इस बार कांगड़ा में होगी आम की 25 हजार मीट्रिक टन बंपर फसल

By: Apr 6th, 2024 12:55 am

जिला भर में मौसम अनुकूल होने की वजह से बौर से भरे आम के बागीचे, सुगंधित महक से बागबान खुश, इस बार अच्छी पैदावार के साथ अच्छे दिन की उम्मीद

कार्यालय संवाददाता-नूरपुर
जिला कांगड़ा में आम की फसल का लगभग 25 हजार मीट्रिक टन उत्पादन होने की उन्मीद है। ऐसे में यह रिकार्ड होगा। ऐसे में किसानों-बागबानों के अच्छे दिन आने वाले हैं। इस बार आम की फसल का ऑन ईयर है और बागबानों को आम की फसल की बंपर पैदावार की उम्मीद है। अगर मौसमी हालात सामान्य रहे तो इस बारे जिला कांगड़ा में आम की फसल का लगभग 25 हजार मीट्रिक टन उत्पादन होने की उन्मीद है जोकि एक रिकॉर्ड होगा। इस बार आम की फसल के बेहतर उत्पादन के साथ बागबानों को भी बेहतर आमदनी की उम्मीद है। इस समय मौसम की बढ़ती तपिश के साथ-साथ बौर से भरे आम के बागीचे महक उठे हैं तथा इस सुगंधित महक से बागबानों की आशाएं भी बढ़ गई हैं। इस बार मौसम अनुकूल होने की वजह से आम के बागीचों में आम के पौधों पर बौर अच्छी स्थिति में है और अब इससे आम बनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैए जो कि आम की सफल के लिए बेहतर मानी जाती है।

अभी आम के बागीचों में बौर ही पड़ा है और ज्यादातर आम के बागीचे व्यापारियों ने खरीद लिए है । इसमें खास बात यह है कि कई व्यापारियों ने बागबानों को आम के बगीचों की खरीद की पूरी कीमत दे दी है जिससे बागबानों के चेहरे खिल उठे है और वह भविष्य में और आम के बगीचे लगाए जाने की दिशा में प्लान कर रहे है ताकि इससे अच्छी आमदनी हो सके। अभी तक जिला में मौसम की स्थिति अच्छी हैए जो कि फलों के उत्पादन के लिए बेहतर मानी जाती है और फ्रूट्स की सेटिंग होने पर बारिशों का होना फ्रूट्स के लिए लाभकारी माना जाता है और उस समय बागबानों को आम के बागीचों में अगर सिंचाई सुविधा हो तो पानी लगाना चाहिए। बरहाल अभी तक हर ओर आम के पौधे बौर से भरे पड़े है और उनकी सुगंध से बातावरण खुशनुमा बना है। विभागीय विशेषज्ञों के अनुसार आम के बौर पर दवाइयों का छिडक़ाव नहीं करना चाहिए और फ्रूट्स की सेटिंग होने के बाद ही उचित दवाइयों का उचित मात्रा में छिडक़ाव करना चाहिए।

जिला में कहां.कहां है आम के बागीचे
जिला कांगड़ा में लगभग 21484 हेक्टेयर जमीन पर आम के बागीचे है और इस जिला के तहत पड़ते नूरपुर क्षेत्र में भी आम की भारी मात्रा में पैदावार होती है। नूरपुर क्षेत्र में आम के बागीचे विभिन्न जगहों पर हैए जिसमें प्रमुखता जाच्छए वासा वजीराए सुल्यालीए नागनीए भड़वारए गनोहए रैहनए छत्तरए गोलवांए दीनी लारथए समलेटए इंदपुरए इंदौरा व डाह कुलाड़ा सहित विभित्र स्थानों पर आम के बागीचे है।

क्या है आम की फसल का ऑन ईयर औरऑफ ईयर
जिस वर्ष आम की फसल की ज्यादा पैदावार होती है उसे ऑन ईयर और जिस वर्ष आम की फसल की कम पैदावार होती है उसे ऑफ ईयर कहते हैं। इस बार आम की फसल का ऑन ईयर है जिसमे आम की फसल की भारी पैदावार होने की उन्मीद है। पिछले वर्ष 2023 जिला कांगड़ा में आम की फसल को बीमारी लगने की बजह से आम की फसल की लगभग 16 हजार 800 मीट्रिक टन पैदावार हुई थी जबकि इस वर्ष 2024 में करीब 25 हजार मीट्रिक टन आम का उत्पादन होने की उन्मीद है।

क्या कहते हैंपनिदेशक डा कमलशील नेगी
आम की फसल बारे उद्यान विभाग के जिला कांगड़ा के उपनिदेशक डा कमलशील नेगी ने बताया कि इस बार आम की फसल का ऑन ईयर है और जिला कांगड़ा में आम के बगीचों में अच्छा बौर पड़ा है। उन्होंने बताया कि मौसम अनुकूल रहा तो इस वर्ष जिला कांगड़ा में लगभग 25 हजार मीट्रिक टन आम का उत्पादन होने की उन्मीद है ।


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