जौ लहि आप हेराई न कोई

By: Nov 16th, 2023 12:05 am

इसीलिए कहा गया है..‘सकल पदारथ हैं जग माहीं, कर्महीन नर पावत नाहीं’। जो आदतन परजीवी बने रहते हैं, दूसरों की मदद के तलबगार बने रहते हैं, वे ही असफल होते हैं। कोई साहसी और मजबूत इरादों वाला व्यक्ति कभी असफल नहीं होता। यह जीवन के हर क्षेत्र में सच है। अत: याद रखिए, सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित करना पड़ता है, उस लक्ष्य की ओर पूरा ध्यान केंद्रित करना पड़ता है, कठिनाइयों का मुकाबला करना पड़ता है और लक्ष्य की प्राप्ति में इतना समय और प्रयत्न लगाना पड़ता है कि आदमी उसी में खो जाता है, और जब कोई खुद अपने लक्ष्य की प्राप्ति में ही खो जाता है, उसी में रम जाता है तो लक्ष्य को पा लेना उसके लिए आसान हो जाता है…

क्या आप जीवन में सफल होना चाहते हैं? सवाल गलत था, इसे थोड़ा सुधार कर पूछना पड़ेगा। क्या आप सचमुच सफल होना चाहते हैं? स्वयं से पूछिए। खुद को टटोलिए और समझने का प्रयत्न कीजिए कि आप वास्तव में क्या चाहते हैं? मैं जानता हूं कि आप का उत्तर क्या होगा। आप सचमुच सफल होना ही चाहते हैं। हर व्यक्ति सफलता चाहता है। पर क्या यह ‘चाहना’ सिर्फ चाहत तक ही सीमित है, या आप इस सफलता की कीमत चुकाने को तैयार हैं? महत्वपूर्ण यह नहीं है कि आप सफल होना चाहते हैं या नहीं, यक्ष प्रश्न यह है कि आप अपनी सफलता की कीमत देने को तैयार हैं या बिना कुछ किए-धरे सफलता चाहते हैं? अक्सर लोग वक्त की कमी को अपनी सफलता का सबसे बड़ा रोड़ा मानते हैं। वक्त न होने का रोना रोने का एक ही मतलब है कि आप व्यवस्थित नहीं हैं। आप सैर न करने वाले लोगों से पूछ कर देखिए, वे सभी आप को बताएंगे कि उनके पास सैर का वक्त ही नहीं होता, जबकि सैर करने वालों की दिनचर्या उनसे कहीं ज्यादा व्यस्त हो सकती है। वक्त बनाने के लिए खुद को व्यवस्थित करना होता है, अपना आलस्य छोडऩा होता है। कुछ पाने के लिए कुछ मूल्य तो चुकाना ही पड़ेगा। आप भी सफल होना चाहते हों तो एक बात समझ लें। सफलता आसान नहीं होती।

सफलता अपनी कीमत मांगती है। कुछ चुकाये बिना कुछ प्राप्त करने की इच्छा रखना मूर्खों के स्वर्ग में रहना है। सफलता आपकी सारी ऊर्जा चाहती है, सारा ध्यान चाहती है। प्रसिद्ध सूफी कवि मलिक मुहम्मद जायसी ने अपने महाकाव्य ‘पद्मावत’ में कहा भी है..‘जौ लहि आप हेराई न कोई, तौ लहि हेरत पाव न सोई’। सफलता आपकी मंजिल है। आप अभी सफलता पाने के प्रयत्न में हैं। यानी मंजिल अभी ‘गुम’ है, जिसे आप ढूंढऩे के प्रयत्न में हैं। जायसी ने इस एक अकेली पंक्ति में एक पूरा शास्त्र भर डाला है। इस एक वाक्य में पूरा समुद्र समाया हुआ है। इस एक पंक्ति में सफलता का पूरा फलसफा कह दिया गया, स्पष्ट है कि जब तक हम ‘गुम’ मंजिल पाने के प्रयत्न में खुद नहीं गुम हो जाते, तब तक मंजिल पाना संभव नहीं है। सफल व्यक्ति बनने के लिए यह समझना अत्यंत आवश्यक है कि हम क्या सीखें, कैसे सीखें और कब सीखें? अर्थात हमें प्रयत्न और प्रयत्न की दिशा तथा उसके समय पर भी ध्यान देना होगा। सफल होने के लिए हजार सूत्रों का एक ही सूत्र है.. ‘शर वत् भव’, यानी, तीर की तरह हो जाओ। तीर जब कमान से निकलता है तो वह इधर-उधर की सैर नहीं करता, सीधा निशाने की ओर जाता है। इसी प्रकार यदि हम सफल होना चाहते हैं तो हमें पूरी तरह से सिर्फ उसी एक उद्देश्य की ओर केंद्रित हो जाना पड़ता है, जो हमारी मंजिल है। भटक गए तो अटक गए! अलग-अलग कार्यक्षेत्रों में अलग-अलग लोग सफल हुए हैं। कोई सफल नेता है, कोई सफल अभिनेता है और कोई सफल खिलाड़ी है। तीनों क्षेत्रों के सफल लोगों के प्रशंसकों की संख्या बहुत बड़ी हो सकती है, उनकी आय बहुत ज्यादा हो सकती है, लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि कोई सफल अभिनेता सफल खिलाड़ी भी बन जाए, या सफल खिलाड़ी सफल नेता या सफल अभिनेता भी बन जाए। इसलिए यह आवश्यक है कि आप अपना एक निश्चित कार्यक्षेत्र चुन लें और अपना सारा ध्यान उसी क्षेत्र की ओर लगाएं। कहने का अर्थ यह है कि आप हर हाल में अपनी मंजिल की तरफ फोकस रखें और तीर की तरह उसी उद्देश्य की ओर केंद्रित रहें जो आपकी मंजिल है।

