क्या निर्दलीय विधायकों का विधानसभा में धरना देना लोकतंत्र हित में है

By: Apr 7th, 2024 10:16 pm

‘दिव्य हिमाचल’ के सर्वे में 69 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब देकर दिखाया आईना, इस्तीफे के लिए धरने पर बैठे एमएलए को सपोर्ट करते दिखे 28 प्रतिशत पाठक

पक्ष-विपक्ष में तीखे कमेंट करके खरी-खरी सुनाई, दिए अनूठे तर्क

जीवन ऋषि, मटौर

सवाल : क्या निर्दलीय विधायकों का विधानसभा में धरना देना लोकतंत्र हित में है। जवाब : बिलकुल नहीं। प्रदेश के अग्रणी मीडिया हाउस ‘दिव्य हिमाचल’ के इस बार के साप्ताहिक सर्वे की मोटे तौर पर तस्वीर कुछ ऐसी रही है। अपना इस्तीफा मंजूर करवाने के लिए तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा विधानसभा में धरने पर बैठने को सर्वे में 69 प्रतिशत लोगों ने गलत ठहराया है। हालांकि 28 प्रतिशत लोगों ेने निर्दलीय विधायकों के धरने को सही बताकर सपोर्ट किया है। वहीं तीन फीसदी ने पता नहीं कहकर सवाल से किनारा कर लिया। सर्वे में कुल 2710 लोगों ने रिएक्ट किया। इसमें सबसे ज्यादा 2000 रिएक्शन दिव्य हिमाचल के यूट्यूब चैनल पर मिले। दिव्य हिमाचल के टीवी पेज पर 636 लोगों ने प्रतिक्रिया दी। लोकप्रिय वेबसाइट दिव्य हिमाचल डॉट कॉम पर भी जमकर वोटिंग हुई।

लोगों ने कई तीखे कमेंट किए। सतीश राज नामक यूजर ने ‘दिव्य हिमाचल’ के फेसबुक पेज पर ‘नहीं’ लिखकर अपना रिएक्शन दिया, तो उसके बाद कमेंट की झड़ी लग गई। एसआर भारती ने लिखा ‘बिलकुल’। हेमराज ठाकुर ने विधायकों को यह कहकर गलत ठहराया कि ‘ये सिर्फ उन्हीं के लिए है, पैसे का मामला है’। राजेंद्र कुमार ने धरने को गलत ठहराते हुए लिखा कि ‘इनसे उपचुनाव का सारा खर्च वसूला जाना चाहिए’। एन कुमार नाम से यूजर ने धरने पर विधायकों को सपोर्ट करते हुए लिखा कि ‘त्यागपत्र दिए हैं, तो मंजूर होने चाहिएं’। यूट्यूब पर अंकित कुमार ने लिखा कि ‘कुर्सी बचा रही सरकार’। विजय कुमार ने भी विधायकों के धरने का समर्थन किया और लिखा कि ‘इस्तीफा स्वीकार होना चाहिए था’। सुमन कुमार ने कहा कि ‘विडंबना है कि तीन विधायक इस्तीफा मंजूर करवाने के लिए धरने पर बैठे। इस्तीफा ही देना था तो चुनाव क्यों लड़ा, अगर किसी पार्टी में ही जाना था तो पहले पार्टी को छोडक़र क्यों चुनाव लड़ा था’। फायरबॉल नामक यूजर ने लिखा कि ‘डमोक्रेसी इज नो मोर इन इंडिया, ओनली मनी इज इंपोर्टेंट, वैरी सैड फोर नेशन’। कुल मिलाकर ज्यादातर लोगों ने सर्वे में निर्दलीय विधायकों के धरने को गलत बताया।

क्या है मामला

हिमाचल में हाल ही में राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव में उस समय के 6 कांग्रेस और तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा के पक्ष में वोट दिया था। निर्दलीय विधायकों में देहरा से होशियार सिंह, हमीरपुर से आशीष शर्मा, नालागढ़ से केएल ठाकुर हैं। बाद में इन्होंने भाजपा ज्वाइन की। इन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफे दिए हैं। इस्तीफे स्वीकार न होने पर इन्होंने विधानसभा में धरना दिया।

आप भी लें सर्वे में हिस्सा

प्रदेश का अग्रणी मीडिया हाउस ‘दिव्य हिमाचल’ हर सप्ताह प्रदेश के ज्वलंत मसले पर जनता की राय जानता है। इसके तहत दिव्य हिमाचल अखबार के प्रथम पन्ने पर सवाल देख सकते हैं। उसके बाद वेबसाइट दिव्यहिमाचलडॉटकॉम, यूटयूब व फेसबुक पेज पर जहां यह सवाल डिस्पले होता है, वहां अपनी राय दे सकते हैं। आप दिव्य हिमाचल के इन प्लेटफार्म पर खुलकर अपना पक्ष रख सकते हैं। ..तो अगर आप भी इस सर्वे में हिस्सा लेना चाहते हैं, तो अभी दिव्य हिमाचल के उपरोक्त माध्यमों से जुडक़र अपना कमेंट दें। आपकी राय इस सर्वे को बेहतरीन बनाने में मदद करती है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App