बेरोजगारों को स्वरोजगार की राह दिखा रहे बलवीर सिंह

By: Mar 31st, 2024 12:16 am

30 साल से बंजर पड़ी भूमि पर लहराई गन्ने की फसल, पहले यहां पर ही उगाई जाती थी कई तरह की फसलें

स्टाफ रिपोर्टर-हमीरपुर
ग्राम पंचायत कशमीर के कशमीर गांव से संबंध रखने वाले पूर्व कैप्टन बलवीर सिंह ने 30 सालों से बंजर पड़ी जमीन का इस्तेमाल कर गन्ने के रूप में सोना उगाया है। इस बंजर जमीन से गन्ने की अच्छी पैदावार होने की किसी को उम्मीद नहीं थी। हौंसला दृढ़ था तो सिर्फ पूर्व कैप्टन बलवीर सिंह का। उन्होंने बंजर भूमि पर फसल तैयार कर युवाओं को स्वरोजगार की राह दिखाई है। वैसे तो 30 साल पहले नादौन उपमंडल की पिछड़ी पंचायत कश्मीर गन्ने की खेती के लिए जानी जाती थी। मगर आधुनिकता की अंधी दौड़ ने ग्रामीण परिवेश से धीरे-धीरे यह सब कुछ लीन लिया। कश्मीरवासी मान खड्ड के किनारे लगभग 200 कनाल भूमि जिसे वल्ली के नाम से जानते थे गन्ने की खेती व हरी सब्जियां उगाते थे। आज यह 200 कनाल भूमि बंजर पड़ी हुई है।

पानी की यहां कभी कोई समस्या नहीं थी। हालांकि अब फिर इस बंजर भूमि के दिन बदलने लगे हैं। कशमीर गांव के पूर्व कैप्टन बलवीर सिंह ने एक बार फिर अपनी इस बंजर भूमि से गन्ने के रूप में सोना उगाने की शुरुआत की है। उन्होंने गांव वासियों सहित युवाओं के लिए भी रोजगार ढूंढ निकाला है। गांव के इस व्यक् ि ने अपने भूमि में गन्ने की छोटी यूनिट लगाई और गांव वासियों के लिए मार्गदर्शक बनकर आगे आए हैं। पूर्व प्रधानाचार्य और समाजसेवी ध्रूव सिंह राणा व अन्य ने भी कैप्टन बलबीर सिंह को हौंसला दिया। हौंसले का नतीजा सामने आने के बाद अब गांव के काफी लोगों ने अपनी बंजर भूमि पर गन्ने की खेती करने की तैयारी कर ली है। समाजसेवी ध्रूव सिंह राणा ने बताया कि यदि गांव के युवा भी इस कार्य को करेंगे तो वह भी लाखों रुपए हर साल आमदन कमा सकते हैं। आज जो युवा नशे की तरफ बढ़ रहा है वह भी इस तरह के रोजगार को अपनाकर खुद को महफूज रख सकता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App