घग्गर किनारे अवैध निर्माण से तबाही, अमरावती-डीएलएफ कालोनी के पास इस कारण ज्यादा नुकसान
दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़
हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने पंचकूला जिले में जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में अचानक अपेक्षा से अधिक हुई बारिश के पानी से क्षतिग्रस्त हुए राजमार्गों और पुलों का पुनर्निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। इस सिलसिले में उन्होंने बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक प्रदीप अत्री के साथ बैठक की। इस दौरान जानकारी मिली कि अमरावती और डीएलएफ कॉलोनी के पास घग्गर नदी की सीमा में 272 ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स के निर्माण होने की वजह से ज्यादा नुकसान हुआ है। इस निर्माण की जांच के लिए विस अध्यक्ष ने हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव को पत्र भी लिख दिया है। बताया गया है कि नदी की सीमा में हुए इन निर्माण कार्यों के कारण जहां एक ओर पानी ने फ्लैट्स में तबाही मचाई। वहीं, दूसरी ओर पानी को सही रास्ता न मिलने के कारण बांध और पुल भी क्षतिग्रस्त हुए।
बैठक में पंचकूला के सेक्टर 20 और सेक्टर 12ए को जोडऩे के लिए बन रहा ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की भी समीक्षा की गई। प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि यह पुल अगले 4 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। इसी प्रकार सेक्टर 12 और 12ए व सेक्टर 20 और 21 को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडऩे तथा इसकी क्रॉसिंग के लिए भी दो पुल 10 माह में बनकर तैयार हो जाएंगे। विस अध्यक्ष ने एनएचएआई अधिकारी से पूछा कि अमरावती का पुल मात्र एक साल में ही कैसे टूट गया। इस पर प्रदीप अत्री ने बताया कि पुल का शिमला की तरफ वाले 180 मीटर लंबे अप्रोच टुकड़े में से 36 मीटर का हिस्सा और रिटेनिंग दीवार क्षतिग्रस्त हुए हैं। अचानक तेज बारिश के कारण अपेक्षा से कहीं अधिक जल बहाव होने से यह नुकसान हुआ है। विस अध्यक्ष ने कहा कि इसकी मुरम्मत का कार्य उसी ठेकेदार से करवाया जाए, जिसने इस पुल का निर्माण किया था।
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