एक फोन पर घर पहुंचेगी एंबुलेंस वैन

By: Mar 15th, 2024 12:55 am

कांगड़ा जिला के सात विकास खंडों में शुरू हुई सुविधा, यहां-वहां भटकने से मिलेगी राहत

नगर संवाददाता- मकलोडगंज
पशुओं के बीमार होने पर पशुपालकों को भटकने से राहत मिल गई है। जिला कांगड़ा के सात विकास खंडों में आज से शुरू की गई मोबाइल पशु चिकित्सा वैन की सुविधा मिलने लगी है। शहरी क्षेत्र में पशुओं के बीमार होने पर त्वरित और विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श मिल जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी चिकित्सकों और पशुओं के इलाज में दिक्कतें पशुपालकों के सामने चुनौती बनती हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर रूप से बीमार पशुओं को पशु अस्पताल तक ले जाना बड़ी समस्या होती है। इन सभी समस्याओं से पशुपालकों को निजात मिलनी शुरू हो गई है। देहरा, शाहपुर, इंदौरा, ज्वाली, बैजनाथ, नगरोटा, सुलाह के गढ़ में यह सुविधा आज शुरू हो गई है। वैन में चिकित्सक, फार्मासिस्ट और चालक मौजूद रहेंगे। यह टीम छोटे ऑपरेशन भी करेगी।

इसके अलावा दवाइयां और टीके की भी सुविधा होगी। जिलाभर में इस सेवा के आरंभ होने सेपशुपालन किसी भी कोने से टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर आपात स्थिति में गंभीर पशु रोगों के उपचार के लिए पशु चिकित्सा सेवा अपने घर पर हासिल कर सकते है। हर एंबुलेंस के साथ एक पशु चिकित्सक और एक फार्मासिस्ट उपलब्ध होंगे। जब भी किसी पशुपालक को आपात स्थिति में मदद चाहिए होगी, तो वह टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर सकेंगे।

सुबह दस से शाम पांच बजे तक मिलेगी सुविधा
विभाग कांगड़ा के उपनिदेशक डा. संजीव धीमान ने बताया कि वैन की सुविधा पशुपालकों को सुबह दस से शाम पांच बजे तक ही मिलेगी। इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। 1962 टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर ही सुविधा मिलेगी। एक फोन करने पर ही पशु चिकित्सा वैन घर तक पहुंचेगी। साथ में सभी दवाइयां निशुल्क मिलेंगी। कॉल करने पर ब्लॉक और गांव की जानकारी देनी होगी। इसके बाद वैन जल्द से जल्द पशु के इलाज के लिए घर पहुंच जाएगी। विभाग जिला कांगड़ा के उपनिदेशक डा. संजीव धीमान ने बताया कि यह सुविधा केवल गाय, भैंस, बैल, भेड़ और बकरियों को मिलेगी।


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