ब्यूटी हेल्पलाइन

By: May 4th, 2024 12:14 am

डा. भारती तनेजा

मेरी उम्र 42 साल है, मैं कम्प्यूटर पर पूरे दिन काम करती हूं, जिससे मुझे अपने हाथों पर बढ़ती उम्र के निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। कृपया इसे दूर करने के लिए मैं क्या करूं? -लता कांगड़ा
आप इसके लिए नियमित रूप से हॉट ऑयल मैनीक्योर करवा सकती हैं, वैसे तो मैनीक्योर्स कई तरह के होते हैं लेकिन हॉट ऑयल मैनीक्योर ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के साथ ज्वाइंट्स के लिए भी अच्छा होता है। इससे स्किन भी अच्छी होती है। यह नेल्स को एक्सफॉलिएट करता है और नाखूनों को क्लीन लुक मिलता है। जो लोग कम्प्यूटर पर पूरे दिन काम करते हैं उनकी कलाइयों के लिए भी यह बहुत अच्छा है। यह नॉर्मल मैनीक्योर से अलग होता है, क्योंकि इसमें कई नरिशिंग और ऑर्गेनिक चीजों की जरूरत होती है। आप इसे पार्लर में जाकर न करवाना चाहें तो घर पर भी ट्राई कर सकती हैं। इसके लिए आप एक एक टेबल स्पून सनफ्लॉवर ऑयल, कैस्टर ऑयल, बादाम ऑयल, विटमिन ई ऑयल, टी ट्री ऑयल और ऑलिव ऑयल एक बाउल में समान मात्रा में लेकर माइक्रोवेव में 30 सेकंड गर्म करें। अब इसमें विटामिन ई के 2 कैप्सूल को तोडक़र डालें और मिक्सचर बना लें। अपनी अंगुलियों को इस मिक्सचर में डुबाकर रखें, जब तक कि यह मिक्सचर ठंडा न हो जाए। इसे फिर से गर्म करें और इससे पूरे हाथ और कलाइयों की अच्छे से मसाज करें ऑयल अच्छी तरह एब्जॉर्व हो जाए, तो हाथ धो लें और सुखाकर इन पर म्वाइस्चराइजर लगा लें। इस मैनीक्योर को हफ्ते में कम से कम दो बार करें। नियमित रूप से इसे इस्तेमाल करने से आपको फर्क जरूर नजर आएगा।
मेरा स्कैल्प ऑयली है, जिससे मेरे बाल चिपचिपे रहते हैं, इन्हें रोजाना धोने से मुझे लगता है कि मेरे बाल खराब हो सकते हैं, मैं ऐसा क्या करूं, जिससे मेरे बाल स्वस्थ और शाइनी बने रहें? -मीनल धर्मशाला

शरीर में हार्मोनल परिवर्तन, मानसिक तनाव के कारण भी स्कैल्प ऑयली हो जाती है। बारबार कंघी करने से भी वह ऑयली हो सकती है। उस के ऑयली होने पर बाल चिपचिपे हो जाते हैं। ऑयली स्कैल्प होने पर डेली शैम्पू करने की सलाह दी जाती है। जिससे लाभ होता है, क्योंकि शैम्पू में मौजूद तत्त्व बालों के प्राकृतिक प्रोटीन को सुरक्षित रखने के साथ-साथ बालों को स्वच्छ रखने में भी सहायता करते हैं। शैम्पू के कारण स्कैल्प से अधिक ऑयल बाहर नहीं आता, क्योंकि शैम्पू ऑयल को रोक देता है। लेकिन इसी के साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि शैम्पू के साथ क्रीमी कंडीशनर न लगाएं। क्रीमी कंडीशनर लगाने से बालों पर जल्दी ऑयल आ जाता है। यदि चाहें तो कंडीशनर वाले शैम्पू का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर एक मग पानी में एक नींबू निचोड़ लें और बाल धोने के बाद लास्ट रिंस उससे कर लें बाल खिले-खिले व चमकदार हो जाएंगे

