कीट फसल के सबसे बड़े दुश्मन

By: May 6th, 2024 12:14 am

निजी संवाददाता-भोरंज
करियर प्वाइंट विश्वविद्यालय के जूलॉजी विभाग द्वारा एक ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जानकारी देते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शुभम कपिल ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य विषय कृषि कीटों की पहचान और उनके प्रबंधन पर था। फसल की विभिन्न अवस्थाओं पर अनेक कीट आक्रमण कर हानि पहुंचाते हैं। इसके साथ ही फसल उत्पादन को भी कम करते हैं। खरपतवार पौधे अनेक कवकों एवं कीटों को आश्रय देते हैं। इसलिए कीटों एवं खरपतवारों का नियंत्राण आवश्यक है।प्राणियों में सबसे अधिक जातियां कीटों की हैं। कीटों की संख्या अन्य सब प्राणियों की सम्मिलित संख्या से छह गुनी अधिक है। इनकी लगभग दस से बारह लाख जातियां अब तक ज्ञात हो चुकी हैं। प्रत्येक वर्ष लगभग छह हजार नई जातियां ज्ञात होती हैं और ऐसा अनुमान है कि कीटों की लगभग बीस लाख जातियां संसार में वर्तमान में हैं। मौसम में आए परिवर्तन के चलते फसलों पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ जाता है।

जिससे इल्ली दिनों दिन फसलों को चौपट कर जाती है। हैरानी की बात तो यह है कि गेहूं की फसल में पहले कभी भी इल्ली नहीं देखी गई, लेकिन इस बार गेहूं की फसल पर ही इल्ली का प्रकोप है। जबकि इसके पहले वर्षों में केवल चना की फसल में ही इल्ली का प्रकोप होता था। गांवों में गेहूं की फसलों को इल्ली लगातार चौपट कर रही है। जिससे किसान परेशान हैं क्योंकि यह कीट बादल वाले मौसम में अधिक बढ़ता है। साथ ही फसलों को ज्यादा नुकसान करता है। ज्यादा ठंड पडऩे पर कीट प्रकोप कम हो जाता है। कीट प्रबंधन, मनुष्यों या पर्यावरण को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को कम करने या रोकने के लिए एकीकृत निवारक और सुधारात्मक उपायों की एक प्रणाली है। कीट एक ऐसा जीव है जो वहां रहता है और बढ़ता है जहां उनकी आवश्यकता नहीं होती है।


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