Himachal News : एफसीए के फेर में फंसा नेशनल ट्रेनिंग सेंटर

By: May 23rd, 2024 12:06 am

View from Dharamshala

धर्मशाला के इंद्रूनाग में 400 मीटर ट्रैक संग हॉकी को एसट्रोट्रफ बिछाने की है योजना

नरेन कुमार- धर्मशाला

अब एक बार फिर से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की खेल नगरी धर्मशाला के इंद्रूनाग में खेलों इंडिया के तहत नेशनल हाई एल्टीटयूट ट्रेनिंग सेंटर लटकता हुआ नज़र आ रहा है। राज्य की सरकारों, खेल विभाग व साई की लापरवाही के कारण ट्रेनिंग सेंटर फोरेस्ट क्लीयरेंस एक्ट एफसीए में ही उलझता हुआ नज़र आ रहा है। एक बार फिर से बड़े प्रोजेक्ट में बड़ी लापरवाही से एफसीए को सही प्रकार से पिछले दो वर्षों से फाइल ही अब तक नहीं भेजी गई है। ऐसे में एक बार फिर से हिमाचल से बड़े प्रोजेक्ट को ग्रहण लग सकता है। इससे पहले भी धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय लटका हुआ है, जबकि राष्ट्रीय खेल होस्टल सकोह धर्मशाला को ज़मीन न मिलने से पहले चरण के 30 करोड़ भी वापस लौट गए थे। ऐसे में एक बार फिर केंद्रीय बड़े प्रोजेक्ट को धरातल में सही प्रकार से न उतारने को लेकर बड़े सवाल उठने शुरू हो गए हैं। एक तरफ भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी का सपना संजो रहा है, जबकि दूसरी ओर खिलाडिय़ों को तैयार करने की तैयारी रास्ते में दम तोड़ती हुई नज़र आ रही है। धौलाधार की पहाडिय़ों में इंद्रूनाग के साथ लगते क्षेत्र चोहला व बनगोटू समुद्रतल से 1700 से 1900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसमें केंद्रीय खेल मंत्रालय के खेलों इंडिया के तहत 400 मीटर एथलेटिक्स ट्रैक संग हॉकी का एसट्रोट्रफ बनाए जाने की योजना बनाई गई है।

खेलों इंडिया के तहत ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को ठहरने को भी होस्टल बनाया जाना प्रस्तावित है। केंद्रीय खेल मंत्रालय व स्पोट्र्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया साई ने धर्मशाला के इदं्रूनाग में 40 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर हाई एल्टीटयूट सेंटर बनाने को फाइनल भी कर दिया है। बावजूद इसके ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाने के रास्ते में एक बार फिर ज़मीन की एफसीए को लेकर उलझन देखने को मिल रही है। एफआरए का केस भेजने के लिए ही सरकार, प्रशासन, खेल विभाग व धर्मशाला साई सेंटर के बीच माथापच्ची चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार करीब दो वर्षों में एफआरए की सभी दस्तावेजों सहित अब तक फाइल ही तैयार नहीं की जा सकी है। वहीं, प्रदेश सहित देशभर के खिलाडिय़ों को हाई एल्टीट्यूड में ट्रेनिंग करवाकर तैयार किए जाने के लिए जल्द से जल्द नेशनल सेंटर का निर्माण किए जाने की मांग उठ रही है। इसके साथ ही धर्मशाला के सिंथेटिक ट्रैक को भी ओर अधिक विकसित कर खिलाडिय़ों को होस्टल सुविधा देने को लेकर भी खेल एक्सपर्ट व खिलाड़ी लंबे समय से मांग उठा रहे हैं। एचडीएम

एक लापरवाही प्रोजेक्ट पर पड़ सकती है भारी

हिमाचल पहले से ही खेलभूमि बनने के लिए अग्रसर हो चुकी है, जिसमें खेल नगरी धर्मशाला में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, साई का नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग का सिंथेटिक ट्रैक, एडवेंचर स्पोट्र्स पैराग्लाइडिंग के लिए बीड़-बिलिंग, इंद्रूनाग व नरवाणा, ट्रैकिंग व माउंट क्लाइंब के लिए धौलाधार रेंज त्रियूंड, ठठारना, होडीधार, करेरी झील, धौलाधार का इंद्रहारा पास, मिनख्यानी पास सहित अन्य खेलों का वातावरण तैयार किया गया है। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एशियन गेम्स व ओलंपिक का अभ्यास करने के लिए भी धर्मशाला पहुंचते हैं। इससे पर्यटन को भी लंबी उड़ान मिल रही है। बावजूद इसके अब हाई एल्टीटयूड सेंटर को ज़मीन में उतारने की लापरवाही बड़े प्रोजेक्ट पर भारी पड़ते हुए नज़र आ रही है।

जल्द शुरू होगा काम
जिला युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के अधिकारी सन्नी कुमार ने बताया कि हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर धर्मशाला की जमीन को लेकर एफसीए की औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है, जिसके आधार पर ही आगामी प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। वहीं, साई के नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस धर्मशाला सेंटर के प्रभारी राकेश जस्सल ने बताया कि साई की ओर से भूमि को चिन्हित किया गया है। अब उसकी एफसीए को लेकर कार्य चल रहा है, जिसमें कुछ दस्तावेजों को पूरा किया जाना बाकी है। खेल विभाग कांगड़ा की ओर से औपचारिक्ताएं पूरी होने पर हिमाचल का बड़ा
खेल प्रोजेक्ट धरातल पर
उतर पाएगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App