मुझे कलर करने के बाद अकसर माथे, कान, गर्दन के पीछे सूजन और आंखों में जलन की शिकायत होती है, क्या यह एलर्जी हो सकती है? – नयना चंडीगढ़
कुछ लोगों को बालों में डाई लगाने के बाद एलर्जिक रिएक्शन होता है। ये रिएक्शन मामूली असर वाला या फिर गंभीर भी हो सकता है। बालों में कलर करने के बाद यदि आपको सिर की स्किन में मामूली जलन या सनसनाहट महसूस हो तो यह एलर्जी की शुरुआत हो सकती है। अगर कलर करने के बाद आपके माथे, कान, गर्दन के पीछे सूजन और आंखों में जलन की शिकायत होती है, तो यह एलर्जी का गंभीर मामला हो सकता है। आप कुछ सावधानी बरत कर बालों में हेयर डाई से हो सकने वाले नुकसान से बच सकती हैं। जिसके लिए जब भी आप किसी नए ब्रांड को इस्तेमाल करें तो पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी कर लें। ऐसा देखा गया है कि कई बार कुछ लोग कलर बदलने से एलर्जी का शिकार हुए हैं। कोशिश करें कि आप लगातार एक ही अच्छे ब्रांड का उपयोग करें। एलर्जी से बचने के लिए पैच टेस्ट करके देख लें। पैच टेस्ट किसी प्रोडक्ट के प्रति आपकी स्किन की संवेदनशीलता के बारे में बताती है।

इसके साथ ही आपको एलर्जिक रिएक्शन से भी बचाता है। इसलिए हेयर डाई का मिश्रण बनाते समय लेबल पर दिए गए निर्देशों को पढ़ लें। कान के पीछे का हिस्सा सबसे ज्यादा संवेदनशील होता है। यह किसी भी प्रकार के एलर्जिक रिएक्शन के लक्षणों को तुरंत दिखाता है। आप रुई के टुकड़े को हेयर डाई के मिश्रण में डुबोकर कान के पीछे लगा लें। इसे 24 घंटे तक लगाकर रखने से आप एलर्जी के प्रकोप से बची रहेंगी। यदि आप हेयर डाई को निर्धारित समय से ज्यादा लगाकर रखती हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है। आजकल बिना अमोनिया के कलर मिलते है उन्हें ट्राय कर लें, वरना हिना में कॉफी, आंवला और शिकाकाई मिला कर इस्तेमाल करें।

मेरी स्किन सेंसेटिव स्किन है, जिसके कारण थ्रेडिंग करवाने के बाद मेरी आईब्रो की स्किन पर पिंपल्स, चकते या स्किन में लालिमा आ जाती है। अगली बार ऐसा न होने के लिए मैं क्या कर सकती हूं? -रागिनी हमीरपुर

सेंसेटिव स्किन पर थ्रेडिंग करवाने के बाद चकते या स्किन में लालिमा आने से बचने के लिए थ्रेडिंग करवाने से पहले फेस को धोकर अच्छे से पोंछ लें। जिस थ्रेड को थ्रेडिंग के उपयोग में लाया जा रहा है, उसे गीला कर लें। इसी के साथ एक कपड़े में बर्फ को बांध कर उसे थ्रेडिंग करने के स्थान पर हल्के हाथों से मलें। इससे थ्रेडिंग करवाते समय दर्द कम होगा और आप फ्रेश फील करेंगी। फिर एक कॉटन का साफ कपड़ा लेकर अपने फेस को हल्के हाथों से पोंछ लें। क्योंकि रगडक़र पोंछने से आपकी स्किन ड्राई हो सकती है। इससे आपको जलन और संक्रमण भी नहीं होता है। थ्रेडिंग करवाने के बाद 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडिंग वाले हिस्से को न छुएं। ऐसा करने से वहां पिंपल्स, चकते या जलन पैदा हो सकती है। कोशिश करें थ्रेडिंग के तुरंत बाद किसी भी प्रकार के स्टीम ट्रीटमेंट से बचें।

ब्यूटी से संबंधित प्रश्र आप सीधे पूछ सकते हैं।
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