शमशी स्कूल में ‘काक भगोड़ा’ नाटक का मंचन

By: May 23rd, 2024 12:55 am

एक्टिव मोनाल कल्चरल एसोसिएशन की ओर से कुल्लू के सरकारी स्कूलों में करवाईं नाट्य कार्यशालाएं, 41 बच्चों ने लिया भाग
कार्यालय संवाददाता-कुल्लू
स्थानीय संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल एसोसिएशन द्वारा कुल्लू के सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क नाट्य कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है। इसी कड़ी में राजकीय माध्यमिक पाठशाला शमशी में नाटक का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान तैयार हुए लघु नाटक ‘काक भगोड़ा’ का सुंदर मंचन किया गया, जिसे प्राथमिक व मिडल स्कूल शमशी के छात्रों, अध्यापकोंं तथा टीचिंग प्रैक्टिस पर आएबी एड प्रशिक्षुओं ने देखा और बच्चों का अभिनय देखकर ठहाके लगाए। संस्था के रंगकर्मी परमानंद द्वारा 21 दिन तक संचालित इस कार्यशाला में 41 बच्चों ने भाग लिया और अपनी व्यक्तित्व को निखारा। समापन अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी डीआर आनंद, विद्यालय के मुख्य अध्यापक अरविंद तथा राजकीय केंद्रीय प्राथमिक पाठषाला की मुख्य अध्यापिका सुनीता भार्गव विषेश रूप से उपस्थित रहे और नाटक के समापन पर प्रतिभागी बच्चों के अभिनय की प्रशंसा की और आयोजक संस्था का कार्यशाला आयोजित करने के लिए धन्यवाद प्रकट किया। नाटक ‘काक भगोड़़ा’ से बच्चों ने खूब हंसाया और तालियां बटोरी।

नाटक में एक किसान के खेत में बहुत से पक्षी जिसमें कौवा, तोता, कबूतर, गौरैया तथा अन्य चिडिय़ा दाना चुगने आते हैं और नाचते गाते हैं। तभी किसान का बेटा हरिया आता है। वह उन्हें वहां से भगा देता है और उन सब चिडिय़ों को डराने के लिए खेत में काक भगोड़ा लगा देता है। ताकि कोई भी चिडिय़ा डर के मारे खेत में न चुग पाए। कौवा और कुछ चिडिय़ां खेत में वापस आते हैं। पर कौवा हिम्मत दिखाता हुआ काक भगोड़े से तिनका निकाल देता है। फिर एक राहगीर आता है काक भगोड़े को देखकर उसकी जगह ले लेता है। तभी फिर से कौवा और कुछ चिडिय़ां वापस आ जाते हैं। कौवा उसे नकली समझकर उसे चोंच मारता है लेकिन वह राहगीर उसे एकदम पकड़ लेता है। डर के मारे सभी चिडिय़ां भाग जाती हैं और कौवे को भी डरा धमकाकर भगा देता है। फिर राहगीर असली काक भगोड़ा से कहता है कि तुम्हारा काम आसान कर दिया। अब कभी फिर चिडिय़ा इस किसान के खेत को नहीं चुगेंगी। अंत में नाटक जीने के लिए संघर्श दिखाने का संदेष देता है, जब चिडिय़ां पूछती हैं कि अब कहा जाएं। यहां तो पकडऩे लगे हैं तो कौवा कहता है चलो मैंने और जगह ढूंढ ली है। जहां हम दाना चुग सकते हैं और सभी पक्षी उस ओर उड़ कर चले जाते हैं।

इन बच्चों ने लिया भाग
नाटक में हिमांशु, सागर, प्रवीण, पारस, क्रिश, राज, स्नेहा, सृश्टि, वैश्णवी, अंजीता, वैषाली, संध्या, मंजु, फूलमती, चांदनी, गौरव ठाकुर, अनिश भगत, शिवानी, रिहान, खेम राज, मोहम्मद अरहान अंसारी, राधिका, शक्तम, जीनत, सुनीता, रूपा, रोशनी, जितेन्द्र, यामिनी, राधिका, पवित्रा, शलिहा, अनोखा, तबसुम, मानवी, तानियां, अनिकेत, आकाश, मनीश, साक्षी व आभारानी आदि बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उपरोक्त सभी बच्चों ने नाट्य कार्यशाला में भागल लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App