कोई जंगल जलाता दिखे, तो तुरंत वीडियो-फोटो भेंजे

By: May 24th, 2024 12:54 am

वन संपदा बचाने के लिए विभाग की ग्रामीणों से अपील, नालागढ़ वन मंडल में 58 जगहों पर आग लगने की घटनाएं, 900 हेक्टेयर भूमि को भारी नुकसान

स्टाफ रिपोर्टर-सोलन
यदि आप किसी भी शरारती तत्त्व को जंगल में आग लगाते हुए देखते हैं तो उसकी वीडियो या फोटो खींच कर वन विभाग के अधिकारियों के साथ शेयर करें। आग लगने की घटना को जितना जल्दी हो सके बताएं ताकि समय रहते उस पर काबू पाया जा सके। गर्मी के इस सीजन में जंगलों में लग रही आग को लेकर वन विभाग ने ग्रामीणों से यह अपील की है ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जागरूकता और मुस्तैदी के साथ ही हम अपने जंगलों को जलने से बचाकर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में भी अध्यापक व विद्यार्थी जंगलों को आग से बचाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करें। गौरतलब है कि इस वर्ष जिला सोलन में जगह-जगह जंगलों में फैली आग ने पूरी तबाही मचा रखी है। अभी तक इस सीजन में सोलन व नालागढ़ वन मंडल के अंतर्गत 58 जगहों पर जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं और इससे करीब 900 हेक्टेयर भूमि को खासा नुकसान पहुंचा है।

वन विभाग द्वारा समय-समय पर विशेषकर गर्मी का सीजन आरंभ होने से पहले न केवल अपने कर्मियों को बल्कि आम जनता को भी जागरूक किया जाता है, लेकिन बावजूद इसके गर्मी के सीजन में आग लगना आम होता जा रहा है। इसको देखते हुए ही अब विभाग ने ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि आप किसी भी शरारती तत्व को जंगल में आग लगाते हुए देखते हैं तो उसकी वीडियो या फोटो खींच कर वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ शेयर ताकि उचित समय पर कार्रवाई की जा सके व वनों को आग से बचाया जा सके। उल्लेखनीय है कि सीजन में वनों को आग से बचाना बहुत बड़ी चुनौती है।

अच्छी घास आएगी, यह केवल भ्रम
वन विभाग सोलन की कंजर्वेटर फोरेस्ट (सीएफ) बासु कौशल ने कहा कि जंगल में आग लगाने से बरसात के बाद अच्छी घास आएगी यह केवल एक भ्रम है। इसी भ्रम के चलते भी लोग जंगलों में आग लगा देते हैं ताकि उन्हें पशुओं के लिए घास मिल पाए। यदि कोई व्यक्ति अपनी निजी भूमि पर साफ-सफाई के उद्देश्य से आग लगाता है तो यह उसका कर्तव्य बनता है कि वह उसे पूर्ण से बुझाए ताकि आग आगे न फैल पाए। वन विभाग सोलन की कंजर्वेटर फोरेस्ट (सीएफ) बासु कौशल ने कहा कि लपटें बुझाने के लिए जनसहयोग आवश्यक है।

आगजनी की 95 प्रतिशत घटनाएं मानवीय लापरवाही
इस संबंध में वन विभाग सोलन की कंजर्वेटर फोरेस्ट (सीएफ) बासु कौशल ने कहा कि जंगलों में आग लगना सामान्य बात नहीं है। जंगलों में आग लगने 95 प्रतिशत से अधिक घटनाएं मानव लापरवाही से होती हैं। इसके अलावा कुछ शरारती तत्व भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। आग से केवल वनस्पति या पशु-पक्षी ही प्रभावित नहीं होते हैं बल्कि मनुष्यों को भी इसके विपरीत असर झेलने पड़ते हैं। आग के चलते हमार प्राकृतिक स्रोत भी खत्म होते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि वह किसी शरारती तत्व को आग लगाते हुए देखते हैं तो तुरंत वीडियो या फोटो लें, नहीं तो वन कर्मचारियों को अवश्य ही इसकी सूचना समय पर दें ताकि जंगलों को बचाया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह कार्यालय के फोन नंबर 01792-292161 पर भी सूचना दे सकते हैं।


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