राजधानी में दो घंटे पानी

By: May 26th, 2024 12:55 am

तीसरे दिन नल टपकने से हाहाकार, पानी खरीदकर बुझाई जा रही प्यास
सिटी रिपोर्टर- शिमला
राजधानी में इन दिनों पेयजल किल्लत के कारण लोग परेशान हो गए हैं। भीषण गर्मी के कारण शहर की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना गिरि में भी अब जल स्तर घट गया है। जिसके कारण शहरवासियों को पेजयल सप्लाई का शेड्युल भी बदल गया है। शहर को अब कहीं रात के समय पानी की सप्लाई दी जा रही है और कहीं सुबह के समय पेयजल सप्लाई दी जा रही है। शहरवासियों को तीसरे दिन ही पानी की सप्लाई मिल रही है। राजधानी में लोगों को गंभीर संकट के चलते पानी खरीदकर गुजारा करना पड़ रहा है। पानी के लिए हाहाकार मची है। लोग पानी की बंूद-बंूद के लिए तरस रहे हैं। दूसरा अब पानी खरीदना भी बहुत महंगा है। शादी व अन्य समारोह करवाना भी आसान नहीं है। आज एक टंैकर 12-15 हजार से कम नहीं पड़ रहा है। यहां तक की पानी की समय सारणी में भी बदलाव किया गया है। जहां लोगों को तीन से चार घंटे पानी की सप्लाई दी जाती थी वहीं इन दिनों दो घंटे ही लोगों को पानी की सप्लाई मिल रही है। वहीं पानी की कमी के कारण पाइपों में इन दिनों पानी का पूरा प्रेशर भी नहीं आ रहा है। इसके कारण कई भवनों को पानी की प्रयाप्त सप्लाई भी नहीं मिल रही है। ऐसे में लोगों को खरीदकर ही पानी लेना पड़ रहा है। इन दिनों तो टैंकर भी लोगों को काफी मंहगा पड़ रहा है।

जहां पिछले साल पानी का एक टैंकर सात से आठ हजार का मिलता था वहीं इस बार यह टैंकर 12 से 15 हजार तक का मिल रहा है। ऐसे में लोग प्राकृतिक स्त्रोंतो से भी पानी भरने को मजबूर हो रहे हैं। पानी की समस्या को लेकर पार्षदों ने हाउस में भी मामला उठाया था। लेकिन इस पर कोई खास कार्य नहीं किया जा रहा है। कंपनी का कहना है कि पूरे शहर को पानी की सप्लाई का शेड्युल बदल गया है। वहीं हफ्ते के पांच दिन शहरवासियों को पानी दिया जा रहा है। लेकिन यह दावे कंपनी के फेल है क्योंकि शहरवासियों को तीसरे दिन ही पानी की सप्लाई मिल रही है। उल्लेखनीय है कि शहर में गर्मियों के चलते सैलानियों की तादाद बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। कहने का तात्पर्य यह है कि पानी की खपत बढ़ जाती है। ऐसे में पानी की मांग को पूरा करना बहुत बड़ी चुनौती से कम नहीं है। अब देखना यह है कि नगर निगम व प्रशासन इस समस्या से कैसे निपटता है। शहर की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना गिरि में भी अब जल स्तर घट गया है। राजधानी में पेजयल सप्लाई का शेड्युल भी बदल गया है। तीसरे दिन केवल दो घंटे पानी की सप्लाई होने से बखूबी संकट का अंदाजा लगाया जा सकता है।

शिमला शहर को कहां से कितना मिला पानी
गुम्मा 19.04
गिरि 17.26
चुरोट 1.73
सेओग 0.00
चेयर 0.58
कोटि ब्रांडी 1.31
कुल 39.92
एमएलडी पानी
मिला है।

अन्य उपयोग के लिए कंपनी नहीं देगी पानी
जब तक पानी की किल्लत रहती है तब तक शहरवासियों को अन्य निर्माण कार्यों या अन्य कार्यक्रमों के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं दिया जाएगा। लोगों को निजी खर्चे पर ही पानी लाना पड़ेगा। इसके लिए कंपनी ने भी साफ कह दिया है कि पहले शहरवासियों को पानी दिया जाएगा और किसी को भी अतिरिक्त पानी नहीं दिया जाएगा। यहां तक कि होटल कारोबारियों को भी निजी टैंकर से ही पानी मंगवाना पड़ेगा। निर्धारित पेयजल सप्लाई के अंर्तगत ही शहरवासियों को पेयजल सप्लाई दी जाएगी। राजधानी में प्यास बेकाबू हो रही है।

पानी की टंकी ओवर फ्लो हुई तो कटेगा कनेक्शन
शहर के अधिकांश क्षेत्रों में कई घरों की पेयजल स्टोरेज टंकियां ओवर फ्लो हो रही है। ऐसे में कंपनी और नगर निगम हाउस ने फैसला लिया है कि शहर में जिस क्षेत्र में किसी की भी पेयजल टंकी ओवर फ्लो होती है उसका पेयजल कनेक्शन काटा जाएगा। इसके लिए शहरवासियों से भी कंपनी और नगर निगम ने सहयोग का आग्रह किया है। अधिकारियों का कहना है कि शहरवासी उस व्यक्ति की टंकी की फोटो अधिकारियों को भेजे और पूरा पता लिख कर दें ताकि उस व्यक्ति पर कार्रवाई अमल में लाई जा सके।


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