Paid Internship: यूजीसी ने जारी की नई गाइडलाइंस, यूजी के छात्रों को मिलेगी पेड इंटर्नशिप

By: Jan 12th, 2024 10:40 pm

दिव्य हिमाचल ब्यूरो— नई दिल्ली

नीति 2020 के तहत लाए जा रहे कोर्स में इंटर्नशिप और रिसर्च को भी कोर्स का हिस्सा बनाया जा रहा है। चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स भी अब लागू हो गया है। यूजीसी ने शिक्षा संस्थानों और यूनिवर्सिटीज के बीच टाईअप को लेकर गाइडलाइंस जारी की है। यूजीसी की गाइडलाइंस में छात्रों के पेड इंटर्नशिप को खासा महत्व देते हुए कहा गया है कि कंपनियों और फर्मों को पेड इंटर्नशिप की पेशकश करने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इसे इंडस्ट्री की ओर से चलाए जाने वाले कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी प्रोग्राम के तहत भी ला जा सकता है। कंपनियों को यह भी सलाह दी गई है कि इंटर्नशिप की अवधि के दौरान भागीदारों को बीमा सुरक्षा भी दी जानी चाहिए। यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार का कहना है कि यूनिवर्सिटी, कालेज समेत सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में इंटर्नशिप पर खास फोकस करना होगा। यूजीसी की गाइडलाइंस भी कहती हैं कि यूनिवर्सिटी की यह कोशिश होनी चाहिए कि छात्रों को कंपनियों में पेड इंटर्नशिप दिलवाई जाए और इसके लिए कंपनियों से भी बात की जाए। प्रो. कुमार का कहना है कि हर यूनिवर्सिटी में इंडस्ट्री रिलेशंस सेल हो और यूनिवर्सिटी-इंडस्ट्री डे भी मनाया जाए। ज्वाइंट रिसर्च प्रोजेक्ट को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

यूनिवर्सिटी-कॉलेज में स्टूडेंट करियर काउंसिलिंग सेल हो, जिसमें यूनिवर्सिटी और इंडस्ट्री दोनों के अधिकारी शामिल हों। व्यावसायिक और कौशल विकास योजना को लागू करने की योजना के तहत उद्योगों की मदद ली जा रही है। यूजीसी का कहना है कि इंडस्ट्री के साथ टाईअप कर यह देखना होगा कि उद्योगों की क्या-क्या जरूरतें हैं और मौजूदा पढ़ाई के साथ-साथ क्या नए पाठ्यक्रम जोड़े जा सकते हैं। यूजीसी गाइडलाइंस में कहा गया है कि स्टेट लेवल पर यूनिवर्सिटी, कॉलेजों और इंडस्ट्री का एक क्लस्टर तैयार किया जाना चाहिए, ताकि संयुक्त रिसर्च कार्यक्रम को बढ़ावा मिल सके। यूनिवर्सिटी-कॉलेजों की गवर्निंग बॉडी में इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स को शामिल किया जाए और प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस योजना तो लागू हो ही चुकी है।


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