सराज में सडक़ों पर दम तोड़ रहे मवेशी

By: Jan 15th, 2024 12:55 am

नाम के लिए गोशालाएं, कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे गुजार रहे रातें
निजी संवाददाता-थुनाग
सराज विधानसभा क्षेत्र में हर तरफ आवारा पशु ठंड में दम तोड़ रहे हैं। पिछले दो महीनों से कई सैकड़ों पशु ठंड की चपेट में आने से मर गए हैं। इसके साथ खाना ना मिलने के चलते भी सैकड़ों आवारा पशु ने अपना दम तोड़ दिया है लेकिन हालत यह है कि सराज विधानसभा क्षेत्र में आवारा पशुओं के जंजैहली के ढीम कटारू, कुथाह, बागाचनोगी में तीन गौशालाएं बनाई गई है पर उसके बावजूद भी पशु खुले आसमान के नीचे हाड़ कंपा देने वाली ठंड में अपने दिन व राते गुजर रहे हैं। जहां पिछली भाजपा सरकार ने गोशाला के नाम पर शराब की बोतलों से दो रुपए का कर वसूला। वहीं वर्तमान सरकार ने आवारा पशुओं के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अधिकारियों को पशुओं देखभाल के लिए रात्रि आश्रय निर्मित करने और पर्याप्त संख्या में कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में 10 दिन के भीतर कार्य योजना तैयार करने की हिदायत दी है।

लेकिन इसके बावजूद भी सराज विधानसभा में सैकड़ो पशु ठंड से मरने को लाचार है। सराज विधानसभा क्षेत्र में सर्दी के मौसम होने के चलते जहां सराज घाटी में तापमान माइनस डिग्री के नीचे चला जाता है वही ठंड से बच पाना आवारा पशुओं के लिए मुश्किल हो रहा है लेकिन ना प्रशासन की ओर से पशुओं के लिए कोई गौ सदन है और ना ही प्रशासन के पास कानून कार्रवाई करने का तरीका है क्योंकि अधिकतर पशु सराज क्षेत्र के इर्द गिर्द के ही है लेकिन प्रशासन और विभाग इस पर जरा सा भी कार्यवाही नहीं कर रहा है। हालत यह है कि दर्जनों पशु ऐसे मिलेंगे जिनके कानों पर बकायदा टैग लगे हुए हैं और टैग नंबर बिल्कुल साफ दिख रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी काई कार्रवाई नहीं हो रही है। सराज क्षेत्र के जंजैहली संगलवाड़ा, जरोल, कुथाह, मझाखल, भुलाह, शिबाखड, ध्वास, बागाचनोगी, भाटकीधार, जंजैहली, थुनाग, बगस्याड इत्यादि क्षेत्रों में यह पशु अपनी जिंदगी के आखिरी सांस गिन रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App