कुदरती जड़ी बूटियों से संभव है हर बीमारी का इलाज

By: Nov 12th, 2023 12:12 am

चौपाल कालेज में मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम में बताया आयुर्वेद का महत्त्व

स्टाफ रिपोर्टर—चौपाल, नेरवा
राजकीय महाविद्यालय चौपाल में मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्रेस समन्वयक वर्षा कलेट ने बताया कि पूरे देश में चलाए जा रहे मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसमें आयुर्वेद अधिकारी डा. धर्मेंद्र सिसोदिया एवं राजेश मेहता ने छात्रों को आयुर्वेदिक उपचार पद्धति के महत्त्व की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि आयुर्वेदिक एक प्राचीन उपचार पद्धति है एवं इस पद्धति के तहत हरेक मर्ज का इलाज संभव है, परंतु इसके लिए कुदरती जड़ी बूटियों का ज्ञान होना आवश्यक है। यदि व्यक्ति को इन जड़ी बूटियों का ज्ञान हो तो बड़े से बड़ी गंभीर बिमारी का इलाज आयुर्वेदिक पद्धति से संभव है। प्राचीन समय में जब विज्ञान इतना विकसित नहीं हुआ था, उस समय गंभीर से गंभीर बिमारियों का उपचार आयुर्वेद से ही किया जाता था, जिसका शास्त्रों में भी वर्णन है।

उन्होंने छात्रों से आयुर्वेद को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि अपने घरों में तुलसी, गिलोय एवं अश्वगंधा जैसे औषधीय पौधे ज़रूर उगाएं। इन पौधों की पत्तियों, टहनियों एवं जड़ों में अमृत जैसी शक्ति है एवं यह कई बिमारियों में अत्यंत लाभदायक है। इनमें तुलसी जहां सर्दी और जुकाम में रामबाण औषधि है, वहीं गिलोय और अश्वगंधा हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इस मौके पर एनएसएस समन्वयक प्रियंका ठाकुर द्वारा छात्रों को आयुर्वेद का जीवन में प्रयोग विषय पर एक डाक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। इस डाक्यूमेंटरी में बताया गया कि ऐसी कोई भी बिमारी नहीं है, जिसका आयुर्वेद में उपचार न हो, परंतु इसके लिए जड़ी बूटियों की सही जानकारी एवं ज्ञान होना अनिवार्य है। आज के दौर में जब रसायनों का अंधाधुंध इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसे में जरूरत इस बात की है कि आयुर्वेद पर विशवास करते हुए इसे बढ़ावा दिया जाए।


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