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पशु-पक्षियों से है प्यार, तो बनें वेटरिनरी डाक्टर

By: Apr 16th, 2024 11:06 pm

अगर आप भी पशु-पक्षियों से प्यार करते हैं और इन बेजुबानों के दर्द को दूर करना चाहते हैं तो आपके लिए वेटरनरी डाक्टर का प्रोफेशन बेहतरीन साबित हो सकता है। पशु चिकित्सा के क्षेत्र में करियर की कई संभावनाएं हैं। यहां पैसे के साथ सुकून भी है…

आज कल पालतू जानवरों को परिवार का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है और लोग अपने परिवार के पालतू जानवरों की अच्छी खासी देखभाल करते हैं। पालतू जानवरों के लिए भी डाक्टर होते हैं, उन्हें पशु चिकित्सक कहते हैं। भारत एक ऐसा देश है, जहां विश्व में सबसे ज्यादा पशु-पक्षी पाए जाते हैं। इन पशु-पक्षियों में पालतु और जंगली दोनों प्रकार के होते है। इतनी भारी संख्या में पशु होने के बावजूद हमारे देश में पशु चिकित्सक यानी वेटरिनरी डाक्टर की काफी कमी है। समय के साथ मौसम और जलवायु में आए बदलाव के कारण पशु-पक्षी भी जानलेवा बीमारी का शिकार होते हैं, लेकिन उनके इलाज के लिए वेटरिनरी डाक्टर ढूंढे से भी नहीं मिलते हैं। अगर आप भी पशु-पक्षियों से प्यार करते है और इन बेजुवानों के दर्द को दूर करना चाहते हैं तो आपके लिए वेटरिनरी डाक्टर का प्रोफेशन बेहतरीन साबित हो सकता है। दरअसल जब से इनसानों का अस्तित्व रहा है, तब से ही उसने जानवरों का पालने का शौक रखा है, इसलिए इस फील्ड में बाकियों की अपेक्षा कई संभावनाएं है। पशु चिकित्सा विज्ञान भी मानव चिकित्सा विज्ञान जैसा ही है, लेकिन पशु-पक्षी अपनी बीमारी के बारे में किसी को बता नहीं सकते हैं, इसलिए यह चिकित्सा थोड़ी जटिल हो जाती है, लेकिन इसका कोर्स करने से आप इस फिल्ड में एक्सपर्ट हो जाते हंै।

पशु चिकित्सकों के प्रकार

सहयोगी पशु पशुचिकित्सक : जब कई लोग पशुचिकित्सक शब्द सुनते हैं तो वे एक साथी पशुचिकित्सक के बारे में सोचते हैं। सहयोगी पशु चिकित्सक आमतौर पर पशु अस्पतालों या क्लीनिकों में काम करते हैं और बिल्लियों, कुत्तों, खरगोशों और पक्षियों जैसे पालतू जानवरों का इलाज करते हैं।

खाद्य पशुओं के पशुचिकित्सक : एक खाद्य पशु पशुचिकित्सक उन जानवरों की मदद करता है जो खेतों में रहते हैं, जैसे गाय, बकरी, सूअर और भेड़। खाद्य जानवरों के पशुचिकित्सक इन बड़े जानवरों के लिए सीधे पशु चिकित्सा देखभाल लाने के लिए विभिन्न खेतों, खेतों और अन्य व्यापक संपत्तियों की यात्रा कर सकते हैं। पशु चिकित्सा त्वचा विशेषज्ञ : एक पशु त्वचा विशेषज्ञ जानवरों की त्वचा की स्थिति में विशेषज्ञ होता है। वे बायोप्सी, त्वचा स्क्रैपिंग और कल्चर जैसी चिकित्सा प्रक्रियाओं के माध्यम से जानवरों की त्वचा की विभिन्न स्थितियों का निदान और उपचार करने में मदद करते हैं।

अनुसंधान पशु चिकित्सक : एक अनुसंधान पशुचिकित्सक एक प्रयोगशाला में नैदानिक पशु अनुसंधान करता है। अनुसंधान पशु चिकित्सक विभिन्न पशु चिकित्सा मुद्दों और स्थितियों में मदद के लिए नई दवाएं, सर्जरी और अन्य उपचार खोजने में मदद करते हैं।

