मौसम का मिजाज, बागबान परेशान

By: Apr 17th, 2024 12:10 am

बारिश के कारण सेब सेटिंग के प्रभावित होने की सताने लगी चिंता, मौसम अभी खराब

स्टाफ रिपोर्टर-भुंतर
जिला कुल्लू को सबसे ज्यादा आमदानी देने वाले बागबानी कारोबार को पिछले कुछ दिनों से बिगड़े मौसमी तेवर डराने लगे है। जिला को हर साल करीब सैंकड़ों करोड़ की आमदानी देने वाले बागानों में नई फसल लग गई है लेकिन इसी बीच आए दिन हो रही तेज हवाएं और ओलों की बरसात बागबानों को चिंतित कर रहे हैं। मौसम के बगाबती तेवरों को देख बागबानों को गत वर्ष की भांति इस बार भी आफत बरसने की चिंता सता रही है।इस बार मार्च माह में मौसम साफ रहने से भले ही सब्जी उत्पादकों को पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसना पड़ा है लेकिन इस दौरान फलदार पौधों में फलों की सेटिंग के लिए बागबान इसे अच्छा भी मान रहे थे। किंतु अप्रैल में प्रतिकूल मौसम सेब के लिए टेंशन पैदा कर रहा है। बता दें कि मार्च माह के साथ ही तेज हवाओं और ओलों का क्रम भी जिला में आरंभ हो जाता है और यही बागबानों की परेशानी है। बागबानों के अनुसार पिछले साल रूपी-पार्वती और दूसरे निचले ईलाकों के बागानों में फूलों पर कहर बरपा चुके हैं।

इस बार मौसम पूरी तरह से प्रतिकूल बना हुआ है। तेज हवाएं भी काम खराब कर रही है। बागबानों का कहना है कि अगर ज्यादा मौसम खराब रहा तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है। बता दें कि गत वर्ष भी खराब मौसम के कारण करीब 100 करोड़ की फसल मौसम की भेंट चढ़ी थी और बागबानों को खासा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं सरकार को भी राजस्व के तौर पर इसका चूना लगा था। खासकर निचले इलाकों में नाशपती और सेब की फसल को मौसम के प्रतिकूल रवैये के कारण बहुत ज्यादा प्रभावित होना पड़ा था। इस बार पहले सूखे ने फसलों को चौपट किया है तो अब कुछ दिनों से हो रही तेज हवाएं नुकसान कर रही हैं। आने वाले दिनों में मौमस खराब होने की संभावना भी जताई है। उधर बागबानी अनुसंधान केंद्र बजौरा के प्रधान प्रसार विशेषज्ञ डा.भूपिंद्र ठाकुर ने बागबानों को सलाह दी है कि अगर ओलावृटि होती है तो यह नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने बागबानों को सलाह दी है कि ऐसी स्थिति में विशेाज्ञों की सलाह लें और उनके अनुसार ही बागानों में गतिविधियों को समय पर अंजाम दें।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App