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जानिए कैसे पेट के लिए रामबाण हैं ये जड़ी-बूटियां

By: May 6th, 2024 7:05 pm

पेट खराब रहने से दस्त, अपच, एसिडिटी, आंतों से जुड़ी परेशानी और हार्टबर्न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। गट हैल्थ से जुडी़ समस्याएं बदलती लाइफस्टाइल, अनहेल्दी फूड्स और खराब आदतों के कारण होती हैं। ऐसे में पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए घर में मौजूद कुछ चीजों का सेवन आप अपनी डाइट में कर सकते हैं…

शरीर से जुड़ी अधिकतर बीमारियां अकसर पेट से जुड़ी समस्याओं के कारण ही बढ़ती हैं। पेट खराब रहने से दस्त, अपच, एसिडिटी, आंतों से जुड़ी परेशानी और हार्टबर्न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। गट हैल्थ से जुडी़ समस्याएं बदलती लाइफस्टाइल, अनहेल्दी फूड्स और खराब आदतों के कारण होती हैं। ऐसे में पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए आप घर में मौजूद कुछ चीजों का सेवन आप अपनी डाइट में कर सकते हैं। बहुत ज्यादा एसिडिटी की समस्या खराब गट हैल्थ का कारण बन सकती है। ऐसे में पेट को स्वस्थ रखने और एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए किचन में मौजूद इन हब्र्स को आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

अजवायन

अजवायन का सेवन कफ और वात दोष को संतुलित करके पित्त में सुधार करने में मदद करता है। इसका उपयोग आप जीरा, इलायची और अजवायन के पानी के रूप में कर सकते हैं, जो ब्लोटिंग, एसिटिडी और अपच की समस्या से राहत दिलाने में मदद करेगा। इसके अलावा पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए खाना खाने के आधे घंटे बाद 1 चम्मच अजवायन को काले नमक के साथ खाकर एक गिलास गर्मी पानी पी सकते हैं।

जीरा

यह वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है, जिससे पेट से जुड़ी समस्याओं को कम किया जा सकता है। रोजाना खाना खाने से 1 घंटे पहले या फिर बाद जीरा की चाय पी सकते हैं या फिर एक चम्मच जीरा पाउडर को छाछ में मिलाकर दोपहर के खाने के साथ पी सकते हैं। इसके साथ ही वात और पित्त को शांत करने के लिए सब्जियों को घी और जीरे का छौंका देकर पका सकते हैं।

मेथी

मेथी के बीज वात और कफ को कम करने में मदद करते हैं, जो अपच और गैस से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। कब्ज से राहत पाने के लिए आप 1 चम्मच मेथी के बीज को एक गिलास पानी में रात भर भिगोकर अगली सुबह इस पानी को पी सकते हैं। इसके अलावा वात से भरपूर सब्जियां जैसे आलू, हरी फलियां, मटर और पत्तागोभी को मेथी के बीज के तडक़े के साथ घी में पकाकर खा सकते हैं।

धनिया

धनिया के बीज तीनों दोषों वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। धनिया के बीज को एक गिलास पानी में उबाल कर इसे पी सकते हैं, जो पाचन में सुधार करने, ब्लोटिंग या एसिडिटी की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।

इलायची

यह तासीर में ठंडी होती है, जो कफ और वात को संतुलित करने में मदद कर सकती है। इलायची का एक छोटा टुकड़ा अपनी चाय में मिला सकते हैं या फिर फूड क्रेविंग को रोकने के लिए घी में इलायची पाउडर मिलाकर खा सकते हैं।

त्रिफला

त्रिफला में मुख्य रूप से तीन फलों यानी आंवला, हरीतकी और बिभीतकी के गुण होते हैं। यह डाइजेशन हैल्थ के सबसे लोकप्रिय आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है।

सौंफ

सौंफ पाचन सिस्टम को सही करने के साथ एसिडिटी और सूजन को कम करने में मदद करती है। यह डाइजेशन में सुधार और कब्ज को दूर करती है।


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