लोकसभा में भाजपा का रिकॉर्ड तोडऩे को तैयार कांग्रेस

By: Apr 6th, 2024 12:55 am

ओल्ड पेंशन-दूध के दाम और महिलाओं को 1500 रुपए होंगे मुद्दे, कुसुम्पटी में लोकसभा का वोट भाजपा, विधानसभा का कांग्रेस

विशेष संवाददाता—शिमला
लोकसभा चुनाव में हार झेलने के बाद कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस नई रणनीति के साथ मैदान में उतरने को तैयार है। शिमला शहर से सटे इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने बीते विधानसभा चुनाव में पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को मैदान में उतारा था, लेकिन वे विधानसभा में कांग्रेस का तिलिस्म तोडऩे में कामयाब नहीं हो पाए। सुरेश भारद्वाज को करीब 8655 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में 69 फीसदी मतदान हुआ था। 46 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें से अनिरूद्ध सिंह को 55.43 प्रतिशत वोट हासिल किए थे, जबकि भाजपा के खाते में 36.81 फीसदी वोट आए थे। कांग्रेस के वोट शेयर में यहां 2.31 प्रतिशत वृद्धि हुई थी, जबकि पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज के चुनाव लडऩे से इस सीट पर भाजपा का वोट शेयर 6.31 फीसदी बढ़ गया था। यहां से चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने अनिरूद्ध सिंह को पंचायती राजमंत्री का ओहदा दे दिया।

कुसुम्पटी क्षेत्र की सबसे खास बात यही है कि यहां लंबे अरसे से कांग्रेस के नेता विधानसभा का चुनाव जीतते रहे हैं, लेकिन लोकसभा में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। 2014 के बाद दोनों लोकसभा चुनाव में यहां भाजपा को बड़ी लीड मिलती रही है। 2019 लोकसभा चुनाव में यह बढ़त करीब 3900 वोटों की थी, जबकि दो साल पहले ही 2017 में अनिरूद्ध सिंह ने भाजपा की विजय ज्योति को 9397 मतों से हराया था। जबकि 2012 में इसी सीट से अनिरूद्ध सिंह 9886 वोटों से चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे, जबकि लोकसभा वोट भाजपा के खाते में पड़े थे। इस बार इस क्रम का रोकने के लिए कांग्रेस जमीनी स्तर पर काम की बात कर रही है। साथ ही उन योजनाओं का भी सहारा लिया जा रहा है जो सत्ता पर काबिज होने के बाद कांग्रेस ने लांच की हैं। इनमें ओल्ड पेंशन, दूध का मूल्य और महिलाओं को 1500 रुपए खासतौर पर शामिल हैं।

2007 तक आरक्षित था कुसुम्पटी
कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र 2007 तक आरक्षित था। उस समय इस सीट पर कांग्रेस के सोहन लाल ने भाजपा के तरसेम भारती को पटखनी दी थी। दोनों के बीच जीत और हार का अंतर 7299 रहा था। 2012 के चुनाव में इस सीट को ओपन कर दिया गया और तब से अब तक बीते तीन चुनाव से यहां अनिरूद्ध सिंह लगातार चुनाव जीत रहे हैं।

कांग्रेस तोड़ेगी हार का रिकॉर्ड
ब्लॉक कांग्रेस लोकसभा चुनाव में पूरी मेहनत से काम कर रहा है। पहली बार कुसु पटी को मंत्रीपद मिला है। ऐसे में यहां से बीते दस साल से हार का रिकार्ड टूटने की पूरी संभावना है। कुसु पटी में पांच बड़े काम हुए हैं। इनमें आईजीएमसी का दूसरा भवन, ढली में बस स्टैंड, आईटीआई भवन और कोटी कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। इसका फायदा क्षेत्र के लोगों को होगा। मंत्रिपद मिलने के बाद कांग्रेस का कैडर भी कुसु पटी में मजबूत हुआ है।
आरके शांडिल, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम्पटी

भाजपा को बढ़त मिलना तय
शिमला शहरी से लगातार चुनाव लडऩे और जीतने के बाद ऐन मौके पर कुसु पटी भेजा गया था। प्रचार के लिए प्रर्याप्त समय नहीं मिल पाया। इसके बावजूद कुसु पटी में भाजपा का वोट बैंक बढ़ा है। भाजपा यहां बीते कई चुनावों से जीत को तरस रही थी। सही समय पर टिकट में बदलाव होता तो हालात बदले जा सकते थे। लेाकसभा चुनाव में यहां भाजपा अपना रिकॉर्ड कायम रखेगी। लोकसभा में बढ़त मिलना तय है।
सुरेश भारद्वाज, पूर्व शहरी विकास मंत्री


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