रेडियोलॉजिस्ट को छुट्टी की देनी होगी सूचना

By: Dec 23rd, 2023 12:11 am

डीएसी और डीएए की बैठक में सीएमओ ने जारी किए निर्देश, अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर चस्पां करना होगा नोटिस

स्टाफ रिपोर्टर, मंडी
जिला के अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों को अब रेडियोलॉजिस्ट के अवकाश पर चले जाने से पहले इसकी सूचना सीएमओ मंडी को देनी होगी। साथ ही अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर इसकी सूचना आम जनता के लिए चस्पां करनी होगी। ऐसा न करने की सूरत में डीएसी और डीएए मिलकर किसी भी वक्त निरीक्षण कर कारवाई करेगी। शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी के कार्यालय में पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत गठित डीएसी और डीएए की बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी एनके भारद्वाज ने क हा कि जिला में जहां भी लिंगानुपात में गिरावट आंकी जाएगी वहां आईईसी करवाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रसव पूर्व लिंग जांच करवाना गैर कानूनी है। ऐसा करता कोई पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कारवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला में कार्यशील अल्ट्रासाउंड केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। निजी केंद्रों में मरीजों को बैठने की उचित जगह, शौचालय सुविधा और साफ सफ ाई सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि जब भी किसी अल्ट्रासाउंड सेंटर के रेडियोलॉजिस्ट अवकाश पर रहते हैं तो इसकी सूचना डीएए को देना अनिवार्य होगा। आम जनता के लिए भी सेंटर के बाहर नोटिस लगाना होगा ताकि मशीन कोई दूसरा व्यक्ति प्रयोग न कर सके। उन्होंने कहा कि जहां जिस डॉक्टर या रेडियोलॉजिस्ट के नाम से रजिस्ट्रेशन है वही इसका संचालन कर सकता है और दूसरा कोई गैर मौजूदगी में इस मशीन को नहीं चला सकता। बैठक में जिला एडवाइजरी कमेटी सदस्य पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों को डीएसी और डीएए के सभी सदस्यों के नाम और फ ोन नंबर सेंटर के बाहर डिस्प्ले करना अनिवार्य है। कमेटी को शिकायत मिली है कि कुछ सेंटर गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए एंबुलेंस का प्रयोग करते हैं और वापस छोडऩे के लिए आनाकानी करते हैं। ऐसा करने वाले सेंटर संचालकों पर भी कमेटी सख्त एक्शन लेने वाली है। उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउंड के ज्यादा रेट वसूलने की शिक ायतों पर भी कमेटी ने संज्ञान लिया है। एक गर्भवती के दो या तीन से ज्यादा अल्ट्रासाउंड करवाने वाले सेंटरों पर भी कमेटी ने कड़ा संज्ञान लेने का निर्णय लिया है ताकि गैर जरूरी अल्ट्रासाउंड का बोझ किसी आम आदमी पर न डाला जाए। वहीं कमेटी ने सरकार से आग्रह किया है कि मंडी जोनल हॉस्पिटल के लिए स्थाई रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त किया जाएगा,क्योंकि यहां रोजाना मातृ शिशु अस्पताल की गायनी ओपीडी में 100 से 150 मरीज रोजाना आते हैं।


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