खाद्य सुरक्षा और निरीक्षण पशुचिकित्सक : खाद्य सुरक्षा और निरीक्षण पशुचिकित्सक यह सुनिश्चित करते हैं कि गाय या सूअर जैसे खाद्य जानवर उन बीमारियों से मुक्त रहें जो मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं। ये पेशेवर जानवरों को टीके लगा सकते हैं, संक्रामक रोगों के लिए पशुधन और पशु उत्पादों का परीक्षण कर सकते हैं या निरीक्षण कर सकते हैं।

अश्व पशु चिकित्सक : इस प्रकार के पशु चिकित्सक घोड़ों का इलाज करने में माहिर होते हैं, क्योंकि घोड़ों की स्वास्थ्य, आहार और फिटनेस की अद्वितीय आवश्यकताएं होती हैं। अश्व चिकित्सक घोड़ों को चिकित्सा देखभाल प्रदान करते हैं और अस्तबल या खेतों में रहने वाले घोड़ों के बीच बीमारी के तेजी से प्रसार को कम करने में मदद करते हैं।

वेटरिनरी कोर्स

अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज

– Bachelor of Veterinary Science
– Bachelor in Veterinary Medicine
– Bachelors of Sciences in Bio-veterinary Science
– Veterinary Nursing
– Bachelor of Science in Animal Health
– Bachelor in Bio-Veterinary Science (Hons)
– Bachelor of Science in Pre-Veterinary Medicine

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज

– Masters in Veterinary Studies and Research in Food Science and Technology
– Masters in Veterinary Science (Research)
– Masters of Veterinary Studies in Conservation Medicine
– Masters in Veterinary Diagnostic Pathology
Veterinary Doctor

अन्य प्रोग्राम

– Diploma in Technology(Veterinary Technology)
– Diploma in Veterinary Technician
– Associate of Arts in Veterinary Medicine
– Certificate in Veterinary Aid
– Certificate in Veterinary Technology

कत्र्तव्य और जिम्मेदारियां

– वैक्सीनेशन और चेकअप करके इम्युनिटी के लिए देखभाल प्रदान करना।
– जानवरों की जांच करना, घावों का इलाज करना और सर्जरी करना।
– जानवरों की आपातकालीन देखभाल और इच्छा मृत्यु प्रदान करना।
– जानवरों के मालिकों को देखभाल और दवाएं देने के बारे में सलाह देना।

कार्य

एक पशुचिकित्सक जानवरों को बीमारियों से उबरने, चोटों से ठीक होने, स्वास्थ्य स्थितियों का प्रबंधन करने और समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है। उनके कत्र्तव्य इस आधार पर भिन्न-भिन्न होते हैं कि वे किस प्रकार की पशुचिकित्सकीय चिकित्सा में विशेषज्ञ हैं, लेकिन इसमें शामिल हो सकते हैं…

पशुओं में चिकित्सीय स्थितियों या बीमारियों का निदान करना

दवाएं लिखना या उपचार के तरीके बताना

एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड

जैसे नैदानिक परीक्षण आयोजित करनाकिसी

जानवर के रक्त या मूत्र जैसे चिकित्सा परीक्षणों के परिणामों का विश्लेषण करना

मालिकों को अपने पशुओं की देखभाल के बारे में निर्देश देना

टीकाकरण का प्रबंध करना घावों पर पट्टी बांधना या फ्रैक्चर ठीक करना

सर्जरी करना

यंू हासिल करें मुकाम

उच्च माध्यमिक शिक्षा पूरी करें या 10वीं के बाद डिप्लोमा पाठ्यक्रम में शामिल हों

पशु चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए पात्र होने के लिए आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ 10+2 पूरा करना होगा। कई कालेजों में न्यूनतम अंकों की आवश्यकता होती है, जो 50 फीसदी से 60 फीसदी के बीच कहीं भी हो सकती है। वैकल्पिक रूप से, कक्षा 10 के बाद, आप पशु चिकित्सा डिप्लोमा पाठ्यक्रम कर सकते हैं। ये डिप्लोमा कार्यक्रम पशु चिकित्सा विज्ञान या पशुपालन में विशेषज्ञता प्रदान करते हैं, जो कि खेत जानवरों की देखभाल का विज्ञान है।

