बीज और खेती के औजार बांटे

By: Feb 17th, 2024 12:55 am

कटराईं में एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर, सहायक आयुक्त ने किसानों को दिए टिप्स, 50 किसानों को दी मदद
कार्यालय संवाददाता-पतलीकूहल
शुक्रवार को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय स्टेशन कटराईं में अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण एवं कृषि उपकरण व बीज वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुल्लू के 15 गांवों के 50 किसानों ने भाग लिया। संस्थान ने किसानों को दो लाख रुपए के बीज व कृषि उपकरण भी वितरित किए। इस अवसर पर सहायक आयुक्त उपायुक्त कुल्लू शशिपाल नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। स्टेशन के अध्यक्ष डा. चंद्र प्रकाश ने मुख्यअतिथि का स्वागत किया। आईएआरआई के अध्यक्ष ने मुख्यातिथि व किसानों को स्टेशन की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस अनुसंधान केंद्र में किसानों को सब्जियों व फूलों के उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि किसान स्वयं स्वरोजगार का सृजन कर कमाई कर सके। इसके लिए संस्थान किसानों को नई नई तकनीक के बारे में जागरूकता शिविरों का आयोजन करता है।

वह किसानों को फार्म से बीज देता है और जब बीज तैयार होता है तो वह किसानों को उनसे खरीदता भी है ताकि किसानों को बीज का उत्पादन करने के बाद इसके बेचने की चिंता न हो। इस फार्म में वर्ष 2012 में बंदगोभी को पहला हाईब्रीड बीज तैयार किया, जिसमें चार किस्म का बीज संस्थान के पास उपलब्ध है। वहीं हाईब्रीड फुलगोभी के तीन प्रकार की हाईब्रीड बीज तैयार किया है। उन्होंने कहा की कटराई आईएआरआई इस समय 45 प्रकार की बीजों का उत्पादन कर रहा है। बहुत सी सब्जियों के बीजो का उत्पादन मैंदानी क्षेत्रों में नहीं होता है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान कटराईं उन बीजों का उत्पादन यहां करता है और उस बीज को पूरे देश में सरकारी व गैर सरकारी कंपनियों को देता है। इस अवसर पर सहायक इस अवसर पर डा. संदीप कुमार, डा. चंदेल ने मुख्यातिथि के फार्म व संग्रहालय का भ्रमण किया। कार्यक्रम के समापन में प्रधान वैज्ञानिक डाण् मस्तराम धीमान ने संस्थान में आए किसानों व मुख्यातिथि का तह दिल से आभार जताया।

अनुसंधान स्टेशन का भरपूर लाभ लें किसान
आयुक्त उपायुक्त कुल्लू शशिपाल नेगी ने कहा कि किसानों को ऐसे अनुसंधान स्टेशन का भरपूर लाभ लेना चाहिए, जिससे थोड़े से क्षेत्र में अधिक पैदावार ले सकें। आजकल कृषि व बागबानी के क्षेत्र में प्रतिदिन कई प्रकार की प्रजातियों को ईजाद किया जा रहा है जिससे किसानों व बागबानों को फायदा हो। सहायक आयुक्त शशिपाल नेगी ने कहा कि किसानों को हर तरफ से सेहत की ओर गंभीर होना चाहिए। चाहे वह शरीर की बात हो या फिर खेत की मिट्टी की बात हो। यदि इनकी संरचना में पोषकता होगी तभी वातावरण भी बढिया होगा। किसानों को जैविक खेती की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए जो कि सभी के लिए बढिया वातावरण देें।

कृषि अनुसंधान संस्थानों से संपर्क में बने रहने चाहिए ताकि नई नई तकनीक के बारे में जानकारी मिल सके और थोड़े से क्षेत्र में अधिक पैदावार किस तरह लेनी है इसके लिए वैज्ञानिकों की संगत में रहना अति आवश्यक है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि सरकारें हर विभाग के माध्यम से किसानों को कई प्रकार की योजनाओं को चला रही है जिससे समूहों से इन योजनाओं को लेने में भारी लाभ रहता है।


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