सामाजिक परिवेश से नाता तोड़ इंटरनेट पर वक्त बिता रहे छात्र, अधिक जानने के लिए पढ़ें यह खबर

By: Aug 23rd, 2023 10:15 pm

जब भी अध्ययन करें, मोबाइल फोन, लैपटॉप या अन्य गैजेट्स अपने पास न रखें, जिससे आपका ध्यान भटकता है हमेशा अध्ययन करते वक्त सोशल मीडिया से दूरी बनाएं। प्रभावी अधिगम व अध्ययन के लिए इन अभ्यास और कौशलों को अपनाने से आपकी सीखने की क्षमता बढ़ेगी और आपको लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

सौरभ राज कश्यप, प्रिंसीपल रेनबो सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सी-3 ब्लॉक, नई दिल्ली

विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति का स्वर्णिम काल है क्योंकि यह भावी जीवन की आधारशिला है। यह कहा भी जाता है कि व्यक्ति जिन आदतों को बचपन में या विद्यार्थी जीवन में अपना लेता है, वह आजीवन बनी रहती हैं, लेकिन विश्व में कोरोना वायरस महामारी के कारण शिक्षा के क्षेत्र में या कहें कि विद्यार्थियों के व्यवहार में असामान्य परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। कोरोना काल में आवश्यक सेवाओं के अलावा स्कूल और कॉलेज भी बंद किए गए और शैक्षणिक कार्यक्रम ऑनलाइन स्थानांतरित कर दिए गए, जिसके कारण विद्यार्थियों का अधिकांश समय घर में बीता और इसका बुरा प्रभाव यह रहा कि विद्यार्थीं सामाजिक संपर्क में नहीं रहे वे केवल इंटरनेट, टेक्नोलॉजी, ई.बुक और वेबसाइटों तक ही सीमित रहे।

वे लेखन कार्य से पूर्ण रूप से विमुख हो गए। वर्तमान समय में विद्यार्थी विद्यालय में शारीरिक रूप से उपस्थित होकर शिक्षा अवश्य प्राप्त कर रहा है परंतु ऑनलाइन शिक्षा के दौरान लेखन कार्य न करने तथा एकाग्रता की कमी का दुष्प्रभाव स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है, वह सोशल मीडिया के मोहपाश में पूरी तरह फंस चुका है। विद्यार्थी कार्य करने का बहाना बनाकर अपना अधिकांश समय सोशल मीडिया पर बर्बाद कर देता है। अध्ययन क्षेत्र में कहीं ना कहीं टेक्नोलॉजी विद्यार्थियों के लिए सहायक है, लेकिन इसके सामने बहुत बड़ी चुनौतियां भी हैं इसलिए विद्यार्थियों को सुनहरे भविष्य के निर्माण हेतु उच्च गुणवत्ता के अध्ययन के लिए स्वयं सुधार करने की आवश्यकता है । इन निम्नलिखित आदतों का विकास करके विद्यार्थीं अपनी अध्ययन क्षमता में वृद्धि कर सकते हैं।

अनुशासन: विद्यालय में अनुशासन का पालन करें। समयनिष्ठा का सदैव ध्यान रखें संपूर्ण कार्य समय पर करें आज का काम कल पर न डालें। विद्यालय के नियमोंए शिक्षकों व प्रधानाचार्य की आज्ञा का पालन करें। समय प्रबंधन: विद्यार्थी अध्ययन कार्यों और अन्य गतिविधियों की सूची बनाएं और उसके लिए समयसारिणी बनाएं अपने कार्यों को महत्त्व और अंतिम तिथियों के आधार पर प्राथमिकता दें। इस प्रकार अपने कार्य को आप अंतिम क्षण में जबरदस्ती करने से बचेंगे। प्रभावी पठन: पठन अध्ययन का अभिन्न हिस्सा है अपनी पठन समझ को बेहतर बनाने के लिए शिक्षक के पढ़ाने से पहले पाठ अवश्य पढ़ें। अस्पष्ट महत्त्वपूर्ण बिंदुओं को हाईलाइट या अंडरलाइन करें और जब शिक्षक निश्चित अध्याय को पढ़ाएं, तब उस पर विशेष ध्यान दें। ध्यानपूर्वक सुनना: प्रभावी अध्ययन कक्षा में ही शुरू होता है जब शिक्षक कक्षा में पढ़ाएं, तब विद्यार्थीं उन्हें ध्यानपूर्वक सुने। मुख्य बिंदुओं को लिखें, संदेह होने पर सवाल पूछें, कक्षा की चर्चाओं में सक्रिय भाग लें और शिक्षकों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देने की कोशिश करें।

नोट्स बनाना: प्रत्येक विषय के हस्तलिखित नोट बनाने की आदत विकसित करें, ऐसी विधि ढूंढें, जो आपको महत्त्वपूर्ण जानकारी को प्रभावी ढंग से याद करने में समर्थ बनाए। नियमित अभ्यास और समीक्षा: केवल नोट्स बनाना ही काफी नहीं है इन नोट्स को नियमित रूप से दोहराएं, ताकि वे महत्त्वपूर्ण बिंदु आपके मानस पटल पर अंकित हो जाएं।


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