एनपीके-डीएपी की खपत को आधा कर देगा नैनो यूरिया

By: Mar 17th, 2024 12:12 am

अर्की के पपलोटा गांव में नैनो खाद की उपयोगिता को समझाने के लिए इफको ने लगाई फसल गोष्ठी

स्टाफ रिपोर्टर-अर्की
अर्की उपमंडल के पपलोटा गांव में नैनो उर्वरकों के उपयोग हेतु इफको द्वारा फसल गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें ग्राम सभा से जुड़े 80 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से इफको की ओर से राज्य विपणन प्रबंधक भुवनेश पठानिया उपस्तिथ रहे। भुवनेश पठानिया ने किसानों को इफको द्वारा निर्मित विश्व प्रथम नैनो यूरिया तरल एवं नैनो डीएपी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए एवं जागरूक करते हुए मार्केट में चल रहे भ्रामक उत्पादों से बचाव रखते हुए इफको के तकनीकी उर्वरकों जैसे विश्व प्रथम निर्मित नैनो यूरिया तरल एवं नैनो डीएपी का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया।

उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया आधुनिक तकनीक द्वारा निर्मित एक तरल उत्पाद है और आम यूरिया खाद का एक पर्यावरण हितैषी विकल्प है। साथ ही कृषि में नवीनतम तकनीकों पर आधारित उत्पादों जैसे नैनो यूरिया तरल एवं विभिन जल विलय उर्वरकों के संबंध में जानकारी प्रदान की एवं भविष्य में नैनो उत्पादों मदद से बहुमूल्य मुद्रा की अनुदान के रूप में बचत के बारे में प्रतिभागियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि नैनो डीएपी (तरल) फसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक एनपीके एवं डीएपी खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम भूमिका रखेगा। उन्होंने बताया कि एक बोतल इफको नैनो डीएपी (तरल) की किसानों को 600 रुपए में अपनी सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध होगी जो की पारंपरिक एनपीके/डीएपी खाद की खपत को लगभग आधा कर देगी इफको नैनो डीएपी नैनो टेक्नोलॉजी से निर्मित एक अनोखा उत्पाद है जो कि बीज/जड़ उपचार एवं पोधों के ऊपर छिडक़ाव कर के इस्तेमाल किया जाता है ।


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