क्या अद्र्धराज्य दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है? यह स्थिति 2014 में भी आई थी। तब आम आदमी पार्टी (आप) की अल्पमत सरकार थी और कांग्रेस के बाहरी समर्थन पर आश्रित थी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ही थे। वह जनलोकपाल बिल पेश करने की जिद पर थे, लेकिन उसे रोका जा रहा था। नतीजतन 49 दिन की केजरीवाल सरकार ने इस्तीफा दे दिया और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन

एक उड़ता हुआ पोस्टर बुद्धिजीवी के करीब आया और उसके साथ ही चलने लग पड़ा। पोस्टर पहले भी बुद्धिजीवी के आसपास से गुजरे हैं, लेकिन इस बार यह अति गतिशील था। बुद्धिजीवी आज तक वहीं का वहीं है, लेकिन तरह-तरह के पोस्टर उससे कहीं आगे निकल गए। पोस्टर की अपनी देह भाषा रही है, जिसे बुद्धिजीवी समझकर भी नहीं समझ सका। बुद्धिजीवी ने तय किया कि इस बार वह दौड़ते पोस्टर को पकड़ कर पूछ ही लेगा कि तेरी रजा क्या है। बुद्धिजीवी न देश की गति और न ही पोस्टर की प्रगति समझ पाया। वह बड़े ही आदर से पोस्टर से विनती करने लगा, ‘एक पल के लिए रुक जाओ। हम आपके सेवक-आपके प्रशंसक हैं। हमारी सारी औकात लिए यूं मत भागो। हमारे पास जीने के सारे सबूत और देश का विश्वासपात्र होने का सारा जज्बा लिए यूं मत भागो।’ पहली बार पोस्टर के कान खुले उसे बुद्धिजीवी की फरियाद से लगा कि उसका भी अपना साम्राज्य है। दरअसल

वित्तीय वर्ष के पूरा होने के साथ ही पहली अप्रैल यानी सोमवार को राज्य के पेंशनरों का एरियर उनके बैंक खाते में आ जाएगा। 31 मार्च को वित्त वर्ष 2023-24 क्लोज हो गया है। सोमवार से नया वित्त वर्ष शुरू हुआ है। इस नए साल में पेंशनरों को वेतन आयोग के एरियर का भुगतान पहली ही तारीख को होगा। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले राज्य सरकार ने बजट भाषण में किए गए वादे के अनुसार पेंशनरों का एरियर देने की अधिसूचना जारी कर दी थी। इसकी रेंज उम्र के हिसाब से 15 से 35 फीसदी तक है। सोमवार को ...

जय मां चामुंडा, कीजिए सुबह की शुरुआत माता की पवित्र आरती के साथ 01 अप्रैल 2024

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में भारी बारिश और तेज हवाओं से करीब 40 फीसदी फसल तबाह कर दी है। शुक्रवार मध्य रात्रि और शनिवार दिन भर लगी रही बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। करीब 11 हजार हैक्टेयर भूमि पर किसानों ने गेंहू की फसल लगाई हुई है और