नीट परीक्षा दें

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के लिए आवेदन करें और उसे पूरा करें। भारत में सभी मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश से पहले उम्मीदवारों को नीट देना आवश्यक होता है। आप 12वीं कक्षा या अपना पशु चिकित्सा डिप्लोमा कार्यक्रम पूरा करने के बाद नीट परीक्षा में बैठ सकते हैं।

स्नातक की डिग्री प्राप्त करें 

एक बार जब आप नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन (बीवीएससी और एएच) में स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम के लिए पशु चिकित्सा कालेज में प्रवेश पा सकते हैं। पाठ्यक्रम में आमतौर पर जैसे विषय शामिल होते हैं… पशुचिकित्सा रोग विज्ञान, पशु आनुवंशिकी और प्रजनन, पशु चिकित्सा सर्जरी और रेडियोलॉजी, पशुपालन, पशु चिकित्सा, पशुओं का आहार, पशु चिकित्सा स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान, पशुचिकित्सा परजीवविज्ञान, पशु चिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान

मास्टर या डाक्टरेट की डिग्री हासिल करें

पशु चिकित्सा विज्ञान या संबंधित पाठ्यक्रम में मास्टर या डाक्टरेट की डिग्री प्राप्त करें। पशु चिकित्सक बनने के लिए आपको मास्टर या डाक्टरेट की डिग्री की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी), मास्टर ऑफ वेटरिनरी साइंस (एमवीएससी) या डाक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री आपके पशु चिकित्सा करियर को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है।

लाइसेंस प्राप्त करें

पशु चिकित्सा लाइसेंस के लिए आवेदन करें। सटीक लाइसेंस आवश्यकताएं इस बात पर निर्भर करती हैं कि आप पशु चिकित्सा का अभ्यास कहां करने की योजना बना रहे हैं। आपको पहले एक क्षेत्रीय या राष्ट्रीय परीक्षा पूरी करनी होगी और लाइसेंस शुल्क का भुगतान करना होगा।

विशेषज्ञता हासिल करें

पशु चिकित्सा विशेषज्ञता के लिए प्रमाणन कार्यक्रम पूरा करें। यदि आप किसी प्रकार की पशु चिकित्सा, जैसे सर्जरी या दंत चिकित्सा में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं, तो एक विशेष प्रमाणन प्राप्त करने पर विचार करें। प्रमाणन कार्यक्रम पूरा करने के लिए, आपको पहले पशु चिकित्सक के रूप में कुछ वर्षों के अनुभव की आवश्यकता हो सकती है।

कौशल

पशु विज्ञान और स्वास्थ्य देखभाल का ज्ञान : आपको पशु स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित विभिन्न विज्ञानों और चिकित्सा पद्धतियों की गहन समझ होनी चाहिए। इसमें पशु शरीर रचना विज्ञान, पोषण, विकृति विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान शामिल हैं।

सहानुभूति : पशुचिकित्सक विभिन्न प्रकार के व्यक्तित्व और चिकित्सीय आवश्यकताओं वाले जानवरों का इलाज करते हैं। आपको जानवरों और उनके मालिकों दोनों के प्रति दया दिखानी चाहिए।

टीम वर्क : अधिकांश पशु चिकित्सक पशु चिकित्सा सहायकों, तकनीशियनों और अन्य पशु स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की एक टीम के साथ काम करते हैं। एक पशुचिकित्सक के रूप में, आपको अपनी टीम के सदस्यों के साथ सफलतापूर्वक सहयोग करने और काम करने के लिए अकसर अपने टीमवर्क कौशल का उपयोग करने की आवश्यकता होगी, जैसे कि सक्रिय रूप से दूसरों की बात सुनना।

विश्लेषणात्मक कौशल : पशु चिकित्सकों को जानवरों के निदान और उपचार के लिए छोटी-छोटी जानकारियों का निरीक्षण करने और उन विवरणों का मूल्यांकन करने की आवश्यकता होती है। चूंकि जानवर बोल नहीं सकते, इसलिए इसमें अकसर किसी जानवर की शारीरिक भाषा, मुद्रा या व्यवहार पर ध्यान देना और उसका विश्लेषण करना शामिल होता है।

