वर्तमान राजनीति से आम नागरिक पर मानसिक दबाव

By: Jul 22nd, 2023 12:15 am

जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक
नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952

पूरे विश्व में सभी देशों के अस्तित्व में आने से लेकर वर्तमान तक सदा जनता पर सत्ता काबिज होती आई है इसके रूप जरूर अलग-अलग रहे हैं कभी लोकतंत्र, कभी तानाशाही, कभी राजतंत्र, कभी गुलामी सभी तरह के आका राज करते आए हंै। सभी सत्ताओं की राजनैतिक परंपराएं व नीतियां अलग-अलग रही हैं भारतीय राजनीति ने भी सभी किस्म की सत्ताएं देखी व झेली हैं। आज का विषय भारतीय राजनीति के राजनैतिक चरित्र का नागरिक की मानसिकता पर प्रभाव क्या है, इस पर विश्लेषण, आलोचना, एवं अवलोकन का है, अत: उसी पर केंद्रित रह कर आगे बढ़ेगें। राजनीति का जनता व नागरिकों पर अच्छा बुरा प्रभाव पड़ता ही रहा है जो अपरिहार्य है।

राजाओं के समय विलासिता प्रधान रही औरतें असुरिक्षत थी, धनाड्डयों की संपत्ति तक भी राजाओं के रहमोकरम पर होती थी। ब्रिटिश हकूमत काल में औरतें, संपत्ति, धर्म के अलावा नागरिक भी सुरक्षित नहीं थे उनकी जान माल भी अग्रेंजी सरकार के रहमोकरम पर थी। स्वतंत्रता के बाद वर्तमान राजनैतिक पार्टियों की हकूमत में उनकी सोच, नीतियां, स्वार्थ, प्रलोभन, पक्षपातपूर्ण राजनैतिक नियंत्रण का नागरिकों पर दबाव बना रहा। प्रशासन, पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों का भी राजनीतिकरण बना रहा। नागरिक पूर्णतया निरकुंश एवं स्वतंत्र कभी न रहा, परंतु फिर भी स्वतंत्रता का सुखद एहसास बना रहा। यद्यपि विपक्षी मनासिकता युक्त नागरिक सत्तापक्ष की मानसिकता के दुष्प्रभाव से दबाव में रहते रहे। सभी पार्टियों में राजनैतिक स्वस्थता बनाम अस्वस्थता का संतुलन फिर भी कुछ तो बना रहा। भारतीय लोकतंत्र की भी गरिमा बनी रही इसके विपरीत पिछले दशक से अचानक भारतीय राजनीति ने अत्यंत विकृत, घिनौना, निकृष्टतम उच्चू मल्यों रहित, रूप इख्तियार कर लिया। बाहरी मुल्कों के सामने भी उच्च गरिमामय लोकतंत्र के नैतिक चरित्र ने अपनी पार्टियों के राजनैतिक हितों की खतिर परस्पर भौंडी नौटंकी के चलते खुद का तमाशा ही बना कर रख दिया, जिसे देख नागरिकों का मानसिक दबाव भी बढक़र क्षितिज तक जा पहुंचा है। वर्तमान में कुछ अपवादों को छोड़ अधिकतम नेताओं के कमीने बोल, चरित्रहीनता, भ्रष्टतम चालचलन, अरोपों प्रत्यारोपों की गिरावट, देश को बर्बाद करती वतन फरामोशी वाली हरकतों ने नागरिकों के मानसिक दबाब को बढ़ाने के साथ उनमें लोकतंत्र के प्रति आदर भाव को भी आहत कर असुरक्षा पैदा कर दी है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App