पार्किंग बनी बीबीएमबी की वर्कशॉप
उचित देखभाल न होने से उगी कंटीली झाडिय़ां, संवेदनशील क्षेत्र में भी आ-जा रहे लोग
निजी संवाददाता- पंडोह
पंडोह डैम की वर्कशाप व वाटर वक्र्स पिछले कई महीनों से निजी वाहनों की सेफ पार्किंग बने हुए हैं। ना तो वर्कशॉप एरिया की और ना ही वाटर वक्र्स की कोई मरम्मत, रखरखाव सुचारू व सुरक्षित तौर से किया जा रहा है। जिसे ये दोनों क्षेत्र बंजर और असुरक्षित हो गए हैं। अधिकारी मस्त हैं और परियोजना के महत्वपूर्ण क्षेत्र त्रस्त हैं। ब्यास सतलुज लिंक परियोजना बीएसएल का मुख्य स्थल पंडोह डैम हैं। जिसके निर्माण का मंत्र इसकी वर्कशॉप से निकाला है। अब डैम की देखरेख व गुणवत्ता के टिप्स भी इसी वर्कशॉप से मिलते हंै। जो लगभग 70 बीघा क्षेत्र में फैली हुई है। मगर अब इस वर्कशॉप का मात्र कुछ हिस्सा ही प्रयोग हो रहा है। बाकी 60 प्रतिशत हिस्से में पेड़ पौधों व कंटीली झाडिय़ों का कब्जा हो गया है। यही हाल बीबीएमबी के वाटर वक्र्स की भी है।
जो लगभग 30 बीघा में फ ैला हुआ है। पूरी आवासीय कॉलोनी, थर्ड आई आर बीएन, ट्रांजिट कैंप व पंडोह बाजार को यहीं से पीने का पानी सप्लाई होता है। इसलिए इस सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है। बीबीएमबी के कर्मचारी केवल पानी की सप्लाई करते हैं। ज़मीन की सुरक्षा, पानी के टैंक की सुरक्षा मानो इनकी ड्यूटी का हिस्सा नहीं है। तभी तो यहां भी निजी वाहनों की सेफ पार्किंग बना हुआ है। हर कोई कभी भी इस वर्जित और बहुत ही सेंसटिव एरिया में घुस जाता है। यहां लोग शराब पीते हैं और मौज करते हैं। इस संबंध में एसडीओ राकेश कुमार ने कहा कि वर्कशॉप एरिया में किसी को भी बिना अनुमति के अंदर आने की इजाजत नहीं है। वाहनों की पार्किंग का तो सवाल ही नहीं है। यदि कोई वाहन इन क्षेत्रों में पार्क मिलता है तो उसके मालिक के खिलाफ व हमरे चौकीदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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