सीखने की इच्छा : पशु चिकित्सा एक निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है। इस प्रकार, आपको अपने पूरे करियर के दौरान नई पशु चिकित्सा पद्धतियों, तकनीकों और सूचनाओं को सीखना जारी रखने के लिए तैयार रहना चाहिए।

संचार : अपने काम के हिस्से के रूप में, आपको अकसर किसी जानवर के मालिक या देखभाल करने वाले को अपने उपचार निर्देश और चिकित्सा अपडेट संक्षेप में बताने की आवश्यकता होगी। आपको अपने पशुचिकित्सक तकनीशियनों और सहायकों को भी स्पष्ट निर्देश देने होंगे।

शारीरिक सहनशक्ति : एक पशु चिकित्सक अपनी अधिकांश शिफ्ट अपने पैरों पर बिता सकता है, इसलिए उसके पास शारीरिक सहनशक्ति कौशल होना आवश्यक है। कुछ डॉक्टरों को बड़े या भारी जानवरों को हिलाने या उठाने के लिए भी शारीरिक शक्ति की आवश्यकता होती है।

प्रौद्योगिकी कौशल : आपको रेडियोग्राफ़ और एक्स-रे मशीन जैसे नैदानिक उपकरण और प्रौद्योगिकी को संचालित करने की आवश्यकता हो सकती है। आप कुछ जानवरों की सर्जरी के दौरान प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं।

आईआईटी दिल्ली में नौकरी पाने का अवसर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली से पढ़ाई करने का सपना पूरा नहीं हो सका है, तो अब यहां काम करके इस सपने को पूरा कर सकते हैं। आईआईटी दिल्ली ने नॉन टीचिंग के पदों पर वैकेंसी निकाली है। अगर आप भी आईआईटी दिल्ली के इन पदों पर नौकरी करने के इच्छुक हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आईआईटी दिल्ली के इस भर्ती अभियान के माध्यम से कुल 27 पदों पर बहाली की जाएगी। इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 अप्रैल तक है।

आयु सीमा : आईआईटी दिल्ली के इस भर्ती के लिए जो भी उम्मीदवार आवेदन कर रहे हैं, उनकी अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष तक होनी चाहिए।

आवदेन शुल्क : उम्मीदवार जो भी आईआईटी दिल्ली भर्ती 2024 के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो उन्हें आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा। तभी आपका आवेदन स्वीकार माना जाएगा। मेडिकल ऑफिसर और असिस्टेंट प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपए है। स्टाफ नर्स, फिजियोथेरेपिस्ट, फायर ऑफिसर, सिस्टम एनालिस्ट, एप्लीकेशन एनालिस्ट, असिस्टेंट स्पोर्ट्स ऑफिसर, जूनियर काउंसलर, प्रोडक्शन असिस्टेंट, असिस्टेंट (केयरटेकिंग), हॉस्पिटैलिटी असिस्टेंट और अकाउंट्स और ऑडिट असिस्टेंट के लिए आवेदन शुल्क 200 रुपए है। एससी/एसटी, पीडब्ल्यूबीडी श्रेणी और महिला उम्मीदवारों के लिए कोई आवेदन शुल्क नहीं लगेगा।

सैलरी : आईआईटी दिल्ली के इस भर्ती के तहत जिन उम्मीदवारों का चयन होता है, उन्हें लेवल 5, लेवल 6, लेवल 7, लेवल 8, लेवल 10 के तहत सैलरी दी जाएगी।

हृरुष्ट में वैकेंसी

नैवेली लिग्नाइट कारपोरेशन (एनएलसी) इंडिया लिमिटेड भर्ती 2024 का आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। एनएलसी इंडिया लिमिटेड भर्ती 2024 के तहत इंडस्ट्रियल वर्कर, क्लर्क असिस्टेंट, जूनियर इंजीनियर के 34 पदों पर भर्ती की जाएगी। योग्य एवं इच्छुक अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट www.nlcindia.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन 24 अप्रैल 2024 तक कर सकते हैं।

वैकेंसी डिटेल : भर्ती का आयोजन 34 पदों के लिए किया जाएगा। इसमें इंडस्ट्रियल वर्कर के 9 पद, क्लर्क असिस्टेंट के 17 पद, जूनियर इंजीनियर के आठ पद रखे गए हैं।

