विशेष

मंडी में आखिर होगा भाजपा-कांग्रेस का खेवनहार, प्रतिभा के इनकार के बाद जिताऊ कैंडीडेट की तलाश

By: Mar 25th, 2024 12:08 am

भाजपा की भी बढ़ी दिक्कत, बागी नेताओं की एंट्री से कहीं अपने न हो जाएं नाराज

शालिनी राय भारद्वाज — कुल्लू

चुनावी बिगुल बजते ही देशभर में राजनीतिक दल लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में जहां इन दिनों राजनीतिक हालात अस्थिर बने हुए हैं, तो वहीं मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस व भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाती है, इस पर सबकी नजऱें टिकी हुई हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र इसलिए खास है, क्योंकि यहां पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी व कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सांसद के रूप पर कार्य कर रही हंै। इससे पहले भी वह मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गई है, लेकिन वर्तमान राजनीतिक हालात के चलते उन्होंने अब मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडऩे पर मना कर दिया है। वहीं भाजपा भी अभी इस सीट पर किसी के नाम पर मोहर नहीं लगा रही है।

मंडी संसदीय क्षेत्र से पूर्व में मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह भी सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं और यह क्षेत्र विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी गृह क्षेत्र है। ऐसे में प्रतिभा सिंह के मना करने के बाद कांग्रेस पार्टी की भी मुश्किलें बढ़ रही हैं, क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह ने भी लोकसभा चुनाव लडऩे से मना कर दिया है। मंडी का पूरा इलाका काफी दुर्गम है और यहां नेता उतारने से पहले कांग्रेस व भाजपा को कई बार सोचना पड़ सकता है।

लाहुल में कम मतदाता

मंडी संसदीय क्षेत्र में 1359497 मतदाता है। इसमें 690534 पुरुष और 668963 महिला मतदाता शामिल हैं, जिनमें 2900 सेवा मतदाता शामिल हैं। जोगिंद्रनगर विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 102108 मतदाता हैं, जबकि लाहुल और स्पीति विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 25732 मतदाता हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 2213 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। शहरी क्षेत्रों में 120 और ग्रामीण क्षेत्रों में 2093 मतदान केंद्र होंगे।

दोनों पार्टियों की दिक्कत

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने मंडी से आश्रय शर्मा को लोकसभा का टिकट दिया था, लेकिन पूर्व सांसद स्व. रामस्वरूप के हाथों उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। उसके बाद आश्रय ने उपचुनावों में भी आवेदन किया था, लेकिन कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह पर दांव खेला और प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल की थी। अब कांग्रेस पार्टी से छह विधायक भी बाहर कर दिए गए हैं। इससे कांग्रेस पार्टी में काफी उथल-पुथल मची हुई है। वहीं, भाजपा में भले ही बाहर शांति फैली हुई है, लेकिन टिकट को लेकर भाजपा नेता भी अभी तक स्थिति साफ नहीं कर पा रहे हैं। उस पर भाजपा में बागियों की एंट्री का कितना असर पड़ेगा, यह भी देखना होगा। भाजपा अगर बागियों को तरजीह देती है, तो उसे इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App