फ्रोज़न शोल्डर की समस्या

By: Oct 28th, 2023 12:14 am

जब कंधे को एक तरफ झुकाने के कारण फ्रोजन शोल्डर की समस्या हो सकती है। भारी सामान उठाने से भी कंधे में दर्द की समस्या होती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना फ्रोजन शोल्डर की समस्या ज्यादा होती है। इसमें असहनीय पीड़ा होती है। इससे काम करने में परेशानी होती है। डायबिटीज, हार्ट, पार्किंसन से ग्रसित मरीजों में यह मामले ज्यादा देखे जाते हैं…

कंधे में दर्द और अकडऩ होती है, तो उसे हम फ्रोजन शोल्डर कहते हैं। इसमें कंधे और शोल्डर का हिलना भी बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है। शुरू-शुरू में फ्रोजन शोल्डर की समस्या उतनी ज्यादा पता नहीं चलती है। फिर यह बढऩे लगती है। कंधे का दर्द और अकडऩ को व्यायाम से कम कर सकते हैं। एक्सरसाइज करने से दर्द कम होता है। फिजियोथैरेपिस्ट से जानिए फ्रोजन शोल्डर को दूर करने के लिए कौन-कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए और कितनी देर करनी चाहिए।

कंधे के जोड़ों के पास होती है सूजन
डाक्टर के अनुसार फ्रोजन शोल्डर होने से कंधे के जोड़ों के पास सूजन की समस्या होती है, जिससे अकडऩ महसूस होती है। रात को यह दर्द बढ़ जाता है। कंधे को एक तरफ झुकाने के कारण फ्रोजन शोल्डर की समस्या हो सकती है। भारी सामान उठाने से भी कंधे में दर्द की समस्या होती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना फ्रोजन शोल्डर की समस्या ज्यादा होती है। इसमें असहनीय पीड़ा होती है। इससे काम करने में परेशानी होती है। डायबिटीज, हार्ट, पार्किंसन से ग्रसित मरीजों में यह मामले ज्यादा देखे जाते हैं। सर्जरी के कारण फ्रोजन शोल्डर की समस्या देखने को मिलती है।

शुरुआत में होता है असहनीय दर्द
एक्सपर्ट बताते हैं कि फ्रोजन शोल्डर ठीक होने में डेढ़ साल का समय लग सकता है। इसे ठीक होने में तीन चरण के दर्द को पार करना पड़ता है। शुरुआत के दो से 9 माह तक असहनीय दर्द होता है। ऊपरी बांह से दर्द नीचे आता है। दर्द इतना ज्यादा होता कि रात को नींद भी नहीं आती है। दूसरे चरण में कंधों में अकडऩ आती है। यह दर्द चार से 12 माह तक रहता है। रिकवरी का समय पांच से 28 माह तक होता है। इस दौरान दर्द में सुधार होता है। इस दर्द को खत्म करने के लिए हमें नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी होगी। हाथों को गर्दन के पीछे रख कर कोहनी को ऊपर करें। एक्सपर्ट बताते हैं कि इस एक्सरसाइज को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। उसके बाद अपने दोनों घुटने को मोड़ लिजिए। हाथों को गर्दन की पीछे की ओर ले जाएं। कोहनी को ऊपर की ओर रखे। इसे तीन से 10 बार करें।

ट्विस्टिंग आउटवर्ड
इसे करने के लिए चेयर पर एक डंडा लेकर बैठ जाएं। कोहनी की सीध में डंडे को रखें। इस दौरान शरीर को बिना हिलाए जिस हाथ में दर्द नहीं है उसे मुव करें, जिससे दर्द वाला कंधा भी मूव हो। इसे पांच से छह बार करें। दर्द वाली बाजू की कलाई से दूसरे हाथ को पकड़ें।

अपवर्ड स्ट्रेचिंग भी है कारगर
इसे करने के लिए दीवार के ऊपर में रिंग या खूंटी लगा दें। इसमें रस्सी लटका दें। अब रस्सी को दोनों हाथों से पकड़ लें। जिस बाजू में दर्द नहीं है उससे रस्सी को नीचे की ओर खींचे और दर्द वाले कंधे को ऊपर की ओर ले जाएं। इस एक्सरसाइज को दस बार करें।

पेंडुलम स्ट्रेच है इफेक्टिव
एक्सपर्ट बताते हैं कि जिस कंधे में दर्द नहीं उसकी हथेली आगे करके झुकाते हुए किसी मेज पर टिका लेंगे। इसके बाद दर्द देने वाले कंधे को आगे पीछे करेंगे। इससे दर्द वाले कंधे को राहत मिलेगी। इसे पांच से दस बार करें।


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