भावानगर में विशेषज्ञों ने दिए बागबानी टिप्स
भावानगर – किन्नौर जिले के भावानगर में आयोजित तीन दिवसीय खंड स्तरीय बागबानी प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को समापन हो गया है। शिविर में निचार खंड की 18 पंचायतों के विभिन्न गांवों के 90 किसान और बागबानों ने विशेषज्ञों से आधुनिक बागबानी के गुर सीखे। बागबानी विभाग के उपनिदेशक हेम चंद शर्मा ने शिविर के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार द्वारा किसानों-बागबानों के उत्थान के लिए विभाग के माध्यम से अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सेब के पौधों के जीर्णोद्धार के लिए विभाग द्वारा पुराने पौधों को बदलने के लिए 50 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है। इसमें अनुदान के तौर पर सेब के खराब पुराने पौधों को उखाड़ने के लिए 200 रुपए और उच्च किस्म के नए पौधों को लगाने के लिए 100 रुपए की राशि दी जाती है। उद्यान विकास अधिकारी रुपेश नेगी ने बागबानों को फसल बीमा योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के तहत सेब के फलदार पौधों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। बीमा करने वाली कंपनी द्वारा 15 साल से कम उम्र के पौधों का बीमा कवर करने के लिए 18 रुपए प्रति पौधा और उससे अधिक उम्र के पौधों के बीमा के लिए 33 रुपए 60 पैसे की राशि ली जाती है। ऐसे में खासकर बागबान सेब की फसल का बीमा कर फसल को ओले सहित अन्य मौसमी मार से नुकसान की भरपाई बीमा योजना से कर सकते हैं। कृषि विभाग की ओर से नरेश चौहान ने खेतों में पैदावार बढ़ाने के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने खेतों में बेमौसमी सब्जी उगानी चाहिए। पशुपालन विभाग की ओर से डा. दीपिका नेगी ने विभाग द्वारा चलाई जा रही स्कीमों की विस्तृत जानकारी लोगों को दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी पशु को किसी भी प्रकार की बीमारी हो तो उसे तुरंत पशु चिकित्सालय में उपचार के लिए लाना चाहिए। विभाग द्वारा पशुओं का उपचार निःशुल्क किया जाता है। इस मौके पर पवन कुमार, चंद्र कुमार, जोगिंद्रा हरमन नेगी, विपल्व नेगी और संतोष मेहता सहित अन्य गांव के लोग मौजूद थे।
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