डेढ़ महीने में 90 करोड़ का नुकसान, 131 लोगों की गई जान

By: Apr 18th, 2024 12:05 am

जमींदोज हुए 29 घर; 132 को पहुंचा आंशिक नुकसान, कुल्लू-चंबा-शिमला-सिरमौर में ज्यादा तबाही

विशेष संवाददाता — शिमला

प्रदेश में मौसम के उतार-चढ़ाव की वजह से गत डेढ़ महीने में 90 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। इस अवधि में सबसे बड़ा नुकसान पीडब्ल्यूडी को झेलना पड़ा है। राजस्व विभाग ने नुकसान के आंकड़े एकत्र कर लिए हैं और अब इन आंकड़ों की मदद से नुकसान की भरपाई का प्रयास किया जाएगा। बड़ी बात यह है कि डेढ़ माह की इस अवधि में 131 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें शिमला, ऊना और सिरमौर जिला में हुई हैं, जबकि 237 लोग हादसे में घायल भी हुए हैं। बरसात में आपदा झेलने के बाद भी हिमाचल में हालात सुधरे नहीं हैं। बारिश भले ही कम हुई हो, लेकिन मकानों के जमींदोज होने का क्रम अब भी जारी है। अब तक सामने आए 16 मार्च तक के आंकड़ों में 29 घर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गिरे हैं। इनमें सात पक्के मकान थे, जबकि 22 कच्चे थे। पक्के मकानों में शिमला और चंबा में दो-दो, जबकि किन्नौर, कुल्लू और सोलन में एक-एक मकान गिरने की जानकारी फील्ड से मुख्यालय पहुंची है। कुल्लू में छह, चंबा और मंडी में पांच-पांच, शिमला में चार, जबकि सिरमौर में दो कच्चे मकान धराशायी हुए हैं।

इन मकानों में रह रहे परिवारों को दूसरों के घरों में शरण लेनी पड़ी है। आमूमन मार्च और अप्रैल माह में प्रदेश में भारी बारिश नहीं होती है और इस अवधि में नुकसान भी कम रहता है। इस बार डेढ़ महीने में बड़ा नुकसान होता नजर आ रहा है। प्रदेश में अभी तक 132 परिवारों ने उनके घरों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचने की रिपोर्ट भी राजस्व विभाग को दी है। राजस्व विभाग ने इस नुकसान से आठ करोड़ 19 लाख रुपए के नुकसान का आकलन किया है। कुल्लू में सबसे ज्यादा दो करोड़ 98 लाख, चंबा में दो करोड़ 59 लाख, शिमला में दो करोड़ 40 लाख, सिरमौर में एक करोड़ 72 लाख, ऊना में एक करोड़ 10 लाख, मंडी में 100 करोड़, किन्नौर में 49 लाख 50 हजार, सोलन में 48 लाख, कांगड़ा में 44 लाख और हमीरपुर में 31 लाख और बिलासपुर में 25 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया है। पीडब्ल्यूडी को अकेले अब तक 76 करोड़ 42 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है। रिपोर्ट के आधार आगामी दिनों में केंद्र की टीम हिमाचल के प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी और नुकसान के आकलन के बाद राज्य को राहत राशि मुहैया करवाई जाएगी।

बारिश का ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने गुरुवार से प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट बताया है। इस दौरान भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम में आया यह बदलाव आगामी पांच दिन तक बरकरार रहेगा। इस दौरान अधिक ऊंचाई वाले कुछेक इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है। मैदानी इलाकों में मौसम के असर बारिश के साथ तेज गर्जना और छींटे पडऩे की संभाना रहेगी। मौसम विभाग ने इस अवधि के दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी बात कही है। मौसम के इस बदलाव से बिजली, पानी और सडक़ जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रभावित हो सकती हैं।


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