खिलाड़ी हमेशा अभ्यास करता रहता है, अभिनेता हमेशा अभ्यास करता रहता है और सफल राजनीतिज्ञ भी इसीलिए सफल हो पाता है कि वह अपने काम का रियाज हमेशा करता रहता है और हर रोज कुछ न कुछ नया सीखता ही है। हम कोई हुनर सीखकर नहीं पैदा होते। हममें से कोई वीर अभिमन्यु नहीं है। हमें तो हुनर सीखना पड़ता है, उस पर मेहनत करनी पड़ती है और उसे धीरे-धीरे वक्त की सान पर घिस कर पैना करना पड़ता है। जिस माहौल में हम सांस लेते हैं, जिस समाज का हम अंग हैं, जिस संसार में हम जीते हैं, शिक्षा ग्रहण करने के लिए उससे बड़ा स्कूल दुनिया में कोई नहीं। वही हमें सीख देता है, अनुभव देता है। यह सच है कि अनुभव होते-होते होता है, इसीलिए किसी ने कहा है कि मैन इज वाइजर दैन यस्टरडे। अनुभव या निष्कर्ष पहले से किसी के पास नहीं होते। जिनके पास अनुभव या निचोड़ होते हैं, यह उनकी योग्यता है। पर अनुभव या निचोड़ न होना भी एक योग्यता है क्योंकि अनुभवी व्यक्ति का हर चीज के प्रति एक निश्चित नजरिया होता है, जबकि अनुभवहीन व्यक्ति नए नजरिये की खोज कर सकता है। इसके अतिरिक्त हमें नवीनतम जानकारियों व आविष्कारों आदि से अवगत होते रहना चाहिए। बिना समय की नब्ज पर हाथ धरे, हम यह पता नहीं रख सकते कि हमारे कार्यक्षेत्र में नया क्या हो रहा है। समय के साथ कदम मिला कर चलने से उन्नति शीघ्र होती है। सफलता भीख में नहीं मिलती, दान में नहीं मिलती, उसकी कीमत देनी पड़ती है और वह कीमत कम नहीं है। शिक्षा और साधनों का अभाव और अवसर की कमी का बहाना सिर्फ नादानी है। बहुत से प्रसिद्ध लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे, लगन और मेहनत से साधनों के अभाव पर काबू पाया जा सकता है और अवसर की कमी का तो रोना ही गलत है। सच तो यह है कि अवसर होता है, हमेशा होता है, लेकिन उसे पहचानना पड़ता है। उसके लिए आंखें खुली रखनी पड़ती हैं और सदा चौकस रहना पड़ता है। यूं समझिए कि अवसर एक ऐसा व्यक्ति है जिसके सिर पर सामने तो बाल हैं लेकिन वह पीछे से गंजा है। उसे आते तो पकड़ा जा सकता है, लेकिन जाते नहीं। सफल होने के लिए स्वयं में लगन होना आवश्यक है, एक लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है।

असफल कई तरीकों से हुआ जा सकता है जबकि सफलता की एक ही राह संभव है। इसीलिए असफल होना आसान है और सफल होना मुश्किल। निशाना चूकना आसान होता है, निशाना लगाना मुश्किल। जो मुश्किल काम से जी चुराता है, वह कभी सफल नहीं होता। मेहनत और जांमारी के बिना कभी कोई सफल नहीं होता। निकम्मा आदमी किसी काम का नहीं। इसीलिए कहा गया है..‘सकल पदारथ हैं जग माहीं, कर्महीन नर पावत नाहीं’। जो आदतन परजीवी बने रहते हैं, दूसरों की मदद के तलबगार बने रहते हैं, वे ही असफल होते हैं। कोई साहसी और मजबूत इरादों वाला व्यक्ति कभी असफल नहीं होता। यह जीवन के हर क्षेत्र में सच है। अत: याद रखिए, सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित करना पड़ता है, उस लक्ष्य की ओर पूरा ध्यान केंद्रित करना पड़ता है, कठिनाइयों का मुकाबला करना पड़ता है और लक्ष्य की प्राप्ति में इतना समय और प्रयत्न लगाना पड़ता है कि आदमी उसी में खो जाता है, और जब कोई खुद अपने लक्ष्य की प्राप्ति में ही खो जाता है, उसी में रम जाता है तो लक्ष्य को पा लेना उसके लिए आसान हो जाता है।

पीके खु्रराना

हैपीनेस गुरु, गिन्नीज विश्व रिकार्ड विजेता

ई-मेल: indiatotal.features@gmail.com


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App