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आचार संहिता का डर, रिजल्ट के इंतजार में बीत न जाए साल, चार माह पहले हुई है काउंसिलिंग

By: Mar 12th, 2024 4:34 pm

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के सैकड़ों पद खाली पड़े हैं, लेकिन दूसरी ओर शिक्षकों की जिन कैटेगरी की काउंसलिंग भी हो चुकी है, उनका रिजल्ट अभी तक जारी नहीं हुआ है। ऐसे में इन बेरोजगार युवाओं को ये डर सता रहा है कि प्रदेश में आचार सहिंता के चलते ये भर्तियां लटक न जाएं। लगातार शिक्षा विभाग से भी मांग की जा रही है कि इन भर्तियों के रिजल्ट जल्द से जल्द जारी किए जाएं। काउंसिलिंग के बाद भी रिजल्ट न निकालने से प्रदेश के हजारों जेबीटी अभ्यर्थी काफी परेशान हैं।

लगातार सरकार से काउंसिलिंग का रिजल्ट निकालने की मांग कर रहे हैं। गत नवंबर में प्रदेश में जेबीटी के विभिन्न पदों के लिए काउंसलिंग हुई थी, लेकिन अभी तक रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। एलिमेंटरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ ने जेबीटी बैच आधार नियुक्तियां जल्द करने की मांग उठाई हैं। एलिमेंटरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ जिला शिमला की कार्यकारी अध्यक्ष रीना ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में जेबीटी अध्यापकों 1161 के करीब पद भरने के लिए साक्षात्कार नंवबर माह मे हुए थे, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी अभी तक नियुक्तियां नहीं हुई हैं, वहीं शास्त्री भर्ती का मामला भी कोर्ट में लटका है।

प्रदेश सरकार ने शास्त्री अध्यापकों की बैचवाइज की जाने वाली भर्ती प्रक्रिया को रोककर हजारों प्रशिक्षित बेरोजगार शास्त्री अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ किया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने लाखों रुपए की राशि खर्च कर शास्त्री के बाद बीएड की पढ़ाई पूरी की है, अ यर्थियों का तर्क है कि सरकार के इस निर्णय से उन हजारों बेरोजगार शास्त्री अध्यापकों की उ मीदों पर पानी फिर गया है जो शास्त्री की डिग्री हासिल करने के बाद बीएड की डिग्री भी हासिल कर रोजगार की तलाश में वर्षों से बैठे थे।

टीजीटी के 898 पदों पर होगी नियुक्ति
टीजीटी में भी तहत हमीरपुर में 11, कांगड़ा में 52, किन्नौर में एक, कुल्लू में नौ, मंडी में 59, शिमला-सिरमौर में चार-चार, सोलन में 31 और ऊना में 22 पद भरे जाने हैं। प्रदेश भर में टीजीटी के कुल 898 पद भरे जाने है, जिसमें टीजीटी आट्र्स के 420, टीजीटी नॉन मेडिकल के 306 और टीजीटी मेडिकल के 172 पदों को अनुबंध आधार पर भरा जाना है।


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