आवेदन शुल्क : सामान्य और ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को जूनियर इंजीनियर पद हेतु 595 रुपए का आवेदन शुल्क देना होगा, जबकि अन्य आरक्षित वर्गों को 295 रुपए का आवेदन शुल्क देना होगा। सामान्य और ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को इंडस्ट्रियल कर्मी एवं क्लर्क असिस्टेंट पद हेतु 486 रुपए का आवेदन शुल्क देना होगा, जबकि अन्य आरक्षित वर्गों के लिए यह 236 रुपए रखा गया है। अभ्यर्थी आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं।

आयु सीमा : सामान्य और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष तक रखी गई है। इस भर्ती में आयु की गणना 1 मार्च 2024 को आधार मानकर की जाएगी। इसके अलावा ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी, एसटी और आरक्षित वर्गों को सरकार के नियमानुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है।

योग्यता : इंडस्ट्रियल वर्कर पद हेतु अभ्यर्थी 12वीं कक्षा पास और संबंधित ट्रेड में आईटीआई होना चाहिए। क्लर्क असिस्टेंट पद हेतु अभ्यर्थी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना चाहिए, जबकि जूनियर इंजीनियर पद हेतु अभ्यर्थी के पास न्यूनतम 3 वर्ष का संबंधित ट्रेड में इंजीनियरिंग डिप्लोमा होना चाहिए।

यंू करें ऑनलाइन आवेदन

सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट www.nlcindia.in को ओपन करना है।
इसके बाद होम पेज पर रिक्रूटमेंट सेक्शन पर क्लिक करना है।
फिर एनएलसी इंडिया रिक्रूटमेंट 2024 पर क्लिक करना है।
फिर अभ्यर्थी को अप्लाई ऑनलाइन पर क्लिक करना है।
इसके बाद अभ्यर्थी को आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी ध्यान पूर्वक सही-सही भरनी है।
फिर अपने आवश्यक डाक्यूमेंट्स, फोटो एवं सिग्नेचर अपलोड करने हैं।
इसके बाद अभ्यर्थी को अपनी कैटेगरी के अनुसार आवेदन शुल्क का भुगतान करना है।
आवेदन फॉर्म पूरा भरने के बाद इसे फाइनल सबमिट कर देना है।
अंत में आपको आवेदन फॉर्म का एक प्रिंट आउट निकाल कर सुरक्षित रख लेना है।

सेंट्रल बैंक में बिना परीक्षा जॉब 20000 पाएं मंथली सैलरी

बैंक में नौकरी पाने की ख्वाहिश रखने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बेहतरीन अवसर है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (सीबीआई) ने ऑफिस असिस्टेंट, फैकल्टी और अटेंडर के पदों पर भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार जो भी इन पदों पर काम करने में रुचि रखते हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट central bank of india.co.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। सेंट्रल बैंक के इस भर्ती के तहत अगल-अलग पदों पर बहाली के जाने वाली है। उम्मीदवार जो भी इन पदों के लिए आवेदन कर रहे हैं, वे 22 अप्रैल तक या उससे पहले अप्लाई कर सकते हैं।

आयु सीमा : ऑफिस असिस्टेंट : इन पदों पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयुसीमा 35 वर्ष से कम होनी चाहिए।

अटेंडर : उम्मीदवार जो भी इन पदों के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनकी आयुसीमा 18 वर्ष से कम और 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।

फैकल्टी : आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 65 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

सैलरी : ऑफिस असिस्टेंट : चयनित उम्मीदवारों को सैलरी के तौर पर 12000 रुपए भुगतान किया जाएगा।

अटेंडर : जिस किसी भी उम्मीदवारों का चयन इन पदों के लिए होता है, उन्हें 8000 रुपए सैलरी के रूप में भुगतान किया जाएगा।

फैकल्टी : उम्मीदवारों के चयन होने पर 20000 रुपए मासिक सैलरी दी जाएगी।

ऐसे होगा सेलेक्शन : सेंट्रल बैंक के इस भर्ती के तहत उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।

