सुध नहीं ली तो बिजली बोर्ड पर मंडराया खतरा

By: Apr 4th, 2024 12:55 am

बिजली बोर्ड पेंशनर्ज फोरम ने बोर्ड की बिगड़ती हालत पर जताई चिंता, 54 वर्षों में बोर्ड की कभी नहीं हुई थी ऐसी बद्तर स्थिति

कार्यालय संवाददाता-नादौन
विद्युत बोर्ड पेंशनर्ज फोरम नादौन इकाई की बैठक इकाई अध्यक्ष राज कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में फोरम के जिलाध्यक्ष व बिजली बोर्ड इम्प्लॉइज यूनियन के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने पेंशनर्स को संबोधित करते हुए लगातार बिजली बोर्ड की बिगड़ती वित्तीय स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसके लिए सीधे सीधे बिजली बोर्ड में पिछले एक वर्ष से अस्थायी रूप से लगाये गए प्रबंध निदेशक को जिम्मेदार ठहराया और कहा यदि सरकार द्वारा इस बारे शीघ्र आवश्यक कदम नहीं उठाया तो बिजली बोर्ड का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा। उन्होंने कहा कि विद्युत बोडऱ् में पिछले 54 वर्षों में बोर्ड की ऐसी बद्तर स्थिति कभी नहीं हुई थी, जो आज है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा के सरकार को सुझाव के चलते आज प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न बिजली परियोजनाओं से अपने हिस्से की निशुल्क मिलने वाली बिजली को बिजली बोर्ड से वापस ले लिया, जिससे एक ओर जहां बोर्ड की वित्तीय स्थिति पर असर पड़ेगा वहीं उपभोक्ताओं की दरों में भी बढ़ोतरी होगी।

वहीं बिजली नियामक आयोग द्वारा पिछले दिनों बढ़ाई गई विद्युत दरों की अंतर राशि को उपभोक्ताओं को न डालते हुए इसे अतिरिक्त सब्सिडी में बदल दिया है और इस राशि की अदायगी भी प्रदेश सरकार को बिजली बोडऱ् को करनी होगी, लेकिन पिछला अनुभव यह बताता है कि प्रदेश सरकार की खराब वित्तीय हालात के कारण 125 यूनिट बिजली की सब्सिडी का पैसा बोर्ड को समय पर नहीं मिल पा रहा है, तो अभी बढ़ी हुई दरों की राशि का बोर्ड को समय पर न मिलना बोर्ड की स्थिति को और बिगाड़ेगा, क्योंकि विभिन्न एजेंसियों से खरीदी जा रही बिजली की अदायगी सही समय पर न हो पाने की वजह से 15 प्रतिशत अतिरिक्त पेनल्टी भी भरने पड़ रही है। यह सेंटर बिजली बोर्ड द्वारा बिजली की सस्ती दरों पर खरीद-फरोख्त बारे लंबे समय के लिए बनाई गई व्यवस्थाओं को खत्म कर देगा और बिजली बोर्ड को मार्केट दरों पर बिजली खरीदने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

खरवाड़ा ने कहा कि कुल मिलाकर इस सेंटर के चलते जहां बोर्ड को बिजली महंगी दरों पर मिलेंगी वहीं 24 घंटे बिजली आपूर्ति की सुनिश्चितता भी प्रभावित होगी और राज्य में बिजली के कट लगना निश्चित है। बोर्ड प्रबंधन की गलत नीतियों के चलते आज बिजली बोर्ड में लगभग 1650 करोड़़ रुपए की देनदारियां लंबित हैं और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के एक वर्ष से सेवानिवृत्ति लाभों की अदायगी भी नहीं हुई है,जिससे उनमें काफी गुस्सा है। इस दौरान इकाई सचिव विधि चंद सनोरिया, कोषाध्यक्ष पृथ्वी चंद सहित बड़ी संख्या में पेंशनर्स ने भाग लिया।


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