के लक्षणों को कम कर देते हैं। यदि आपको खांसी, सर्दी-जुकाम की समस्या है, तो आप काफल खा सकते हैं।
इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल तत्त्व होते हैं, जो इन समस्याओं को दूर करने में बेहद कारगर होते हैं। इसकी छाल से बने चूर्ण के सेवन से खांसी, गले में खराश, दर्द आदि को कम करने के गुण मौजूद हैं।


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