यूं करें आवेदन : सेंट्रल बैंक में आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार विधिवत भरे हुए आवेदन फॉर्म को संबंधित डॉक्यूमेंट्स के साथ क्षेत्रीय प्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय, पहली मंजिल, नाका चंद्रवदनी चौराहा, झांसी रोड, ग्वालियर (म.प्र.)-474009 को भेजना होगा।

आईसीएमआर में क्लर्क बनने को मांगे आवेदन

आईसीएमआर- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑक्यूपेशनल हीथ डिपार्टमेंट ऑफ हैल्थ रिसर्च में नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए एक अच्छा अवसर है। इसके लिए आईसीएमआर ने अपर डिवीजन क्लर्क (यूडीसी) और लोअर डिवीजनल क्लर्क (एलडीसी) के पदों पर भर्तियां निकाली हैं। उम्मीदवार जो भी इन पदों के लिए आवेदन करने का मन बना रहे हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट main.icmr.nic.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। आईसीएमआर भर्ती 2024 के जरिए यूडीसी और एलडीसी के पदों पर बहाली की जा रही है। इन पदों के लिए 18 अप्रैल तक अप्लाई कर सकते हैं।

सैलरी : यूडीसी- लेवल-4 के तहत 25500 रुपए से 81100 रुपए तक

एलडीसी- लेवल-4 के तहत 19900 रुपए से 63200 रुपए तक

आवेदन शुल्क : जनरल/ओबीसी/ ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 1000 रुपए और एससी/एसटी/ पीडब्ल्यूडी/महिला उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपए है।

आयु सीमा : आईसीएमआर के इस भर्ती के लिए आवेदन कर रहे उम्मीदवारों की आयु सीमा 18 वर्ष से 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आयु की गणना 18.4.2024 से की जाएगी। आयु में छूट सरकार के नियमों के अनुसार दी जाएगी।

योग्यता : अपर डिवीजन क्लर्क- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से ग्रेजुएशन/समकक्ष परीक्षा पास होनी चाहिए। साथ ही अंग्रेजी टाइपिंग स्पीड 35 शब्द प्रति मिनट और हिंदी टाइपिंग स्पीड 30 शब्द प्रति मिनट होनी चाहिए।

लोअर डिवीजन क्लर्क – किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से कक्षा 12वीं/समकक्ष परीक्षा पास होनी चाहिए। साथ ही अंग्रेजी टाइपिंग स्पीड 35 शब्द प्रति मिनट और हिंदी टाइपिंग स्पीड 30 शब्द प्रति मिनट होनी चाहिए।

ऐसे होगा चयन :

स्टेज 1- लिखित परीक्षा
स्टेज 2- स्किल/टाइपिंग टेस्ट
स्टेज 3- डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन
स्टेज 4- मेडिकल टेस्ट

ईपीआईएल में भर्ती, 25 तक करें आवेदन

इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड (ईपीआईएल) में नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए गोल्डन चांस है। अगर आप ईपीआईएल में भरे जाने वाले असिस्टेंट मैनेजर और मैनेजर ग्रेड- 2 के पदों से संबंधित योग्यता रखते हैं, तो आपके लिए बढिय़ा मौका है, जो भी उम्मीदवार इन पदों पर नौकरी पाना चाहते हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट epi.gov.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। ईपीआईएल के जरिए कुल पांच पदों पर भर्तियां की जाने वाली हैं। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड के इन पदों पर आवेदन 25 अप्रैल तक कर सकते हैं।

इन पदों पर हो रही है भर्तियां : असिस्टेंट मैनेजर (इलेक्ट्रिकल)- 03 पद, मैनेजर जीआर-2 (सिविल)- 01 पद व मैनेजर जीआर-2 (इलेक्ट्रिकल)- 01 पद।

योग्यता : असिस्टेंट मैनेजर (इलेक्ट्रिकल)- उम्मीदवारों के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से बीई /बीटेक की डिग्री के साथ दो वर्ष का अनुभव होना चाहिए। मैनेजर जीआर-2 (सिविल एवं इलेक्ट्रिकल)- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से बीई /बीटेक की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही 04 वर्ष का अनुभव होना चाहिए।

सैलरी : असिस्टेंट मैनेजर (इलेक्ट्रिकल)- 40,000 रुपए, मैनेजर जीआर-2 (सिविल एवं इलेक्ट्रिकल)- 50,000 रुपए।


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